ट्रेन में मिली भाभी को करवाया मजा लंड का

मेरा नाम अयान है. मैं अपनी ट्रेन सेक्स की कहानी लिख रहा हूँ. ट्रेन में जो भाबी मुझे मिली, उसका नाम अलीशा. उसकी उम्र 34 साल थी. साइज 36-34-38 का था. कुल मिलाकर भाबी एकदम सेक्सी माल थी. जो एक बार देख ले, उसका लंड उसी वक्त खड़ा हो जाए. जब भाबी मटक कर चलती थी, तो उसकी गांड ऐसी लहराती थी कि क्या बताऊं. मेरा तो लंड झटके खाने लगता था. ये सब मैंने उन्हें चोदने के बाद देखा था. हुआ यूं कि मेरे एक दूर के रिश्तेदार की शादी थी. तो पापा ने मुझसे कहा- तू चला जा … मेरे पास टाइम नहीं है.मैंने भी सोचा कि चला जाता हूँ, टाइम पास हो जाएगा. मैंने जाने का फैसला कर लिया. मैं दिल्ली से पुणे जानेवाली ट्रेन में बैठ गया. उस ट्रेन में ज़्यादा भीड़ नहीं थी. मैं जिस सीट पर बैठा था, उसके सामने वाली सीट बिल्कुल खाली …

पूरी कहानी पढ़ें

गाँव की भोली लेडीज़ और लड़कियों को चोदता ढोंगी बाबा

यह बाबा सेक्स पोर्न स्टोरी कुछ 20 साल पहले की है. उस समय मेडिकल की सुविधा ज्यादा नहीं थी. गांव में भी एक दो डॉक्टर ही होते थे; वो भी ज्यादा पढ़े लिखे नहीं. तो कुछ थोड़ी भी अजीब बीमारी होती तो उस बीमारी का नाम ऊपरी हवा, झपट, भूत प्रेत का साया जैसे नाम दिए जाते थे. उनके इलाज के लिए लोग साधु महाराज के पास जाते थे क्योंकि वो गुरुकुल में चिकित्सा के बारे में भी पढ़ते थे और कई मानसिक और शारीरिक बीमारी का इलाज करते थे. उन साधु महाराज को बाबा का नाम दिया जाता था. अब सब बाबा एक जैसे नहीं होते थे; कुछ ढोंगी बाबा भी होते थे. जो इन अच्छे साधु की तरह बस कपड़े पहन कर रुपए कमाते थे और अपनी हवस की आग बुझाते थे. गांव से थोड़ी सी दूर एक कुटिया में एक बाबा रहते थे. वो गांव में आटा, …

पूरी कहानी पढ़ें

माँ ने बेटे के लंड की सिल तोड़ उसे मर्द बनाया

हैलो मेरे प्यारे दोस्तो! मैं दीपू अपनी कहानी आप लोगों को बताना चाहता हूं. यह कहानी मेरी मां के बारे में है. मां के साथ ही मुझे सेक्स का पहला अनुभव मिला था. उसी अनुभव को मैं आप लोगों के साथ कहानी के रूप में बांटने जा रहा हूं दोस्तो, यह बात तब की है जब मैं 19 साल का था. मेरे पापा आर्मी में हैं और घर पर केवल मां और मैं ही रहते थे. इसलिए उन दिनों में भी मैं अपनी मां के साथ सोया करता था. मेरी मां एक घरेलू महिला है मगर देखने में बहुत ही सुन्दर है. उन्होंने अपने आप को बहुत मेंटेन करके रखा हुआ है. उन दिनों में तो मां और भी ज्यादा जवान हुआ करती थी. अब मैं उस घटना के बारे में बताता हूं. वह मई का महीना था और कमरे में पंखा चल रहा था. मैं गर्मियों में सिर्फ कच्छे …

पूरी कहानी पढ़ें

दोस्त की कुंवारी बहन की बुर चोदी

मेरा नाम संजीव है और मेरे दोस्त का नाम रोहित है. उसकी बहन का नाम शिवानी है.मैं गाजीपुर (उप्र) का रहने वाला हूं. मेरा दोस्त का घर दिल्ली में है. उसके घर में उसके मम्मी पापा और उसकी छोटी बहन के अलावा कोई नहीं है.ये बात आज से 3 साल पहले की है जब मैं उसके यहां दिल्ली गया था.उसकी बहन को मैंने पहली बार देखा था, वो एकदम मस्त माल लग रही थी. उसके शरीर का उतार चढ़ाव 34-28-36 का है. उसकी गांड उभरी हुई थी और चुचियों की तो बात ही अलग थी.आज भी उसकी याद आती है तो मैं बिना मुठ मारे नहीं रह पाता हूं,जब मैं दोस्त के घर पर पहुंचा तो मैंने उसके मम्मी पापा को प्रणाम किया और उनका आशीर्वाद लिया.फिर सामने शिवानी आई तो मेरी आंख खुली की खुली रह गई. वो इतना कांटा माल हो सकती थी, मैंने सपने में भी नहीं …

पूरी कहानी पढ़ें

मेरी पुरानी जॉब वाली लड़की से सेक्स

नमस्ते दोस्तों, मैं समीर हूँ, गुजरात से। आप सभी को बता दूं कि मैं लगभग 2-3 साल से इस तरह की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ। मैंने बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं, लेकिन कितनी सच्ची हैं यह पढ़ने वालों को ही समझ आएगा। वैसे, मैं इन कहानियों को पढ़कर काफी मजे लेता था, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि मैं किसी लड़की के साथ यौन संबंध बनाऊंगा, अपनी पत्नी के अलावा। वैसे मेरी पत्नी अब नहीं रही है। आज मैं यह कहानी लिखने के लिए प्रेरित हुआ हूँ। क्योंकि यह मेरी पहली कहानी है और यह घटना आज से 4 दिन पहले हुई थी। अब मैं आपको अपनी कहानी बताता हूँ।मैं पिछले 3 साल से एक प्राइवेट कंपनी में काम कर रहा हूँ। वहाँ मैं मैनेजमेंट लेवल पर था, लेकिन कंपनी में किसी से मेरा झगड़ा नहीं था। सभी के दिलों में मैं रहता था। लड़कियाँ या लड़के, सभी कर्मचारियों ने …

पूरी कहानी पढ़ें

पढ़ाई के साथ चुदाई

हाय, अन्तर्वासना के सभी पाठकों और पाठिकाओ, आपकी सेवा में मैं विक्की मित्तल एक बार फिर से अपनी चुदाई के तजुर्बे के साथ हाजिर हूं, आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। लगता है मेरी कहानी ‘दीपाली की चुदाई’ काफ़ी पाठको ने पढ़़ी है, क्योंकि मेरे पास बहुत से पाठक पाठिकाओ के जवाब आये है जिनमे लिखा है उन्हे मेरी कहानी बहुत पसन्द आई है और मैं अपनी दूसरी कहानी भी जल्द ही भेजूं। इसके लिये आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद। लगता है कि पढ़ने वालों में लड़कियों और औरतों की संख्या अधिक है, क्योंकि लिखने वालो में लड़किया अधिक है। कुछ लड़कियों ने तो यहां तक लिखा है कि अपनी नई कहानी में उनको लेकर यानि उन्हे नायिका बना कर कहानी लिखूं। यहां पर मैं बताना चाहूंगा कि दीपाली की चुदाई मेरी कोई कल्पना मात्र नहीं है बल्कि ये वास्तव में मेरा पहला तजुर्बा है, और आज भी …

पूरी कहानी पढ़ें

उषा की कहानी

उषा अपने मां बाप की एकलौती लड़की है, दिल्ली में रहती है। उषा के पिताजी जीवन शर्मा दिल्ली में ही एल आई सी में ऑफ़िसर थे और चार साल पहले स्वर्गवासी हो गये थे. उषा की मां श्रीमती रजनी हाऊस वाईफ़ है। उषा के और दो भाई भी है और उनकी शादी भी हो गई है। उषा ने पिछले साल ही एम ए इंगलिश में पास किया है। उषा का रंग बहुत ही गोरा है और उसका फ़िगर 36-25-38 है। वो जब चलती है तो उसके कमार एक अजीब सी बल खाती है और चलते समय उसके चूतड़ बहुत हिलते हैं। उसके हिलते हुए चूतड़ को देख कर पड़ोस के कई नौजवान, और बूढे आदमियों का दिल मचल जाता है और उनके लंड खड़े हो जाते है। पड़ोस के कई लड़कों ने काफ़ी कोशिश की लेकिन उषा उनके हाथ नहीं आई। उषा अपनी पढ़ाई और युनिवरसिटी के संगी साथी में …

पूरी कहानी पढ़ें

सरिता भाभी की चुदाई

सबसे पहले मैं अपना परिचय देना चाहता हूँ आप सबको। मेरा नाम विजय अग्रवाल है और मैं हैदराबाद आंध्र प्रदेश का रहने वाला हूँ । मै एक गॉव में हूँ और मेरी अभी तक शादी नही हुई है। लंड का साईज 8 1/2 इंच है पक्का यक़ीन है जिसे भी मैने चोदा है वो पूरी संतुष्ट हुई है। अब मेरी कहानी के बारे मे सुनिये। मेरी भाभी जिनकी उमर 24 साल की है काफ़ी सेक्सी है। उनका नाम सरिता है, इतनी ख़ूबसूरत है कि जो भी एक बार उन्हे देख ले बस दीवाना हो जाए। उनका फ़िगर परफ़ेक्ट है याने की 36-26-36। कहानी शुरू होती है अब। मेरी भैया की नयी नयी शादी हुई थी। भाभी को जब मैने पहली बार देखा तब से ही मैं ये सोचने लगा थी की मैं उन्हे एक बार ज़रूर चोदूंगा और उनके नाम से मुठ मारा करता था। शादी के कुछ दिनो के …

पूरी कहानी पढ़ें

मैं और तुम कभी आशना थे

पिछली रात तेरी यादों की झड़ी थी मन भीग रहा था जैसे-जैसे रात बढ़ती थी चाँद से और जागा नहीं जा रहा था… बेचारी नींद!!! आँखों से यूँ ओझल थी जैसे कि कुछ खो गया हो उसका जब आँखों में नींद ही नहीं थी तो क्या करता…? तुम में मुझमें जो कुछ था उसे तलाशता रहा सारी रात सारी कहानी उधेड़कर फिर से बुनी मैंने तुमने कहाँ से शुरु किया था कुछ ठीक से याद नहीं आ रहा था नोचता रहा सारी रात अपने ज़ख़्मों को ज़ख़्म ही कहना ठीक होगा दर्द-सा हो रहा था साँस बदन में थम-थम के आ रही थी कभी आँसू कभी ख़लिश तुमने ग़लत किया – या मुझसे ग़लत हुआ कोई तो रिश्ता था जिसमें साँस आने लगी थी मगर किसी की नज़र लग गयी शायद… साँस तो आ चुकी थी मगर रिश्ता वो अभी नाज़ुक़ था अगर मैं कुछ कहता तो तुम कुछ न …

पूरी कहानी पढ़ें

होमोसेक्सुअल लड़के

मेरा नाम है कैलाश, मैं आज आपको बताने जा रहा हूँ वो मैं ओर मेरे दोस्त अश्विन के साथ स्कूल में हुआ था। मैं गोरे गाँव का रहने वाला हूँ। जब मैं ग्यारवी कक्षा मैं यह की एक स्कूल मैं नया था। तब मैंने आश्विन के साथ दोस्ती हुई थी। थोड़े ही दीनो में हम एक दूसरे से साथ काफ़ी समय बिताने लगे। वो मुझसे एक साल बड़ा था, फिर भी हम हिलमिल गाये थे। हम एक साथ फ़िल्म देखने जाते थे, कभी कभी एक दूसरे के घर जा कर स्कूल का काम करते। आश्विन मुजसे एक साल बड़ा था, फिर भी उसका शरीर तेहरा साल का बच्चा जैसा था, थोड़ा साँवला भी। एक दिन वो मुझे स्कूल के बाद साईबर कैफ़े मैं ले गया था, उसको एक परदेस में रहने वाले भाई के साथ इंटरनेट से बात करनी थी। थोड़ी देर बात करके उसने मुझे ये इंडियन सेक्स कहानी …

पूरी कहानी पढ़ें

error: Content is protected !!