स्कूल ट्रिप की रात: ट्रेन में नंगे जज्बातों का मेल

स्कूल ट्रिप पर ट्रेन के कम्पार्टमेंट में अकेले दो स्टूडेंट्स नेहा और गौरव की रोमांचक और कामुक रात की कहानी। नेहा की गोरी चिकनी बॉडी, मसाज से शुरू हुई इंटीमेसी और पहली बार का सेक्सुअल एक्सपीरियंस। पढ़ें यह हिंदी सेक्स स्टोरी जो एक्साइटमेंट से भरपूर है।

हाय… मैं नेहा हूँ। अब तो मैं 20 साल की हूँ, लेकिन ये कहानी तब की है जब मैं 18 साल की थी। मेरी हाइट 5’11 है, और मेरी फिगर 36-24-38 है। मैं गोरी हूँ, पूरी तरह वैक्स्ड और स्मूद। मैं इतनी लंबी हूँ कि जब भी मैं शॉर्ट्स या स्कर्ट्स पहनती हूँ, तो सबकी नजरें मेरी लंबी, गोरी और चिकनी टांगों पर टिक जाती हैं। नये स्कूल में एडमिशन लिए हुए बस एक महीना ही हुआ था, जब हमारी क्लास ने एक एजुकेशनल ट्रिप प्लान की। तय हुआ कि हम ट्रेन से ओवरनाइट जर्नी करके पहुंचेंगे। पूरी क्लास के लिए एक बोगी बुक की गई थी, और हर कम्पार्टमेंट में 6 लोग अलॉट किए गए थे।

ट्रिप के दिन, मैंने एक शर्ट और जींस पहन ली। अपना सामान लेकर टैक्सी से स्टेशन जा रही थी, लेकिन रास्ते में टैक्सी खराब हो गई, तो मुझे आधा किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ा। फिर भी मैं टाइम पर स्टेशन पहुंच गई। मैंने अपनी सीट नंबर देखा और ट्रेन में चढ़ गई। अपने कम्पार्टमेंट में घुसी तो वहां मेरी क्लासमेट गौरव विंडो सीट पर बैठा था, कुछ किताब पढ़ रहा था। मैं क्लास में नई थी, इसलिए सबके साथ ज्यादा जान-पहचान नहीं थी। मैं जाकर गौरव के सामने वाली बर्थ पर विंडो के बगल में बैठ गई और अपना बैग सीट पर ही रख लिया।

“हाय, आई एम नेहा,” मैंने कहा। उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कुराते हुए बोला कि उसका नाम गौरव है। उसने जींस और टी-शर्ट पहनी हुई थी। मैं जानती थी कि वो क्लास का टॉपर है, इसलिए मैंने उसकी तारीफ करते हुए कहा, “अरे तुम तो टॉपर हो ना, गौरव सिंह?” वो खुश हो गया और हम ऐसे ही बात करने लगे। थोड़ी देर बाद ट्रेन चलने लगी, और हमें अहसास हुआ कि हमारे कम्पार्टमेंट के बाकी 4 स्टूडेंट्स ट्रिप पर नहीं आ रहे थे। हम दोनों ही अकेले थे इस ओवरनाइट जर्नी के लिए उस कम्पार्टमेंट में। ट्रेन चलने के बाद मैं खड़ी हुई और मेरी पीठ गौरव की तरफ थी। मैं झुककर अपना बैग अपनी सीट के नीचे रखने लगी। झुकने से मेरी जींस पीछे से थोड़ी नीचे हो गई और शर्ट थोड़ी ऊपर, जिससे मेरी गोरी और चिकनी कमर एक्सपोज हो गई। मेरा बैग सीट के नीचे नहीं जा रहा था, तो जोर लगाने के लिए मैं और नीचे झुक गई और मेरी पैंटी की इलास्टिक भी दिखने लगी। मुझे अपनी एक्सपोज्ड स्किन पर ठंडी हवा का एहसास हुआ, जिससे मुझे पता चला। मैंने हल्के से पीछे मुड़कर देखा तो गौरव मेरी नंगी कमर और पिंक पैंटी की इलास्टिक को घूर रहा था। उसकी नजर मुझ पर थी, ये सोचकर मुझे थोड़ा अच्छा लगा और एक अजीब सा एक्साइटमेंट भी हुआ। मैंने अपना बैग ठीक किया और थोड़ी देर और वैसे ही झुकी रही, ताकि वो अच्छे से मेरी गोरी कमर देख सके। फिर मैं उठकर अपनी सीट पर बैठ गई और वो वापस किताब में देखने लगा।

ये सब मेरे लिए बहुत नया था। हम दोनों ही इस उम्र में क्यूरियस तो थे, लेकिन बहुत शर्मीले भी। फिर हम बात करने लगे। मैंने उसे बताया कि ये मेरी पहली ट्रिप है। बात करते-करते मैंने अपने शूज उतार दिए और सॉक्स उतारने के लिए अपना राइट लेग अपनी सीट पर रख लिया। सॉक्स उतारते समय मैंने अपनी जींस ऊपर की और फिर सॉक्स नीचे स्लाइड करने लगी। जैसे-जैसे सॉक्स नीचे हो रहे थे, मेरे गोरे काल्व्स दिखने लगे। मैंने दोनों सॉक्स उतार दिए और अपने नंगे पैर अपोजिट सीट पर गौरव के बगल में रख लिए, रिलैक्स करने के लिए। मैंने नोटिस किया कि गौरव मुझसे बात करते हुए बार-बार मेरे गोरे और क्लीन पैरों को देखता था। मुझे लगा कि शायद उसे अच्छा नहीं लगा मेरा ऐसे बैठना, इसलिए मैंने कहा, “सॉरी, मुझे तुमसे पूछ लेना चाहिए था,” और मैंने अपने नंगे पैर वापस नीचे रख लिए। ये देखकर उसने कहा, “इट्स ओके, तुम रख लो।”

मैं अपने नंगे पैर आपस में रब कर रही थी। उसके पूछने पर मैंने कहा कि मुझे स्टेशन तक सामान के साथ पैदल चलकर आना पड़ा, इसलिए मेरे पैर बहुत दुख रहे हैं। उसने मुझे पैरों की मसाज करने का ऑफर दिया तो मैंने थोड़ा ब्लश करते हुए मना कर दिया। लेकिन उसके फिर से कहने पर मैंने हां कर दी। मैं नहीं चाहती थी कि कुछ भी जबरदस्ती लगे, इसलिए मैंने कहा, “ओके, अगर तुम्हें ठीक लगे तो…” उसने मुस्कुराकर कहा कि हां, उसे अच्छा लगेगा। उसने मेरे दोनों नंगे पैर उठाकर अपनी थाइज पर रख लिए और मेरे लेफ्ट पैर को ऊपर उठाकर मसाज करने लगा। उसके ठंडे हाथों से मेरी बॉडी में एक शिवर सा हो गया। वो मेरे पैर के सोल को रब कर रहा था। मैं पीछे सीट से टिक गई और रिलैक्स हो गई। उसकी उंगलियां मेरे पैर की उंगलियों के बीच के सॉफ्ट हिस्से में जा रही थीं, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने अपने बैग से एक लोशन निकालकर उसे दिया मसाज के लिए। वो लोशन मेरे नंगे पैरों में लगाने लगा। मुझे अजीब सा एक्साइटमेंट हो रहा था। उसने मुझसे कहा कि लोशन तुम्हारी जींस पर लग जाएगा, इसलिए जींस थोड़ी ऊपर कर लो। मैंने सहमति से अपना लेफ्ट लेग का जींस नीज तक फोल्ड कर लिया। अब मेरे लेफ्ट लेग का नीचे का हिस्सा पूरा नंगा हो गया। मेरी गोरी और स्मूद लेग देखकर वो एक सेकंड को रुक गया और फिर पैर की मसाज करने लगा। लेफ्ट पैर की मसाज करने के बाद उसने मेरा राइट पैर उठाया, लेकिन उसका जींस नॉर्मल पोजिशन में था। उसने मेरी तरफ देखा और बिना कुछ बोले मेरा जींस ऊपर करने लगा। मैंने उसे रोकने की बजाय मुस्कुराकर इशारा किया कि ठीक है। उसके हाथ मेरे नंगे राइट लेग पर टच हो रहे थे। उसने मेरा राइट लेग का जींस नीज से थोड़ा ज्यादा ऊपर कर दिया और हाथ पैर पर ले जाते हुए पूरे लेग से स्लाइड करते हुए लाया, मेरी चिकनी स्किन को फील करने लगा।

मेरे दोनों पैर अब नीज तक नंगे थे। मैंने अपनी आंखें बंद कर लीं और रिलैक्स करने लगी। वो अब मेरे एंकल्स और काल्व्स पर लोशन लगाने लगा। मेरे पूरे एक्सपोज्ड लेग पर अब वो लोशन लगाकर मसाज करने लगा। उसके हाथ मेरे पूरे नंगे पैरों पर घूम रहे थे। मेरी स्किन लोशन की वजह से और ज्यादा चिकनी हो गई थी। नीज तक करने के बाद अब वो मेरे जींस को और ऊपर पुश करने की कोशिश करने लगा, लेकिन अब वो टाइट हो चुका था और और ऊपर नहीं हुआ। ये देखकर मैंने अपनी आंखें खोलीं और देखा कि मेरे पूरे नंगे लेग्स अब लोशन से चमक रहे थे और मुझे बहुत आराम हो गया। मैं उसका एक्साइटमेंट भी देख पा रही थी। उसके पैंट में थोड़ा सा बल्ज आ गया था। “लगता है तुम्हें मेरे लेग्स बहुत अच्छे लगे,” मैंने उसे छेड़ते हुए कहा। “हां, वो बहुत ही स्मूद और गोरे हैं, क्या तुम वैक्स करती हो?” गौरव ने कहा।

तो मैंने कहा, “नहीं, ये नेचुरल है। तुम्हारे भी तो ऐसे ही होंगे।” वो थोड़ा ब्लश करते हुए नीचे देखने लगा और बोला, “नहीं ऐसे नहीं हैं, मेरे पर बाल हैं।”

मैंने लड़कों को स्पोर्ट्स में शॉर्ट्स में देखा था और उनके लेग्स पर बाल मुझे काफी एक्साइटेड करते थे। ये एक मौका था पास से देखने का। मैंने अनजान बनते हुए कहा, “अच्छा, दिखाओ।” वो थोड़ा हिचकिचाया। तो मैंने उसके पैर अपने बगल में रख लिए और कहा, “मैं मसाज कर देती हूँ, अगर तुम्हें ठीक लगे तो?” उसने शर्माते हुए हां कहा। मैंने खुद ही उसका जींस उसके नीज तक कर दिया और अब उसके हेयरी लेग्स मेरे सामने थे। मैं उसके हेयरी लेग्स पर हाथ फेरने लगी। हम अभी पूरी तरह मेच्योर नहीं हुए थे और बॉडी में ये चेंजेस देखकर काफी शर्मीले और एक्साइटेड भी थे। मैं उसके पूरे लेग्स को फील करने लगी और उन पर बालों को भी। रात हो चुकी थी, इसलिए हमने नाइट ड्रेस में चेंज करने का डिसाइड किया। मैंने अपने कपड़े लेकर कम्पार्टमेंट से चली गई और वो कम्पार्टमेंट में ही चेंज करने लगा। मैंने अब नी-लेंथ स्कर्ट और स्लीवलेस शर्ट पहन ली थी। जब मैं वापस आई तो मैंने देखा कि गौरव ने शॉर्ट्स और बनियान पहनी हुई थी। उसकी चेस्ट के बाल और लेग्स भी नंगे थे। मैं थोड़ा स्टेयर करने लगी। उसकी बॉडी फिट थी, और उन बालों से वो और ज्यादा मस्कुलिन लग रहा था। मैंने अपनी स्कर्ट ठीक की और सीट पर बैठ गई। अब हमारी बातें और ज्यादा पर्सनल होने लगीं।

गौरव ने कहा, “तुम्हारी स्किन इतनी सॉफ्ट है, मुझे मसाज करते हुए बहुत अच्छा लगा।” मैंने ब्लश करते हुए कहा, “तुम्हारे हाथ भी बहुत जेंटल थे। अगर तुम्हें ठीक लगे, तो क्या मैं तुम्हारी बैक मसाज करूं? मेरी भी थकान उतर जाएगी।” उसने हंसकर हां कहा। वो अपनी बनियान उतारकर पेट के बल लेट गया। मैं उसके बगल में बैठ गई और उसके बैक पर हाथ फेरने लगी। उसकी स्किन गर्म थी, और मैं धीरे-धीरे मसाज करने लगी। मेरे हाथ उसके कंधों से नीचे स्लाइड हो रहे थे, और मैं फील कर रही थी कि वो रिलैक्स हो रहा है। थोड़ी देर में मैंने लोशन लिया और उसकी बैक पर लगाने लगी। “कैसा लग रहा है?” मैंने पूछा। “बहुत अच्छा, जारी रखो,” उसने कहा। अब मैं उसके लेग्स की तरफ मुड़ी और उसके शॉर्ट्स के नीचे से थोड़ा ऊपर तक मसाज करने लगी। उसके हेयरी लेग्स पर मेरे हाथ घूम रहे थे, और मुझे एक गर्माहट का एहसास हो रहा था।

वो मुड़ा और मेरी तरफ देखा। उसकी आंखों में एक अलग सी चमक थी। “नेहा, क्या मैं तुम्हारी बैक मसाज करूं?” उसने पूछा। मैंने शर्म से हां कहा, लेकिन बोली, “हां, लेकिन सिर्फ अगर हम दोनों को कम्फर्टेबल लगे।” मैं पेट के बल लेट गई, और उसने मेरी स्लीवलेस शर्ट के ऊपर से मसाज शुरू की। धीरे-धीरे उसके हाथ मेरी कमर तक पहुंचे, और मैंने फील किया कि वो मेरी स्किन को टच कर रहा है। “लोशन लगाऊं?” उसने पूछा। मैंने हां कहा। अब उसके हाथ मेरी बैक पर लोशन लगाकर स्लाइड हो रहे थे, और मैं अपनी बॉडी में एक मीठी सी सनसनी महसूस कर रही थी। वो मेरी स्कर्ट के नीचे से मेरी थाइज तक पहुंच गया, लेकिन रुक गया और पूछा, “क्या मैं यहां मसाज करूं?” मैंने ब्लश करते हुए कहा, “हां, लेकिन धीरे से।”

अब हम दोनों का एक्साइटमेंट बढ़ रहा था। मैं मुड़ी और उसके करीब आ गई। हमारी नजरें मिलीं, और मैंने कहा, “गौरव, ये सब बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन हम दोनों की सहमति से ही आगे बढ़ें।” उसने मुस्कुराकर कहा, “बिल्कुल, मैं कुछ भी नहीं करूंगा जो तुम्हें पसंद न हो।” फिर वो मेरे होंठों के करीब आया, और हमने एक सॉफ्ट किस किया। उसका किस इतना जेंटल था कि मेरी बॉडी में电流 सा दौड़ गया। उसके हाथ अब मेरी स्कर्ट के अंदर घूम रहे थे, मेरी स्मूद थाइज को फील करते हुए। मैंने उसकी बनियान उतार दी और उसकी चेस्ट पर हाथ फेरने लगी, उसके बालों को छूते हुए। वो मेरी शर्ट उतारने लगा, लेकिन रुककर पूछा, “क्या मैं?” मैंने हां में सिर हिलाया। अब मैं टॉपलेस थी, और मेरे 36 साइज के ब्रेस्ट्स उसकी नजरों के सामने थे। वो उन्हें धीरे से टच करने लगा, और मैं मोन कर रही थी।

हम दोनों अब पूरी तरह एक्साइटेड थे। उसने मुझे अपनी गोद में उठाया और बर्थ पर लिटा दिया। उसके पैंट में बल्ज साफ दिख रहा था। मैंने उसकी शॉर्ट्स उतार दी, और उसका हार्ड मेंबर मेरे सामने था। “क्या तुम तैयार हो?” उसने पूछा। “हां, लेकिन कंडोम है?” मैंने कहा। उसने बैग से निकाला और पहन लिया। अब वो मेरे ऊपर आया, और धीरे-धीरे अंदर एंटर किया। सेंसेशन इतना इंटेंस था कि मैं अपनी आंखें बंद कर लीं। हम दोनों का पहला टाइम था, इसलिए सब धीरे-धीरे हो रहा था। वो मुझे किस करते हुए मूव कर रहा था, और मैं उसके बैक पर नाखून गड़ा रही थी। हमारी बॉडीज एक-दूसरे से रब हो रही थीं, पसीने से चिपक रही थीं। क्लाइमैक्स आने पर हम दोनों ने एक साथ मोन किया, और थककर एक-दूसरे की बाहों में लेट गए।

सुबह ट्रेन रुकी, और हमने एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराया। ये हमारी सीक्रेट नाइट थी, जो हमें हमेशा याद रहेगी।

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