हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम सूरज है और आज में आपको अपनी लाईफ का सबसे मस्त और ज़बरदस्त अनुभव बताने जा रहा हूँ. यह बात उन दिनों की है, जब में 11वीं क्लास में था और दीपिका हमारे घर में काम करती थी. उसका रंग गोरा, फिगर साईज 36-24-36 के करीब था और वो जब काम करती थी तो वो अपना दुप्पटा उतारकर रख देती थी और जब वो नीचे की और होती, तो मुझे उसके बूब्स साफ-साफ़ नज़र आ जाते थे.
एक दिन पापा ने कहा कि हम सब गोवा घूमने जा रहे है, क्योंकि उन्हें फेमिली टूर पैकेज मिला था इसलिए वो सबको लेकर जाना चाहते थे, लेकिन मेरा मन उनके साथ जाने को नहीं कर रहा था, इसलिए मैंने कह दिया कि मुझे अपने दोस्तों के साथ टीचर्स के पास जाना इसलिए में उनके साथ नहीं जा सकता, तो पापा को बहुत बुरा लगा.
फिर मैंने अपनी दादी से कहा कि मेरी प्रोब्लम है, प्लीज आप पापा को समझा दो. फिर वो बोली कि कोई बात नहीं अगर नहीं जाना है तो मत जाओ, में तेरे पापा से कह दूंगी. फिर में बहुत खुश हो गया और अपने भाई के साथ खेलने चला गया. फिर दादी ने मेरे पापा को समझा दिया तो वो गुस्से में कहने लगे कि जब देखो अपनी मर्ज़ी करता रहता है, नहीं जाना तो मत जा भाड़ में जाए.
पापा जी ने टिकिट बुक की और सोमवार को जाने का प्रोग्राम फिक्स कर दिया और मुझसे कहने लगे कि सारा दिन घूमते मत रहना कुछ पढ़ भी लेना, तो मैंने चुपचाप हाँ में अपना सिर हिला दिया. फिर सोमवार सुबह कोई 6 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि सब लोग उठ गये थे और जाने की तैयारी कर रहे थे, तो में भी उठकर उनकी मदद करने लगा. अब मेरे पापा बात-बात पर मुझ पर गुस्सा हो रहे थे.
अब मुझे बहुत बुरा लग रहा था, लेकिन में क्या कर सकता था? तो चुपचाप सुनता रहा और इतने में डोर बेल बजी, तो मैंने दरवाजा खोला तो देखा कि टैक्सी ड्राईवर आ गया था. फिर मैंने पापा को बता दिया कि टैक्सी आ गई है, तो पापा ने कहा कि ठीक है ड्राइवर से कहो कि सामान रखे. फिर में ड्राइवर के साथ सामान रखने लगा.
लगभग 6:40 पर सब लोग घर से गोवा के लिए चले गये और जाते-जाते दीपिका को मेरे लिए खाना बनाना कर देने की बोल गये. फिर उनके जाने के बाद में फिर से सोने लगा तो मुझे याद आया कि क्यों ना में ब्लू फिल्म ले आऊं? तो में यह सोचकर अपनी बाइक लेकर ब्लू फिल्म लेने अपने दोस्त के पास चला गया और वापस आकर वो फिल्म देखने लगा. अब मेरा दिल किसी को चोदने का कर रहा था, लेकिन मुझे खुद अपने हाथ से काम चलना पड़ा. फिर इतने में दीपिका मेरे लिए नाश्ता ले आई, उसमें दूध, ब्रेड और आमलेट था.
फिर नाश्ता करने के बाद मैंने दीपिका को घर की ड्यूप्लिकेट चाबी दी और कहा कि सफाई करो, में बाहर जा रहा हूँ, तो उसने हाँ में अपना सिर हिला दिया और में बाहर चला गया. फिर लगभग 11 बजे जब में वापस आया तो मैंने सोचा कि सफाई हो गई होगी, चलो जाकर सोते है और मैंने अपनी चाबी से डोर का लॉक खोला और अंदर आ गया और जैसे ही में लॉबी की लॉक खोलने लगा तो मुझे अंदर से टी.वी की आवाज़ आई, तो में डर गया कि शायद घर में कोई चोर है और में डर के मारे बाहर आ गया.
मैंने सोचा कि अगर घर में चोर होगा, तो वो टी.वी क्यों देखेगा? इसलिए में धीरे-धीरे से अंदर जाने लगा और फिर जब मैंने अपने रूम में देखा तो में हैरान हो गया, क्योंकि में जो ब्लू फिल्म बंद करके गया था, अब वो तो टी.वी पर चल रही थी. अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था आखिर हो क्या रहा है? फिर मैंने धीरे से अंदर देखा तो दीपिका मेरे बेड पर लेटी ब्लू फिल्म देख रही थी.
फिर मुझे देखकर वो टी.वी बंद करने की कोशिश करने लगी, तो मैंने उससे पूछा कि यह सब क्या है? तो वो बोली कि चुदाई हो रही थी. फिर में उसके मुँह की तरफ देखने लगा कि वो क्या कह रही है? फिर मैंने कहा कि यह तो लड़को के लिए है. फिर वो बोली कि झूठ मेरे पास भी ऐसी 3-4 फिल्म है. फिर मैंने पूछा कि कभी चुदाई करवाई है क्या? तो वो बोली कि नहीं.
मैंने कहा कि मैंने भी आज तक कभी किसी को नहीं चोदा, तो वो हँसने लगी. फिर मैंने कहा कि मुझसे चुदाई करवाना चाहोगी क्या? तो वो शर्माकर जाने लगी, तो मैंने उसे पकड़ लिया और वो चुपचाप खड़ी हो गई.
मैंने कहा कि मेरे साथ सेक्स करना चाहोगी क्या? अब वो हँसने लगी थी. फिर मैंने सोचा कि शायद वो नहीं मानेगी, लेकिन में ग़लत था. तो उसने कहा कि कैसे? फिर मैंने उसे अपनी और खींच लिया और उसके लिप्स पर अपने लिप्स रखकर स्मूच करने लगा. पहले तो उसने मेरा कोई साथ नहीं दिया, लेकिन 2 मिनट के बाद उसने साथ देना शुरू कर दिया.
फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी कमीज़ के अंदर अपना हाथ डाल दिया और उसकी ब्रा के हुक खोलने लगा, तो वो बोली कि साले पहले कमीज़ तो उतार दे. फिर मैंने उसकी कमीज़ उतार दी, उसने सफ़ेद कलर की ब्रा पहनी थी, जो कि उसके रंग के साथ काफ़ी मैच कर रही थी. फिर में उसके सलवार को खोलने लगा तो उसने अंदर पेंटी पहनी थी और उसकी चूत पर बाल थे.
मैंने उसे बेड पर सीधा लेटा दिया और उसके सफ़ेद मिल्की बूब्स को चूसने लगा. फिर उसने अपना एक हाथ मेरी पेंट में डाल दिया और कहने लगी कि बहनचोद इसे बाहर तो निकाल, देखूं तो सही कितना बड़ा है?
मैंने कहा कि मुँह में लोगी क्या? तो उसने कहा कि तू मेरी चूत चाट, में तेरा लंड चूसूंगी, तो में मान गया और फिर हम दोनों 69 पोजिशन में आ गये. फिर मैंने कहा कि चल अब तेरी चूत में अपना लंड डालता हूँ, तो वो बोली तेल तो लगा ले वरना बहुत दर्द होगा.
फिर में सांडी का तेल लेकर आया और थोड़ा सा तेल अपने लंड पर लगा लिया, उसकी झाटों से भरी चूत बहुत टाईट थी. फिर दोस्तों इसके आगे मैंने दीपिका को खूब चोदा और उसने भी चुदाई का पूरा मजा लिया. आज वह बुर मरवाने की शौक़ीन हो चुकी है.