मेरा घर रंडीखाना बन गया
नमस्कार दोस्तों.. मेरा नाम तेजिन्द्र है.. मेरी उम्र 22 साल है और मैं आज आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ.. लेकिन यह घटना कुछ समय पहली की है. दोस्तों हमारे घर में मेरी माँ नाम कमला, पापा नाम रमेश, मैं, मेरी छोटी बहन गुड़िया रहते है. हमारे साथ मेरी बुआ नाम गायत्री और उसकी बेटी गीताली भी रहते है. उन्होंने अपनी शादी के दो साल बाद ही अपना घर छोड़ दिया और वो वापस हमारे घर पर हमारे साथ रहने आ गई. हमारे फूफाजी मिलट्री में नौकरी करते है और हमेशा ही बुआ और फूफा की किसी ना किसी छोटी मोटी बात पर लड़ाई होती रहती है और इसी बात को लेकर बुआ ने फूफा पर कोर्ट में केस भी किया है. हमारे पापा वन विभाग में एक सरकारी नौकर है.. लेकिन वो बहुत शराब पीते है.. जिसकी वजह से उन्हे कई बार नौकरी के …