दोस्त की बहन के साथ कामलीला

हैल्लो प्यार भरा नमस्ते साथियों,  में प्रकान्दा..  एक बार इसके बाद से आप सभी के सामने एक और सेक्स अनुभव लेकर आया हूँ. दोस्तों यह हमारी देशीअडल्टस्टोरी डॉट कॉम पर दूसरी कहानी है.. लेकिन जो लोग मुझे नहीं जानते उन्हें में थोड़ा अपना परिचय करा दूँ. दोस्तों में धर्मशाला का रहने वाला हूँ और अपना खुद का एक बिजनेस करता हूँ. हमारी उम्र 26 साल है और कलर साफ, एक बड़ा, मोटा लंड. यह स्टोरी मेरे फ्रेंड की बहन के साथ मेरे अफेयर की है.. कि कैसे मैंने उसे अपना बनाया और यह बात तभी की है जब में और मेरा फ्रेंड दोनों एक साथ ही एक स्कूल में थे.

स्कूल घर से थोड़ा दूर होने के कारण में एक हॉस्टल में रहता था.. वहाँ पर एक लड़का प्रभात मेरा रूम मेट बन गया और हम दोनों बहुत अच्छे फ्रेंड बन गये थे और उसके माता, पिता भी मुझे बहुत अच्छी तरह से जानते थे और उसकी बहन सलोनिया जो कि मुझसे दो साल बड़ी थी.. वो भी एक डेंटल स्कूल में पढ़ाई कर रही थी. वो हमेशा प्रभात का हालचाल मेरे फोन पर बात करके मालूम कर लेती थी और कई बार तो उसके बारे में पूछने के लिए वो हॉस्टल में आ जाती थी.. कि वो ठीक तरह से पढ़ाई करता है या स्कूल जाता है कि नहीं और हम भी फोन करते रहते थे और में भी उसे कई बार मैसेज भेजता था.

तो एक बार जब हमारी छुट्टियाँ लगने वाली थी तो मेरे फ्रेंड ने कहा कि इस बार तू मेरे साथ मेरे घर चलेगा और मेरे घर पर फोन करके उसने बोल दिया और इसके बाद हम दोनों उसके घर चले गये और जब में वहाँ पर गया तो वहाँ पर सलोनिया भी थी वो एक सप्ताह पहले से ही घर पर थी. इसके बाद हम सभी ने बहुत बातें की और खाना खाकर सो गये और अगले दिन आंटी ने कहा कि प्रकान्दा यहाँ पर हमारे पास आया है उसे कहीं पर घुमाकर लाओ.

सलोनिया बोली कि चलो इसके बाद आज हम फिल्म देखने चलते है और इसके बाद हम तीनों फिल्म देखने चले गये. जब हम थियेटर में फिल्म देख रहे थे कि तभी प्रभात को उसकी गर्लफ्रेंड का फोन आ गया और उसने कहा कि उसे उससे मिलना है तो वो मुझे बोलकर चला गया. इसके बाद में और सलोनिया दोनों फिल्म देख रहे थे इतने में मुझे सलोनिया ने कहा कि साईड में जो अंकल बैठे है वो उसे छू रहे है. तो मैंने उसे कहा कि तुम थोड़ा और मेरे पास आकर कर बैठ जाओ और अगर वो इसके बाद से ऐसी हरकत करेगा तो में उसे बोलूँगा.

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इसके बाद वो मेरे और करीब आकर बैठ गई और मैंने अपना हाथ उसकी कुर्सी के पीछे रख दिया ताकि अगर अंकल इसके बाद से कोई हरकत करे तो मुझे पता चल जाए. इसके बाद वो मेरे साथ ऐसे बैठी थी कि जैसे हमारी गर्लफ्रेंड हो.. उसके बूब्स का साईज़ 36 है और वो मुझे महसूस हो रहे थे.. मेरा मन कर रहा था कि उसे यहीं पर ही चोद दूँ.. लेकिन डरता था कि कहीं वो गुस्सा ना हो जाए. इसके बाद मैंने हिम्मत करके अपना एक हाथ उसके कंधे पर रख दिया और एक दूसरे के पास आ गये मुझे उसकी साँसे महसूस हो रही थी और इतने में इंटरवेल हो गया तो मैंने उसे कहा कि तुम बैठो में कुछ खाने को लाता हूँ. तो वो बोली कि मुझे भी साथ में जाना है और हम दोनों बाहर जाकर खाने का समान लेकर आ गये.. हमने पॉपकॉर्न और बर्गर, कोल्ड्रींक ले ली और इसके बाद फिल्म शुरू हो गई.. लेकिन इतना सामान हम से पकड़ा नहीं जा रहा था.

मैंने उसे कहा कि तुम कोल्ड्रींक पकड़ो और इसके बाद उसने पॉपकॉर्न अपने पैरों पर रख दियेया.. अंधेरा होने के कारण एक दो बार मेरा हाथ उसके बूब्स को लग गया.. लेकिन वो कुछ नहीं बोली. इसके बाद में खुद ही जानबूझ कर बार बार हाथ लगाता गया और इसके बाद थोड़ी देर के बाद सलोनिया बोली कि क्या बात है प्रकान्दा.. पॉपकॉर्न ज्यादा ही अच्छे लगते है और हंसने लगी. तो मैंने भी मौके का फायदा उठाते हुए बोल दिया कि क्या करूं है ही इतने टेस्टी और एक हाथ पीछे ले जाकर उसे धीरे से हग कर लिया तो उसकी साँसे तेज़ हो गई और इससे पहले कि वो अपने होश में आती मैंने उसे किस कर दिया और हग कर लिया. इसके बाद वो भी कुछ ना बोल पाई और मैंने उसे 5-7 मिनट किस करने के बाद उसके टॉप में हाथ डाल दिया और उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा. उसके बूब्स बड़े ही मुलायम थे. इसके बाद में और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और उसके मेरे और करीब आते ही मैंने उसके बूब्स को ब्रा से बाहर निकाला और निप्पल को अपनी ऊँगली में लेकर मसलने लगा.

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इसके बाद उसकी हालत अब बहुत खराब हो रही थी और वो आहह उफफफफफफफ्फ़ ह्म्म्म्मउउंम कर रही थी. इसके बाद मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला और अपना हाथ बीच में ले जाते हुए उसकी चूत पर ले गया और मैंने देखा कि उसकी चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी और में उसकी चूत पर अपनी उंगली घुमाने लगा और उसकी चूत के दाने को ज़ोर ज़ोर से सहलाने लगा.. इस बीच उसने मेरे गालों को, मेरे कान पर, होठो पर बहुत ज़ोर से काटा कि खून आने लगा और अपना हाथ हमारी पीठ पर ले जाकर नाख़ून मारने लगी.. उसके नाख़ून के निशान आज भी हमारी कमर पर मौजूद है. इसके बाद में उसकी चूत में उंगली डालकर चोदने लगा उसकी चूत बहुत टाईट थी और बहुत मुश्किल से हमारी बीच की ऊँगली अंदर जा रही थी और इसके बाद हम फिल्म देखकर घर वापस आ गये. तो आंटी ने पूछा कि प्रभात कहाँ पर है तो हमने बोल दिया कि वो अभी कहीं पर अपने एक फ्रेंड से मिलने गया है. हमारी अधूरी कहानी!

इसके बाद शाम को में और प्रभात 2-3 जगह पर घूमने गये और रात को खाना खाने के बाद अपने रूम में चले गये. तो सलोनिया वहाँ पर आ गई और कहने लगी कि वो बोर हो रही है तो थोड़ा टाईम यहाँ पर बातें करने आ गई. इसके बाद हम ऐसे ही गप्पे मारने लगे और इसके बाद थोड़ी ही देर बाद प्रभात वॉशरूम गया तो सलोनिया ने कहा कि तुम प्रभात के सोने के बाद ठीक दो बजे रात को मेरे रूम में आ जाना. तो मैंने बोला कि.. लेकिन कैसे? तो वो कुछ बोलने लगी इतने में प्रभात आ गया और हम इधर उधर की बातें करने लगे. इसके बाद प्रभात बोला कि दीदी अब आप जाओ मुझे सोना है और वैसे भी 1:40 हो गये है और वो चली गई. इसके बाद मुझे यह भी डर लग रहा था कि कहीं प्रभात या उसके माता, पिता ना उठ जाये.. लेकिन उसे चोदने का मेरा सपना भी मुझे गरम कर रहा था.. लेकिन टाईम है कि निकल ही नहीं रहा था और बहुत देर यूँ ही इंतजार करने के बाद में 3:25 बजे उठ गया मुझसे और इंतजार नहीं हो रहा था. उसके चूत से झकड़.. झकड़.. झकड़.. झप.. झप… की आवाजें आ रही थी.

तो में सलोनिया के रूम में गया तो वो सो रही थी और उसने परफ्यूम लगा रखा था. मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे वो नहाकर सोई हो.. में उसके पास गया और उसे पीछे से हग कर लिया और मैंने अपना लोवर उतार दिया अब मेरा लंड ठीक उसकी गांड के ऊपर था और में उसके बूब्स को दबा रहा था. इसके बाद जब में उसके गर्दन पर किस कर रहा था तो वो उठ गई और हमारी तरफ़ देखकर मुस्कुराई. इसके बाद मैंने जल्दी से उसकी शर्ट उतारी और वो अब चड्ढी और सिर्फ़ ब्रा में थी. क्या बताऊँ यारों मुझे ऐसा लग रहा था कि इतनी सेक्सी लड़की मुझे पूरी ज़िंदगी में नहीं मिल सकती और में उसके ऊपर लेट गया और उसके पैर खोलकर अपने लंड को उसकी चड्ढी पर रगड़ने लगा और वो मेरे लंड को देखकर बोली कि तुम तो पहले से ही अनुभवी हो और मुझे किस करने लगी. इसके बाद मैंने उसके बूब्स को ब्रा से आज़ाद किया और उन्हें पागलो की तरह चूसने लगा और में इतने ज़ोर से चूस रहा था कि उसके निप्पल एकदम कड़क हो गये थे और बूब्स भी.

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मैं उसकी चड्ढी पर अपनी उंगलियां घुमाने लगा और उसे चूमने लगा और इसके बाद उसके पैर जो कि बिल्कुल साफ थे में उन्हें चूमते चूमते उसकी जांघो पर आ गया और इसके बाद अपनी जीभ से उसकी चड्ढी के ऊपर से चाटने लगा और इसके बाद वो झड़ गई और मैंने उसकी चड्ढी उतारी और उसके हाथ में अपना लंड दे दिया वो जैसे जैसे में उसे बता रहा था वो उसे वैसे वैसे हिला रही थी. इसके बाद मैंने उसकी चूत को करीब 10 मिनट तक चाटा और इसके बाद अपने लंड को उसकी चूत पर रखा और धक्का देने लगा. उसकी भोसड़ी से थोड़ा खून निकल रहा था.. लेकिन वो थोड़ा भी नहीं चिल्लाई.. क्योंकि मैंने एक तकिया उसके मुहं पर रख दिया था. इसके बाद 5 मिनट ऐसा करने के बाद में अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल पाया और इसके बाद उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी अपनी चूतर को हिला हिलकर मेरे लंड का मजा ले रही थी. मैंने उसे 4-5 नये नये तरीको से चोदा. इसके बाद में अपने रूम में आ गया.

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