हेलो दोस्तों प्यार भरा नमस्ते.. मेरा नाम विदुर और मेरी उम्र 19 साल है. दोस्तों आज मैंने आप सब के लिए अपनी पहली कहानी लेकर हाज़िर हुआ हु. और मैं उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को बहुत पसंद आएगी. हमारे लंड का साईज़ 6 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा है और अब मैं ज्यादा अपने बारे मैं ना बोलते हुआ अपनी स्टोरी पर आता हूँ. मेरी गर्लफ्रेंड का नाम संध्या है और उसकी उम्र 18 साल है.. वो दिखने मैं बहुत सेक्सी पटाखा लगती है.. उसके बड़े बड़े बूब्स, गद्देदार चूतर हर किसी को पागल होने पर मजबूर कर देती है.
मित्रगणों यह तब की बात है.. जब मैं स्कूल में पढ़ता था. मेरा घर और मेरी गर्लफ्रेंड का घर आमने सामने ही है और वो दुर्गा पूजा का समय था और उसके घर वाले पूजा की छुट्टियाँ मनाने उसके घर मतलब कि उनके गावं जा रहे थे. इसके बाद उसी शाम को संध्या ने मुझे फोन किया और बताया कि आज हमारे घर वाले पूजा करने कुछ दिनों के लिए गावं जा रहे हैं.. प्लीज तुम हमारे घर आना. तो मैं बहुत ही जोश मैं आ गया.. क्योंकि हमारे मन मैं उसको देख देखकर उसके लिए बहुत गंदे गंदे ख़याल आने लगे थे और मैंने जाकर मेडिकल स्टोर से कंडोम ले लिया और सोचा कि आज जो भी हो जाए चुदाई करके ही रहूँगा. इसके बाद जब उसके घर वाले चले गये तो उसने मुझे फोन किया और बोला कि तुम आ जाओ. तो मैं अपने घर पर अपनी माँ को बोला कि मैं अपने दोस्त के घर सोने जा रहा हूँ और यह बात बोलकर चला गया और इसके बाद जब मैं वहाँ पर पहुंचा तो देखा कि उसने अपने घर का दरवाजा खुला ही रखा था.. इसके बाद मैं उसके घर में बहुत डर डरकर घुस गया और मैं जाकर सोफा पर बैठ गया.
मित्रगणों, इसके बाद वो अपने बेडरूम से एक लाल कलर की साड़ी पहन कर निकली और वो ऐसी लग रही थी जैसे कोई परी आ गई हो और मैं तो उसे देखता ही रह गया. इसके बाद वो हमारे पास आई और मुझे एक हल्की सी स्माईल दी और मेरी साईड मैं आकर बैठ गयी. हमारे दिमाग मैं तो चुदाई का भूत चड़ा हुआ था तो मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और उसे किस करने लगा तो वो गुस्सा हो गई और बोली कि मैं तुम्हारे लिए पिछले दो घंटे से तैयार हो रही हूँ और तुम हो कि तारीफ भी नहीं करते.. यह बोलकर वो हमारे पास से उठने की कोशिश करने लगी. तो मैं भी उसे कहाँ छोड़ने वाला था और इसके बाद मैंने कहा कि अगर तुम्हे तारीफ सुननी है तो मेरी एक शर्त है? मैं जिस जगह की तारीफ करूँगा उस जगह पर किस करूँगा. तो वो मानने को तैयार नहीं हुई.. लेकिन हमारे ज्यादा ज़ोर देने पर वो मान गई. इसके बाद पहले तो मैंने उसकी आखों से शुरू किया और किस करने लगा.. इसके बाद मैंने उसके होंठ की तारीफ की और ऐसा फ्रेंच किस किया कि वो पूरी गरम हो गई और हमारे बदन से लिपट गई और मुझे ज़ोर से अपनी बाहों मैं जकड़ लिया. तो मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ जानू? उसने शरमाते हुआ बोला कि कुछ नहीं. इसके बाद मैंने उसकी साड़ी को उसके बूब्स से अलग किया और उसके गले पर किस करते करते उसके ब्लाउज को खोल दिया. वाह क्या बड़े बड़े बूब्स थे.. मुझसे तो रहा ही नहीं गया और जल्दी से उसकी ब्रा को खोलकर मैं उसके बूब्स दबाने लगा और बूब्स के निप्पल को अपने मुहं मैं लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. तो वो गरम होकर चुदाई के मूड मैं आ चुकी थी और हमारे सर को पीछे से पकड़ कर अपने बूब्स पर दबाने लगी और एक बूब्स को अपने हाथ से मसलने लगी. तो मुझे समझ में आ गया था कि आज कुछ होने वाला है. इसके बाद मैंने अपनी शर्ट को खोल दिया और उसकी छाती के साथ मेरी छाती को चिपका कर उसे किस करने लगा और धीरे धीरे मैं उसके पेटीकोट को भी खोलने की कोशिश करने लगा. तो वो मना करने लगी.. लेकिन मुझे समझ मैं आ रहा था कि उसकी ना का मतलब हाँ है और मैंने उसकी एक ना सुनी और उसे पूरी तरह नंगी कर दिया.
तो उसने हमारे सामने पूरी नंगी होने की वहज से शरम से अपना सर नीचे कर लिया और इसके बाद मैंने उसे बेड पर लेटा दिया और अपने एक हाथ से उसकी चूत के मुहं को खोलकर उसके छेद को देखने लगा. तो उसने शरम से अपने दोनों हाथों से अपने मुहं को ढक लिया. उसकी चूत पूरी तरह साफ थी और चूत पर एक भी बाल नहीं था.. मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसने अपनी चूत आज ही साफ की हो. इसके बाद मैंने उसकी चूत पर एक किस किया.. तो वो बोल उठी कि तुम यह क्या कर रहे हो? इसके बाद मैंने उसे बताया कि यह मेरी है मैं जो चाहूँ करूं तुम बिल्कुल चुपचाप रहो और चुदाई के मजे लो. इसके बाद मैंने अपनी दो उंगली से उसकी चूत को खोला और अपनी पूरी जीभ चूत मैं डालकर कुत्ते की तरह चूत चाटने लगा.. उसकी चूत बहुत गरम और रसीली थी तो मैं जोश में आकर ज़ोर ज़ोर से चाटने लगा. इसके बाद कुछ देर उसकी चूत को चाटने के बाद वो हमारे बालों को पकड़कर हमारे मुहं को अपनी चूत पर दबाने लगी और इसके बाद उसने अपनी चूत से निकले पानी को हमारे मुहं पर ही छोड़ दिया और एक हल्की सी स्माईल देकर मुझे सॉरी बोला और बेड पर इसके बाद से निढाल होकर लेट गई.
इसके बाद मैंने अपनी पेंट उतारी और उससे बोला कि अब तुम्हारी बारी.. तो उसने हमारे लंड को अंडरवियर के अंदर से आज़ाद किया और लंड को देखकर डर गई और कहने लगी कि इतना बड़ा लंड.. यह मेरी चूत के अंदर नहीं जा सकता.. इससे तो मेरी चूत फट जाएगी. तो मैंने उसे कहा कि मैं इसे तुम्हारी चूत के अंदर नहीं डालूँगा.. तुम बस इसे किस करो. तो उसने हमारे लंड को अपने मुहं में लेना शुरू कर दिया वाह क्या मज़ा आ रहा था और उसने जब लंड को मुहं में लिया तो मैं एक अलग ही अहसास महसूस कर रहा था हमारे पूरे शरीर मैं एक अलग सा जोश आने लगा और वो हमारे गुलाबी कलर के सुपाड़े को अपने मुहं में लेकर उसके चारो तरफ अपनी जीभ घुमाने लगी. इसके बाद हम दोनों 69 पोजिशन मैं आ गए और मैं इसके बाद से उसे गरम करने के लिए उसकी चूत को जोश मैं आकर चाटने लगा और वो भी इसके बाद से पूरे जोश में आ गई. तो उसने मुझसे कहा कि जानू प्लीज हमारे अंदर इसे डालो.. तो मैंने उसे जानबूझ कर कहा कि यह बहुत बड़ा है और तुम्हे बहुत दर्द होगा. तो वो बोली कि जो होगा मुझे होगा मैं सब सह लूँगी.. तुम प्लीज अब जल्दी से डालो. इसके बाद मैं उसकी दोनों जांघो के बीच आया और हमारे लंड को हाथ से पकड़ कर उसकी चूत के ऊपर ऊपर ही रग़ड़ने लगा तो वो सिसकियाँ भरती हुई आवाज़ से बोली कि और अब कितना तड़पाओगे जल्दी से डालो ना अंदर. इसके बाद मैं समझ गया कि यही सही मौका है और मैंने अपने लंड को थोड़ा धक्का दिया.. लेकिन चूत पर पानी होने के कारण लंड फिसलकर बाहर आ गया. मैंने उसे कहा कि जान तुम सेट करो और मैं उसके ऊपर सो गया. तो उसने हमारे लंड को अपने हाथ मैं लेकर अपनी चूत के छेद पर रख दिया.
तो मैंने एक हल्का सा धक्का लगाया और मेरा लंड सुपाड़ा चूत के बहुत गीली होने की वजह से फिसलकर चूत की गहराइयों में चला गया और मैं लंड को धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा. उसके चूत से झकड़.. झकड़.. झकड़.. झप.. झप… की आवाजें आ रही थी. इसके बाद मैं उसके बूब्स को भी सहलाने, चूसने लगा तो वो सिसकियाँ भर रही थी और उसके मुहं से उफ्फ्फ आहहाअ की आवाजे आ रही थी और उसका पेट भी ऊपर नीचे हो रहा था.. वो ज़ोर ज़ोर से सांसे ले रही थी.. उसके पूरे शरीर से पसीना बह रहा था और इसके बाद वो मुझे अपने ऊपर से हटाने की कोशिश करने लगी. उसकी यह पहली चुदाई थी जिसकी वजह से उसे दर्द हो रहा था. तो मैंने अपने लंड को थोड़ी देर उसी जगह पर शांत रखा और करीब पांच मिनट के बाद थोड़ा उसे आराम मिला तो मैंने इसके बाद एक धीरे से धक्का लगाया और पूरा लंड उसकी चूत मैं डालकर आगे पीछे करने लगा.. लेकिन उसे बहुत दर्द हो रहा था तो वो रोने लगी.
वह समय आज भी मुझे बखूबी याद है. मैं अपना लंड अंदर ही डालकर उसके ऊपर लेटा हुआ था और जब मैंने देखा कि उसे थोड़ी राहत मिलने लगी है तो मैं धीरे धीरे अपना लंड इसके बाद से आगे पीछे करने लगा और उसे दर्द होने के कारण वो आहह उफ्फ्फ की आवाजे निकाल रही थी और अब धीरे धीरे उसका दर्द भी कम होने लगा और उसे भी मज़ा आने लगा. तो उसने मुझे कसकर पकड़ लिया. इसके बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ाई और अपने लंड को ज़ोर से चूत मैं दबा दबाकर धक्के देकर चोदने लगा और जैसे ही मेरा लंड अंदर जाकर उसकी चूत मैं टकराता तो फच फच की आवाज आती. इसके बाद मेरा वीर्य निकलने का समय आया तो मुझे भी बहुत चुदाई का जोश आ गया था और मैंने उसके कंधे को पकड़कर एक ज़ोरदार झटका मारा.. उसकी चूत में धक्को के साथ पूरा लंड डालकर उसकी चूत की गहराइयों में वीर्य डाल दिया और उसके ऊपर ही थककर लेट गया. इसके बाद यह सब होने के बाद मुझे याद आया कि हमारे पास कंडोम है और मैंने उसको अपने लंड पर नहीं लगाया है.. तो मैं बहुत डर गया और उसकी पहली चुदाई होने की कारण उसकी चूत से खून भी आने लगा था. इसके बाद मैंने अपने एक दोस्त से बात की तो उसने मुझे बताया कि कुछ नहीं होगा. हर जवान औरत की चूत लंड की प्यासी होती है.
तुम बस चुदाई के मजे लो. इसके बाद मैं करीब 1 घंटा उसके पास पूरा नंगा लेटा रहा और इसके बाद मैं रात को उठा और एक बार इसके बाद से चुदाई में लग गया.. लेकिन इस बार मैंने लंड पर कंडोम लगा लिया और चुदाई करने में लग गया. दोस्तों मैंने उस रात उसको 3 बार चोदा और इसके बाद सुबह उठकर मैंने अपने कपड़े पहने और घर जाने लगा. तो उसने मुझे रोका और हमारे लिए चाय बनाकर लाई और हमने साथ मैं बैठकर चाय पी और मैं अपने घर आ गया. दोस्तों उसके बाद जब भी मौका मिला मैंने उसे बहुत चोदा .. आज वह बुर मरवाने की शौक़ीन हो चुकी है.