हैल्लो मित्रगणो, आज मै आपको मेरे और हमारी मकानमालकिन की बेटी स्वाति से सेक्स की कहानी बता रहा हूँ. मैं अभी जोधपुर में रहता हूँ और एक सॉफ्टवेर कंपनी में जॉब करता हूँ. और किराये के मकान में रहता हूँ. मै दुसरे मजले पर और मकान मालकिन निचे रहती है. मकान मालकिन तलाकशुदा है जिसकी उम्र लगभग 34 वर्ष थी. और उनकी बेटी स्वाति उम्र 19 वर्ष और उनका 15 साल का लड़का था. हमारी और आंटी की बहूत बनती थी, आंटी जो भी काम करने को कहती तो वो मना नही करता था और कर देता था. उनकी लड़की स्वाति क्या माल थी यार उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था. शॉर्ट्स और शर्ट पहनती थी. जिसमे उसकी गोरी और सेक्सी टांगे मुझ पर कहर ढाती थी. शर्ट में थोडा ऊपर से बूब्स और बूब्स के बीच की रेखा देखाई देती थी. उसे देख कर मेरा उसे चोदने को करता था. जब भी वो मेरे सामने आ जाती तो मुझे मुठ्ठी मारनी पड़ती थी. उसके गद्देदार चूतर अलग से दिखाई देते है.
दोस्तों उसे देखते ही मेरा तो बुरा हाल हो जाता था. मै हमेशा ऑफिस से आता तो स्वाति छत पर टहलती थी. रोज रात को उसकी वजह से मुठ्ठी मारनी पड़ती थी. फिर एक दिन मैंने सोचा की मै उसे जरुर चोदूँगा और चोदने का आईडिया सोचने लगा और मौके की तलाश करने लगा. फिर एक दिन ऑफिस से आने के बाद नहा रहा था. और मै नंगा ही बाथरूम से निकल गया और वो भी उसी टाइम वहा आ गयी. मै उसे देख कर भूल गया की मैंने कुछ पहन नही रखा है और मै उसे घूरने लग गया. स्वाति भी मुझे देख रही थी और बोली, मम्मी ऊपर आ जाएगी कुछ पहन लो. और थोडा मुस्कुराई और निचे चली गयी. फिर मैंने उसकी नाम की मुठ मारी और कपडे पहन लिए. और उसे चोदने का सोचने लगा पर कोई आईडिया भी मेरे को नही आ रहा था. फिर एक दिन आंटी और उसका लड़का बहार गया हूआ था. स्वाति घर में अकेली थी. मैंने सोचा आज मौका अच्छा है. आज तो मै उसे चोद कर ही रहूगा. मित्रों ये कहानी आप देशीअडल्टस्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं.
इतने में स्वाति आई और दीवार के पास खड़ी हो गयी. मै भी उसके पास जाकर खड़ा हो गया और उससे बाते करने लगा. फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी चिकनी जाघ पर रख दिया और सहलाने लगा वो कुछ नही बोली. वो कुछ नही बोली इससे हमारी हिम्मत और बढ गयी. फिर मैने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिए और उसे किस करने लगा. किस करते करते उसे रूम में ले आया. रूम में ले आया और स्वाति के बूब्स अपने हाथो में ले लिया और क्या अहसास था यार उसके नरम बूब्स और फिर कुछ बाद मैंने उसके बूब्स को चूसने लग गया और उसने इसका कोई विरोध नही किया. फिर मैंने उसकी स्कर्ट उतार दी. स्कर्ट के निचे उसने चड्ढी पहन रखी थी. फिर मैंने चड्ढी भी उतार दी. अब स्वाति की चूत मेरे सामने थी. मस्त थी यार, उसकी चूत पर एक भी बाल नही था.
दोस्तों मै स्वाति चूत को चाटना चाहता था. फिर अपने आप को रोक नही पाया और उसकी चूत को चाटने लगा. अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी. और उसकी चूत को पागलो की तरह चाटने लगा. उसकी चूत से मस्त मस्त गंध आ रही थी. उसको भी मजा आ रहा था वो सेक्सी सेक्सी आवाजे निकल रही थी. कुछ देर उसकी चूत चाटता रहा. फिर स्वाति ने मेरे भी पुरे कपडे उतार दिए और मेरा लंड मुह में ले लिया और लोलीपोप की तरह चूसने लग गयी पूरा लंड मुह में ले के चूस रही थी. मुझे काफी आनन्द आ रहा है.
फिर मैंने उसे बेड पर लेटाया और और उसकी चूत पर मैंने अपना लंड रखा. उसकी चूत अभी कुँवारी थी क्यों की मेरा लंड अंदर नही जा था. फ़िर मैंने एक जोर से झटका मारा और वो चिल्ला पड़ी. उसकी चूत में मेरा आधा लंड घुस गया था. और उसकी चूत से खून भी आने लग गया था और उसको काफी दर्द भी हो रहा था. वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगी पर मैंने उसे कस के पकड़ लिया था और हिलाने नही दिया.फिर मै कुछ देर रुक गया फिर एक और जोरदार झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया और स्वाति जोर चीख पड़ी.
स्वाति अब तडफडाने लग गयी और छुटने की कोशिश करने लग गयी पर वो मुझसे अपने आप को छुड़ा नही पाई. थोड़ी देर के लिए मै और रुका फिर उसको चोदने लग गया. तो मैं धीरे धीरे उसकी चूत में लंड अंदर बाहर कर रहा था और वो आहाहह उउउ अहहाअ की आवाज कर रही थी. कुछ देर बाद वो भी उछल – उछ्ल कर मेरा लंड अंदर तक लेने लग गयी. और मैंने भी अपनी स्पीड बढा दी. लगभग 10 मिनट के बाद उसका शरीर अकड़ने लग गया वो झड गयी पर मेरा अभी बाकि था और 5 मिनट बाद मै भी झड गया. वो इतने में दो बार झड चुकी थी. उसके बाद भी मै उसे लगभग 5 मिनट तक और किस किया और फिर अपने अपने कपडे पहन लिए और बाते करने लगे. कुछ देर तक बाते करते रहे. बाद उसकी माँ घर आ गयी और चली गयी और बोली मै रात को माँ के सो जाने के बाद आउगी. फिर रात को भी हम दोनों ने सेक्स किया. उसके बाद डेली मैं और स्वाति सेक्स करते है. उसके चूत से झकड़.. झकड़.. झकड़.. झप.. झप… की आवाजें आ रही थी.