सेक्सी स्टूडेंट सपना की सील तोड़ी

नमस्कार मेरे मित्रगणों  और सुनाइए कैसे आप सब , मेरा नाम राकेश ताबड़तोड़  है और फिलहाल में 23 साल का हूँ, लेकिन यह कहानी तब की है जब में 20 साल का था. में फिजिक्स  विषय में बहुत अच्छा था और हमेशा फर्स्ट आता था. वैसे तो में गर्ल्स में ज़्यादा पॉपुलर नहीं था, लेकिन एक लड़की थी जो मुझ पर बिल्कुल फिदा थी, उसका नाम सपना था और वो मेरी ही क्लास में थी और उसका घर भी मेरी ही कॉलोनी में था. एक दिन वो अपनी माँ के साथ मेरे घर आई थी और जाकर मेरी माँ से कुछ बातें करने लगी. उनके जाने के बाद माँ ने मुझे बताया कि सपना कल से तुझसे फिजिक्स  पढ़ने आने वाली है तो मैंने कहा कि माँ मुझसे तो पूछ लेते, (में सिर्फ़ भोला बन रहा था) फिर माँ ने कहा कि अब तो में प्रॉमिस कर चुकी हूँ तो तू पढ़ा देना, में मान गया. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.

 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है  अभी तक मुझे पता नहीं था कि वो मुझ पर मरती है, मुझे लगा कि वो तो बस पढ़ना चाहती है. आज वो आने वाली थी और में ये सोचकर पागल हो रहा था कि में उसे कैसे टच करूँगा? ओह सॉरी में आपको सपना के बारे में तो बताना ही भूल गया, उसके पहले में खुद के बारे में बता देता हूँ. में हाईट में नॉर्मल से थोड़ा ज़्यादा हूँ, बाकी बिल्कुल फिट और अच्छी बॉडी बनाई है. अब में आपको सपना के बारे में बताता हूँ. वो बिल्कुल परी के जैसे दिखती है और उसकी हाईट करीब 5 फुट 5 इंच और बिल्कुल गोरी, ब्राउन लम्बे बाल और सुंदर काली आखें, उसका फिगर 35-23-33 है और ये भी बता दूँ कि वो हमारी स्कूल की सबसे सुंदर और हॉट गर्ल्स में से एक है. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा .

 मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     अब वो घर आई और उसने लॉक किया, तो माँ उसे अंदर लाई और मुझसे कहा कि बेटा जाओं पढाई वाले रूम में जाकर पढ़ लो, में कुछ नाश्ता लाती हूँ. अब मेरे मन में तो लड्डू फुट रहे थे कि वाह माँ ने तो हमें हॉल में पढ़ने की बजाए रूम में भेज दिया. फिर हमने पढ़ाई चालू की और में बिल्कुल मौका गंवाना नहीं चाहता और मैंने बीच-बीच में उसकी तारीफ करना चालू कर दी. मुझे थोड़ा डर लग रहा था कि कहीं अगर इसे बुरा लगा तो मेरी शामत भी आ सकती है, लेकिन अंजाम की किसको फ़िक्र थी. जब एक जवान लड़के के सामने एक जवान लड़की हो और जिसके पीछे उसकी आधी क्लास बैठी हो और वो भी ऐसे टॉप में जिससे उसके बूब्स साफ़ दिखे तो आगे की कौन सोचता है? क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.

 मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है अब ऐसा कुछ दिन तक चला और फिर मैंने भी नोटीस करना चालू किया कि सपना मुझसे काफ़ी फ्रेंक हो रही है और वो रोजाना पहने जाने वालों कपड़ो में से काफ़ी ज़्यादा सेक्सी और शॉर्ट ड्रेस पहनकर आती थी और उसके फिजिक्स  में पूछे जाने वाले सवाल भी बहुत सरल होते थे और वो भी ज़्यादा समय इधर उधर की बातों में लगा देती थी, जिसमें अक्सर या तो वो मेरे बारे पूछती थी या क्लास की हॉट गर्ल की बातें करती थी. मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था..   

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 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए फिर आया वो मेरी लाईफ का सुनहरा दिन. मेरे मम्मी पापा दो दिन के लिए बाहर गये थे. और वो जब उस दिन आई तो बिल्कुल कातिलाना लग रही थी, मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे कि वो अभी ब्यूटी पार्लर से आई है, उसके खुले-खुले बाल, होंठो पर लाल लिपस्टिक, लाईट ग्रीन कलर का टॉप जो मुझे उसे चोदने के ग्रीन सिग्नल के जैसा लग रहा था और उसकी टाईट जीन्स. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.

 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी फिर जब वो आई तो में तो बिल्कुल पागल होकर उसे देखता ही रहा और फिर में होश में आया और इस बार में उसे अपने बेडरूम में लेकर गया और वो बिना सवाल किए मेरे पीछे चल दी. फिर वहाँ पर हम मेरे बेड पर बैठ गये और में उसके सवाल हल करने लगा, उसका वो पर्फ्यूम मुझे बिल्कुल दीवाना कर रहा था. फिर बीच में अपनी नाक को उसकी गर्दन के बिल्कुल करीब लेकर गया और उसका पर्फ्यूम धीरे-धीरे स्मेल किया और उसे इंप्रेस करने के लिए कहा इज इट यार्डली? तो उसने हाँ कहा. अब में बिल्कुल बेकाबू हो रहा था तो मैंने उससे कहा कि सपना आज पढ़ने का मूड नहीं हो रहा है चलो और कोई बातें करते है तो उसने ओके कहा और फिर हमने बातें शुरू की. मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.

 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों   फिर मौका देखकर मैंने उससे पूछा कि क्या तुम सचमुच यहाँ सिर्फ़ फिजिक्स  के लिए आती हो? तो वो थोड़ा हिचकिचाते हुए हाँ बोली. फिर मैंने बोला कि मुझे तो नहीं लगता और उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया. फिर में उसके पास जाते हुए उससे बोला कि लेकिन में तो सिर्फ़ तुम्हें पढ़ाने के लिय अपना टाईम नहीं निकालता तो उसने कहा तो क्यों निकालते हो? (अब हम दोनों की सांसे तेज हो गयी थी और अब में उसकी सांसे भी महसूस कर सकता था) फिर मैंने उसका जवाब दिया कि जल्दी ही पता चल जायेगा, क्योंकि आज में वो सब करने वाला हूँ. फिर में अपने लिप बिल्कुल उसके लिप के पास ले आया और इतना पास कि उसकी सांसे मुझे और मेरी उसे महसूस हो जाए. फिर उसने झट से अपनी आखें बंद की और मैंने उसे एक शॉर्ट लिप किस किया, फिर हमने 2 सेकेंड तक एक दूसरे की आँखों में देखा और फिर बिल्कुल पागलों की तरह किस करने लगे. मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.

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 वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों    मैंने पहले उसकी गोरी-गोरी गर्दन को किस किया और फिर उसके पूरे चेहरे पर छोटी-छोटी किस ली और फिर उसकी स्ट्रॉबेरी लिपस्टिक को चूसने लगा. अब वो पूरे समय मेरा नाम लेकर आई लव यू बोलती रही और आआआ ऊऊऊ भी करती रही. फिर जब हमने किस करना चालू किया तो में उसके बूब्स भी दबाने लगा. मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.

 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों   फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी तो उसने भी मुझे रिप्लाई दिया ओह क्या होंठ थे और क्या बूब्स थे उसके? अब में अपने दोनों हाथों से उसके बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. अब वो आवाज़े निकालकर मेरा जोश बढ़ा रही थी और उसने भी अपना हाथ मेरे अंडरवियर में डाला हुआ था और वो मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगी और अब वो मेरे लंड की चमड़ी भी ऊपर नीचे करने लगी थी. मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.

 उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब  फिर मैंने अपनी पेंट और अंडरवियर उतार दी और अब मेरा लंड उसके सामने बिल्कुल खुले सांड की तरह तन के खड़ा था. फिर उसने उसे फिर से बड़े प्यार से छुआ और दो चार बार उसकी .चमड़ी ऊपर नीचे करके उसे अपने मुँह में ले लिया और उसे जोर-जोर से चूसने लगी. फिर थोड़ी ही देर बाद मैंने उसका टॉप उतार दिया, उसने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी और अब उसके दोनों गोल-गोल पहाड़ से स्तन मेरे सामने थे. फिर मैंने उन पर हमला बोल दिया और तेज़ी से उन्हें दबाने लगा, अब वो भी मेरे लंड के साथ मज़े से खेल रही थी और फिर मैंने उसकी पूरी बॉडी को चाटना शुरू किया, ओह माई गॉड, उसकी पीठ इतनी सुंदर लग रही थी कि मानों रात भर इसे ही चाटता रहूँ और उसकी कमर का तो जवाब ही नहीं और उसके शेव किए हुए पैर भी बहुत मस्त लग रहे थे. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों .

 क्या बताऊ मेरे मित्रगणों  मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया फिर उसने कहा कि डार्लिंग मेरी चूत तुम्हारे लंड का इंतज़ार कर रही है और उसकी भी प्यास बुझा दो. फिर मैंने बिना देर किए उसकी जीन्स और पेंटी उतार दी और अब उसकी पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी. मैंने उसे अपनी नाक से लगाकर ज़ोर से सूँघा तो सपना बोली कि क्या यार शराब सामने है? और तुम सोडा पी रहे हो, फक मी राकेश ताबड़तोड़ , फक मी. फिर मैंने उसकी चूत देखी तो वो बिल्कुल क्लीन शेव की हुई थी और बहुत ही प्यारी लग रही थी. फिर मैंने पूछा कि क्या तुम रोज शेव करती हो? तो उसने कहा कि नहीं आज की है, मुझे पता था कि तुम्हारे मम्मी पापा बाहर गये है, फिजिक्स  पढ़ने तो में कहीं भी जा सकती थी, लेकिन मुझे तुमसे कुछ और ही चाहिए था और फिर वो शर्मा गयी. फिर मैंने उसकी चूत को चाटना चालू किया. अब मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था आख़िर मेरा फर्स्ट टाईम था और उसका भी फर्स्ट टाईम था और वो भी इतनी हॉट गर्ल के साथ जो बिल्कुल सब मेरे हवाले कर चुकी थी. कुछ भी  हो माल एक जबरजस्त था .

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 उसको देखकर  किसी का मन बिगड़ जाये  फिर मैंने उसकी चूत में फिंगरिंग की क्योंकि उसकी चूत बहुत ही टाईट थी और मेरा लंड उसके मुक़ाबले मोटा था. फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत के दरवाजे पर रखा और पहले थोड़ा आराम से उसकी चूत के चारों तरफ घुमाने लगा और फिर एक झटके में मैंने अपना आधा लंड उसकी चूत में डाल दिया. वो इतनी ज़ोर से चिल्लाई कि में तो डर गया और फिर वो बोली कि अरे मारोगे क्या? थोड़ा आराम से करो. फिर में थोड़ा झुका और उसको एक प्यारा सा किस किया और उसके होंठो को अपने होंठो से दबा दिया. मेरे मित्रगणों  मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है..

 उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है फिर जोर के झटको में पूरा लंड उसकी चूत में अंदर डाल दिया. इस बार तो वो चिल्ला भी नहीं पाई और अब मुझे बड़ी खुशी थी कि मैंने सपना की सील तोड़ी थी. फिर मैंने उसके होंठो को आज़ाद किया और अब तक तो उसकी आँखों से आंसू निकल गये थे. फिर में अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. मैंने कई ब्लू फिल्म देखी और सेक्स कहानियाँ पढ़ी थी इसलिए मुझे पता था कि लड़कियां कैसे खुश होती है? फिर जब मैंने लंड अंदर बाहर किया तो वो फिर से आआआअ ऊऊऊउ ओओओ की आवाज़े निकालने लगी, इससे मुझे और मज़ा आने लगा और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. मेरे मित्रगणों  एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया.

 मेरे मित्रगणों  चोदते  चोदते  कंडोम के चीथड़े मच गए फिर थोड़ी देर में उसकी आवाज़े और और तेज़ जैसे में बदल गयी और फिर मैंने उसे इस तरह आधे घंटे तक चोदा और फिर में झड़ गया. फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसने उसे चाट कर साफ कर दिया. फिर थोड़ी देर के बाद हमने अपनी पोजिशन बदल कर सेक्स किया और फिर मैंने उसकी गांड भी मारी. उसने बहुत मना किया, लेकिन वो मुझे रोकने की हालत में भी नहीं थी. फिर हम सो गये और जब उठे तो वो घर जाने लगी, लेकिन उसकी हालत चलने की भी नहीं थी. फिर मैंने उसे घर में मूवी देखने का बहाना बनाने को कहा और वो रुक गयी. फिर हम उस दिन नंगे ही रहे और अपनी सभी ख्वाहिश पूरी की. ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है.

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