कुछ ही दिन पहिलेकि बात है. मेरी बड़ी दीदी ने मुझे बताया की वो सुभह अपनी किसी दोस्त की शादी में जानेवाली है. सुबह वो निकल जाएगी और शाम को आएगी. मेरे पापा सुभह काम के लिए निकल जाते है. मेरी माँ नहीं है. तो हम तीनो घरमे रहते है.
मेरी दीदी की उम्र २४ साल है. में २० साल का हु. मेने सोचा अगर घर में उस दिन कोई नहीं है तो में अपने लंड से खेल लूंगा. बहोत दिन हो गए ठीक तरहसे लंड से कहने नहीं मिला था. क्यूंकि घरमे हमेशा दीदी रहती थी या पापा रहते थे. हरबार बाथरूम में ही हिलना पड़ता था.
इसलिए जब दीदी शादी में जाने वाली थी. में बहोत कुछ हो गया. दीदी ने मुझे एक दूसरी घरकी चाबी दे दी थी. उस दिन सुभह दीदी जल्दी निकल गई. में भी कॉलेज निकल गया था. दुपहर होते होते कुशीसे मेरा लंड तन गया था. आखिर कर में कॉलेज से १ बजे घर आ गया. आतेहि घर की चाबी से मेने अपना घर खोला और दरवाजा बंद करके सीधा अपने कमरे में चला गया.
हमारा दरवाजा चाबी से सीधा खुल जाता था. उसमे कड़ी या टाला नहीं था. में अपने कमरेमे एके पहले सामने के कंप्यूटर पे सेक्स का वीडियो सुरु कर दिया. वीडियो चालू होते ही. मेने अपने सरके कपडे निकल दिए और अपने नंगे बदन पे ऊपर से निचे हात घूमने लगा. उस वीडियो में लड़केने लड़कीके मम्मे चूसना सुरु कर दिया. धीरे धीरे उसने लड़की को पूरा नंगा कर दिया था. और उसको झुकके खड़ा किया और उसको चोदने लगा.
वो देखके यहाँ मेरा शरीर कपङे लगा. अजीबसी शरीर में हलचल होने लगा. ऐसे लगने लगा की कोई लड़की यहाँ पे होती तो बहोत अच्छा होता. उसको सीधा नंगा करके चोदना सुरु करता.
लंड ऊपर निचे कूद रहा था. मुझसे रहा नहीं गया. तो मेने अपना मोटा तकिया लिया. उसका कवर निकल दिया. और तकियेके बिच छोटासा गढ्ढा कर दिया. में उसमे अपना लंड डालखे चोदने की सोच रहा था. मेने ठीक तरसे गड्ढेको फायला. अंदर की रुई दिखने लगी.
फिर वो मोटा तकिया लेके में बीएड के कोनेमे आया और तकिएको बीएड के कोनेमे लिटाके अपना लंड उस गड्ढेमे डालके सो गया. सामने कंप्यूटर पे लड़की को चुडते हुए देख में यहाँ पे धीरे धीरे अपने लंड को तकियेमे अंदर बहार करने लगा. अहहहहहहहहहह….. रुई का कोमल भाग लंड के नोक में घिसने लगा. आहहहहहहह… गढ्ढा काफी गहरा था. मजा आने लगा. मेने धीरे धीरे अपनी गति बधाई और जोर जोर से लंड को तकीएके गड्ढे में डालके चोदने लगा. अहहह अहहह हाहाहाहा ह्ह्ह… बहोत मजा आने लगा…अहहह हहहहह अहहहहह… ऐसे लग रहा था की लकड़ी की चुत मार रहा हु.
में पूरा मदहोश होक तकिएको चोद रहा था. अचानक पीछे से दरवाजा खोलनेकी आवाज आई.
में डर गया, और जैसे पीछे देखा, तो मेरे होश ही उड़ गए.
वो मेरी बड़ी दीदी थी.
दीदी शादीसे जल्दी घर आ गयी. उसने मुझे सब करतेहुए देख लिया.
कुछ क्षण दोनों भी चकित हो गए और स्तब्ध खड़े रहे. फिर दीदी ने नजर कंप्यूटर पर घुमाई जहा सेक्स वीडियो चल रहा था. तभी में वापस होश में आया और चरण हातमे जो तकिया था उसको लंड के सामने पकड़ लिया. अपने तने हुए लंड को दीदी से चुपरहा था.
दीदी ने वापस मेरी तरफ देखा और पिछेसे दरवाजा धीरेसे बंद कर दिया. वो मेरे तरफ आने लगी और पूछने लगी ये सब क्या चल रहा है तेरा. मेरे तो पसीने छूट गए थे. मेरे मुँह से शब्द बहार निकल ही नहीं रहे थे. में बोलते बोलते तत…पप….करने लगा.
दीदी धीरे धीरे मेरे नजदीक आ गई और मेरी आँखोमे आँखे डालके देखने लगी. और बोलू. घरपे कोई नहीं होता तो तेरी ऐसी रंगरलिया चल रही है. क्या कर रहा था तकियेके साथ. ऐसे बोलके मेरा लंड की तरफ झाकने लगी.
में बहोत डर गया और बोला कुछ नहीं दीदी. में वापस ऐसे नहीं करूँगा.. पापा को नहीं बताना ये सब.
दीदी ने मेरी तरफ फिरसे एक बार देखा और कहा एक शर्त पे में पापा को नहीं बताउंगी.
मेने तुरंत पूछा कोनसी शर्त दीदी.
तो दिदिने कहा. में जो बोलूंगी अभी वैसे करना पड़ेगा. और जो भी इस कमरेमे होगा वो हम दोनों किसी को भी नहीं बताएँगे.
मुझे कुछ समाज नहीं आया की दीदी क्या बोलना चाहती है. मेने छुटकारा पाने के लिए दीदी को है बोल दिया.
फिर दीदी ने कहा. पहले तो इस तकिएको वापस बेड पर रख दे. मि पूरा नंगा था. उस तकियेके पीछे मेने अपना लंड छुपा दिया था. वही तकिया अब दीदी दूर करने कह रही थी. मेने डर डर के तकिएको दूर किया. तकिया दूर होते ही. दीदी ने एक नजर मेरे लंड पर डाली.
लंड सिकुड़ गया था.
दीदी बोलू. अभी थोड़ी देर पहले तो बहोत बड़ा दिख रहा था. तकिये के अंदर तर जा रहा था. अभी छोटा कैसे हो गया. ऐसे कहतेहुए दीदी ने मेरे लंड को हात में पकड़ लिए. वो उंगलियों से लंड को रगड़ने लगी.
दीदी के मोमल हातो का स्पर्श लंड पे लगतेहि… मेरा लंड फिरसे जाग गया. धीरे धीरे वो तनने लगा. अहहह हहहह… में आँखे बन कर दीदी जो लंड पे हात घुमा रही थी उसे महसूस करने लगा.
अहह अह्हह्हह अहहहहहहहहहहह. अहहह अहहहह अहहहहहह. दीदी अहहहह
दीदी ने अब मेरे लंड को मुठी में जकड लिया और मसलने लगी. अहहहहहह अहहहहहहहह…. अब मुजसे रहा नहीं गया… मेने आँखे खोली और दीदी के मम्मे देखने लगा. दीदी को पता चला की मुझे क्या चाहिए. दिदिने खुद ही पूछा…. चाहिए तुजे.. मेने गर्दन गीले. और दिदिने तुरंत मेरा हात पकड़ कर अपने मम्मे के ऊपर रख दिया.
हात मम्मे पे आते ही, मेने दबाना सुर किया…. दीदी के मुँह से आवाजे आने लगी. अहह हहहहहहहहहह.. दीदी का चेहरा लाल होने लगा. मेने दोनों हात दीदी के मम्मे पे रखे और जोर जोर से दबाने लगा. दीदी ने भी मेरा लंड कसकर पकड़ लिया और खींच खींच के लंड को हिलने लगी.
दोनों धीरे धीरे करीब आये और दोनो ने कसकर एक दूसरेको बाहो में भर लिया और होठोंपे चूमने लगे. आहहह अहहह ः हहहहह अहहहहहहह …. उमममम ाममममममम ममममममम…. दीदी के होठ काफी मुलायम थे. हम दोनों ही एक दूसरे को चूसने लगे….दीदी को गले लगाकर उसके पीठ पर हात घुमाने लगा. दीदी का शरीर काफी कोमल था. बहोत मजा आ रहा था दीदी के होठोंका रास पीते हुए उसकी पीठ को सहलानेमे.
मेरा हात पीठ से होकर धीरे धीरे दीदी के गांड पे आ गया और मेने जोर से गांड को दबा दिया. अहःअहः हहहह.. काफी बड़ी गांड थी दीदी की. हातो में नहीं आ रही थी. मेने पूरी गांड पे हात घुमाने घूमते उसे दबाना सुरु किया. अहहह हहहहहहहहहहहहह… दीदी भी जोश में आ गयी और मुझे जोर जोर से चूमने लगी….
काफी देर बाद दीदी ने मुझे पीछे धकेला. में पीछे बेड को लगके खड़ा हो गया. दिने ने अपना कुरता ऊपर खींच के निकल दिया. और ब्रा निकल के मेरे सामने अपने मम्मे रख दिए. अहहहहहहहहह…. दीदी के गोर गोर मम्मे और उसके बिच की दरार …हहहहहहहह आ…. देखकर ही मुँह में पानी आ गया. और वो चूचिया तो … बहोत सही दिख रही थी.
मेने तुरंत दीदी के मम्मे पे अपना मुँह रख दिया और चूचिया दबाने लगा. चूचियों को मुँह में लेके मेने चूसना सुरु किया. अहहहह अहहहहहहहहहह… दीदी के मम्मे आम की तरह रसीले थे. दोनों हतोसे जोर जोर से मसलकर मेने उसे चूस लिया. पूरी जीभ मम्मे पे घुमाकर चाट लिया. गर्दन से लेके मम्मो के निचे तक चूमा और उनका अनंदा लिया….
यहाँ में रुखा ही था की दीदी ने मेरे शरीर पे हात घूमते हुए निचे जाना सुरु किया. मेरे सामने बैठकर उसने लंड को धरा और सीधा मुँह में ले लिया….अह्हह्ह्ह छः हहहहहहहहहह… मुझे लगा नहीं था की दीदी मेरा लंड कभी चूसेगी. लेकिन अभी दीदी को मेरे लंड को चुसतेहुए देखकर बहोत उत्तेजित हो गया. दीदी ने पूरा लंड मुँह में लिया और अंदर बहार कर रही थी. लंड को जीभ से चाट रही थी. हात में लेके हिला रही थी. लंड के निचे दोनों अंडकोष मुँह में ले लिए और चूसने लगी. अहह हां अहहह हहहह अहहहहहहहह…. दीदी को लंड कैसे चूसना चाहिए उसका पूरा ग्यान था.
उसको लंड चुसतेहुए देखके लगा के बहोत लंड चुसके आई हे. अहह अहहहहह अहहहहहहहहहहहहह
बहोत देर दीदी ने मेरा लंड चूसा. फिर वो कड़ी हो गयी. मेने उसे बेड पे सुलाया. फिर उसकी सलवार निकल दी. अंदर नील रंग की चड्डी पहनी थी. हु भी मेने उतर के उसे पूरा नंगा कर दिया.
जैसे ही दीदी का नंगा शरीर मेरे सामने आया… मेने ऊपर से निचे तक उसे देखा…. दीदी बहोत ही तगड़ी माल थी. गोरा शरीर, बड़े बड़े आम अहहह अहहहहह…. बड़ी गांड….अहहहहहहह अहहह… लचीली कमर…. में चरण दीदी पे चढ़ गया और उसके होठोंसे चूमना सुरु किया. धीरे धीरे शरीर को उसके अंग पे घसिटके निचे आने लगा.
अहहह हहहह.. उसके मम्मे चूसे… फिर उसकी नाभि चाटने लगा. अहह ाहाःहाहा मूमूममउमूमा ामममममममममम ामममममम ..
फिर कमर से होकर जैसे में उसके गौर गोरी मास से भरी जांघ पे आया, मुझे दीदी के चुत के नजदीक से दर्शन हुए. में दीदी के जांघ पे अपनी जीभ घूमते हुए चुत को बारीकीसे देख रहा था. धीरे धीरे ऊपर सरकने लगा और आखिर कर मेने दीदी के चुत पे अपने होठ टिका दिए. अहहह अह्हह्ह्ह्ह हहहहहहहह
दीदी की चुत बहोत ही गरम थी. मेने उसके पैर फैलाये और चुत को चाटने लगा. ाःहाहा हहह अहहह हाहाहा दीदी …. ाःहाहा हहह ाहः हहहहहह.. बहोत मजा आ रहा था. दीदी भी चिल्लाने लगी अहहह ः हहह ः हां ऊऊफफफफफ फ्फ्फफ्फ्फ़ ाममममममममम ामममममममममम
मेने पूरी जीभ चुत में डालके चाटना सुरु किया… अहह अहहह.. चुत से पानी निकल रहा था उसे चाट चाट के पि गया.. अहहह हहहह.. फिर दो ऊँगली चुत में डाली और जोर जोर से अंदर बहार करने लगा. ाहः ः हहहहहहह…
काफी देर चुत के सात खेलनेके बाद, में फिर पीछे हुआ. दीदी के चेहरेपे बढ़ी हुई हवस दिखाई दे रही थी. दीदी को मेने घुमाके सुलाया. दीदी की गांड सामने आई. गांड सामने आते ही मेने दोनों हतोसे उसे दबाना सुरु किया. उसका पूरा आनंद लिया. काफी मुलायम गांड थी दीदी की. दो जोर से फटके मारे गांड पे और फिर गांड चाटने लगा. मुँह को दीदी के गांड पे रगड़ने लगा. मख़मलीशी दीदी की गांड मुँह पे घिसनेसे बहोत अनंदा मिल रहा था.
गांड के साथ खेलते समय मुझे गांड के निचे दीदी के चुत का गड्ढा दिखे दिया सोचा पहले यहाँ से ही लंड दाल देता हु. में गांड पे बैठा और दोनों पैर के बिच से लंड को चुत में घुसा दिया… अहहह हहहहहह.. लंड चुत में घुस गया.. अहहहहहहहह.. लंड अंदर जातेहि दीदी चिल्लाई.. अहहहहहहहह.. मेने आगे पीछे कमर हिलाके दीदी को जोर जोर से चोदना सुरु किया. अहह ाहः हहह अहहहह अहहहहहहहहहहहहहह
काफी देर चोदने के बाद. लंड को बहार खींचा.. लंड काफी चिप चिपा हो गया था. फिर मेने दीदी को घोड़ी बनाया और दीद की कमर को पकड़कर लंड को चुत में डाला और जोर जोर से चोदने लगा. अहहह हहह हहहहहह…. लंड अभी पूरा अंदर जा रहा था. अहहहहहहहहहहहहह हहहहहहहह… दीदी की चुत ने लंड को जकड लिया था. अहहह ाहः अहहहहहहह.. बहोत मजा आ रहा था. अहहह हहहह अहहहहहहहह हाहाहा
फिर दीदी को सीधा लिटाया और पैर फैलाके चुत के अंदर लंड दाल दिया. लंड को पूरा अंदर दबाके. उपसे सो गया. होठोंपे चूमते हुए मेने धीरे धीरे लंड को चुत में अंदर बहार करना सुर किया. दीदी मेरी तरफ देखके आवाज करने लगी. अहहह ः हहहह अहह हहह हहहहह… बहोत मजा आ रहा है……. चोद दे आज अपनी दीदी को. अहहह हहहहहह हाहाहाहाहा….. दीदी की आखो में आँखे डालके मेने जोर जोर से दीदी को चोदना सुरु किया. लंड तन गया था और अपनी आखरी स्तिति में पहोच गया था. कभी भी पानी निकल सकता था. इसलिए मेने जोर जोर से लंड को चुत में डालके धक्के दिन सुरु किया. अहह अहह हहहह अह्ह्ह्ह… दीदी .. अहहहह अहहहहह हाहाहा हहहह
कुछ देर बाद जैसे पता चला की पानी निकलने वाला है, चरण लंड को बहार खींचा और दीदी की चुत पे पानी उड़ा दिया, लंड से जोर से पिचकारी निकली जो चुत से होकर दीदी के पेट तक फ़ैल गई. अहहह हहहहहहह हहहहहह
पूरा पानी दीदी के ऊपर निकालनेके बाद में दूर हुआ. कुछ देर हम ऐसेही बेड पर नंगे सोये रहे. दीदी ने आके मुझे गले लगाया और प्यार करने लगी. दीदी ने कहां की हम हे खेल खेलते रहेंगे. तू बस इसके बारेमे किसी को बताना नहीं.
मेने भी बहोत खुसी से दीदी को हां बोला. फिर हमने एक दुसरको चूमा…
उस दिन से दीदी मुझे खुद चोदने केलिए बुला लेती है.