हेलो दोस्तों, मैं आपका अपना लालू यादव और आज मैं एक अपने जीवन की सेक्स घटना लेकर आपके सामने आया हु. मुझे आशा है, कि आप सबको मेरी कहानी बहुत पसंद आएगी. मेरी उम्र 25 साल है और ये कहानी 3 पुरानी है, जब मैं 22 साल का था. उस समय मेरा एक लड़की के साथ प्रेम प्रसंग थे और उसका नाम रीता था.
हम दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे और साथ ही नौकरी भी करने लगा. हमारे प्रेम प्रसंग की खबर जब हमारे घर वालो को हुई, तब तक हमारे दिल एक दुसरे में डूब चुके थे और जिन्हें अब निकालना नामुमकिन था. हम दोनों एक दुसरे पर मरते थे और हम दोनों अगर मिल नहीं पाए, तो हमने घर से भागने का प्रोग्राम बनाया था. इसमें हम लग भाग भी जाते, अगर रीता अपने भाई के हाथो पकड़ी नहीं जाती.
उस दिन पूरा दिन मैं रीता का वेट करता रहा, आखिर शाम को जब समय मिला, तो हमारे बीच में जो रीता की फ्रेंड थी, वो आई और मुझे सब बताया. मैं सुनकर बावला हो गया, क्योंकि उसने बताया था, कि रीता की तुरंत शादी तय कर दी है और उसके पिता उसको मारने की धमकी दे रहे है. वो जब से पकड़ी गयी है, तब से बहुत ज्यादा पिटा गया है.
उसकी सहेली तो बोल गयी, कि अब मैं उसे भूल जाऊ. लेकिन कैसे जब तक मैं उसके मुह से सुन ना लू, उसे देख ना लू.. मैं दूसरी तरफ दिल को कैसे मनाता. और मैं उसकी के खयालो में था, कि उसका फ़ोन आ गया और हम दोनों ने एक रेस्तिरेंट में मिलने का सोचा. हमने उसकी शादी से ठीक एक दिन पहले मिलने का फैसला किया.
श्रंगार सेंटर के बहाने हम लोग मिलने वाले थे. श्रंगार सेंटर उसकी बुआ की लड़की का था, जो हम से एक बार मिलकर मद्दत कर रही थी. उसने हमे ऊपर के माले पर जाने को बोला, जहाँ पर कोई नहीं आता था. और वहां पर कोई आने वाला भी नहीं था. उसके घर वाले भी उस माले पर नहीं जाते थे. हम दोनों वहीँ पर मिले.
मित्रों उस दिन सुबह के 6 बजे हम दोनों मिले और शाम के ५ बजे तक साथ में थे. वो थी ही इतनी खुबसूरत की उसे कुछ भी करने करवाने की जरूरत ही नहीं थी. बस वो पार्लर का बहाना बनाकर मुझसे मिलना चाहती थी. उस दिन जब हम लोग ऊपर गए, तो रीता ने मुझे कहा – कि मैं शादी से किसी के होने से पहले, यहीं उसके शरीर को छु लू और वो पहले पूरी तरह से मेरी होना चाहती थी और मुझे भी पूरी तरह से जानना चाहती थी.
मैं चाहती हु, इस प्यासे बदन को तेरी तू मिल जाए और तेरे लंड से ही इसकी पहली प्यास बुझे. वो ऐसे बोल रही थी, जैसे कि हम ये सब पहले भी कर चुके हो. और मुझमे भी अब कोई शर्म नहीं थी. मैं भी उसे सबसे पहले भोगना चाहता था. मैं उसे पाना चाहता था. लेकिन ये नामुमकिन हो चूका था. अब हम इतने प्यासे थे, कि हवस की आग हम दोनों के जिस्म में लगी हुई थी मित्रों.
मित्रों हम दोनों ऊपर अकेले थे और ऊपर से हमने डोर भी लॉक कर दिया था. जैसे ही मैं दरवाजा बंद करके अन्दर गया, रीता ने अपना दुपट्टा जमीन पर डाल दिया और एक कोने में जाकर बैठ गयी. अन्दर रूम में एक चेयर थी. लेकिन वो फिर भी जमीन पर नीचे ही बैठी हुई थी.. हाँ दोस्तों.. वो सेक्सी अदा में बैठी हुई थी.
दोस्तों उसकी वो सेक्सी अदा मुझे बहुत पसंद आई और मैं भी जा बैठा उसकी दो जांघो के बीच में जाकर बैठ गया. थोड़ी देर तक एक दुसरे के हाल चाल पूछा और इधर उधर की बातें की और फिर हम बात सेक्स टॉपिक पर ले गये. हम दोनों सेक्सी बातें करने लगे. बातें करते – करते ही मैं अपने लंड को सहलाने लगा और वो अपनी बुर को मलने लगी. मेरा मुह ठीक उसकी बुर के पास ही था और मैं देख रहा था, कि उसकी बुर गीली हो चुकी थी.. जिस से उसकी सलवार गीली हो गयी थी.
दोस्तों वो भी देख रही थी, कि मेरा लंड उठ खड़ा हो गया है और उसकी बुर में घुसी मारने के लिए तैयार था. हम दोनों एक दुसरे को देख देख कर अपने पार्ट्स में हाथ डाल रहे थे. मेरे मुह से और उसकी बुर से सेक्सी सेक्सी पानी छुट रहा था. जो दोनों भी हमें भा रहे थे.
दोस्तों वो एक हाथ से अपने बूब को दबाने लगी और एक हाथ से उसकी बुर को मल रही थी. और मैं उसकी जांघो को चुमिया भरता हुआ, मैं अपने लंड को मसल रहा था और मुठ मार रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने उसकी बुर वाला हाथ लेकर अपने लंड पर रख दिया और वो मेरे लंड को पकड़ कर बुर के जैसे हिला रही थी और मजे देने लगी थी. और मैं उसकी बुर को मल रहा था. अब तो मैंने उसकी सलवार निकाल दी और उसे नीचे से नंगी कर दिया और मैं थोड़ी देर तक उसकी बुर को मलकर सीधे घुस गया उसकी बुर चाटने को. और चाटने लगा उसकी बुर का सारा पानी जो निकला.. मैं पूरा का पूरा चाट गया था और चूसने लगा था देर मैंने उसकी बुर को चाटा.
फिर मैंने उसके बूब्स हाथ में ले लिए और उसकी टॉप के अन्दर तक और अभी बाहर नहीं निकाले थे. मैं उठा और उसके बूब्स को बाहर निकाला ऊऊओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् ऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ अहहहः अहहः क्या मस्त बूब्स थे उसके गुलाबी – गुलाबी. मैं उसके बूब्स को दबाने लगा देर तक दबाये और फिर मैंने उसके बूब्स को मुह में लेकर बाईट करने लगा. फिर मैं उठा और उसकी बुर को हाथो से मलने के बाद, मैंने अपना लंड उसकी बुर में लगा दिया और उसकी बुर को अपने लंड से मलने लगा. 2० – 3० मिनट तक मैंने ऐसा किया, जिस से उसके मुह से अहहाह अहहाह अहहः अहहाह अहहाह अहहाह उम्म्म्म य्म्म्म उम्म्म जैसे बोलने लगी और गांड से ऊपर ऊपर होने लगी और कमर को ऊची करके मुझे कह रही थी… कि अब बुर में लंड घुसाओ ना… और फिर मैंने लंड को उसकी बुर में घुसा दिया.
दोस्तों मैं उसकी बुर में लंड घुसा कर थोड़ी देर तक बैठा रहा और फिर मैंने अपना लंड उसकी बुर के अन्दर तक घुसा दिया था. और फिर वो बोली, कि मैं जोर – जोर से उसकी चुदाई करू और वो ये कह रही थी, कि मैं चोद – चोद कर उसकी बुर को फाड़ डालू और मैं ऐसे ही उसकी बुर को जोर – जोर से चोदने लगा और इतने जोर से उसकी चुदाई करने से मेरा माल आधे घंटे में ही उसकी बुर में निकल गया.
फिर हम वहां से चुदाई करके जुदा हुए और अब तक नहीं मिले है और ना है एक दुसरे को देखा है. हाँ दोस्तों जिन्दगी में, अगर वो कभी मिल जायेगी, तो दूसरी बार जरुर चोदुंगा. मैं उसकी भोसड़े का अभी भी प्यासा हु. दोस्तों दूसरी बार जब हम लोग मिलेंगे और जो चुदाई करेंगे. उसके चूतर अलग से दिखाई देते है.