नौकरानी को पटाकर चोदा

नमस्कार साथियों दोस्तों, मेरा नाम ब्रजेश गुप्ता  है और हम आगरा के पास वाटर टैंक रोड पर रहता  हूँ. मेरी उम्र 19 साल है, लम्बाई 5.11 इंच है, रंग साफ और मेरा लंड 8 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है.  दोस्तों यह बात सितम्बर 2019 की है, उस वक़्त में 9th क्लास में पढ़ता था और मेरी मम्मी नगरपालिका में सफाई कर्मी में नौकरी करती है. तो उनसे घर का काम नहीं होता था इसलिए उन्होंने एक नई काम वाली रखी. उसका नाम रोशनी था और वो थोड़ी चुलबुले स्वभाव की है. उसकी उम्र करीब 22 साल की थी और दोस्तों अगर आप एक बार उसका फिगर देखोगे तो आप भी उस पर फ़िदा हो जाओगे. उसकी छाती का साईज़ कम से कम 34 तो होगा ही, उसके निप्पल काम करते हुए तरबूजों की तरह उछलते और हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करते थे.

फिर जब मैंने पहली बार उसे देखा तो मेरा लंड उसे एक बार नीचे से ऊपर तक देखते ही एकदम तनकर खड़ा हो गया और में सीधा बाथरूम में जाकर अपने लंड को सहलाने लगा और कुछ ही देर बाद मुठ मारकर बाहर आ गया. फिर एक हफ्ते तक में उसे लगातार रोज़ देखता रहा और फिर मैंने और मेरे लंड ने ठान लिया कि उसकी चूत को तो में कैसे भी फाड़कर रहूँगा.

फिर मैंने उसे अगले दिन से ही अपनी तरफ आकर्षित करने का प्लान बनाया और अगले दिन से जब जब वो जिस रूम में जाती में वहीं पर चला जाता और उसके बड़े बड़े निप्पल को घूर घूरकर देखता. तो वो हमेशा अपने निप्पल को अपने कपड़ो में छुपाने की कोशिश किया करती. लेकिन बड़े बड़े निप्पल और काम करने की वजह से वो हमेशा नाकाम रहती, उसके निप्पल थोड़ी ही देर बाद फिर से बाहर की तरफ झांकने लगते, उसे भी अब मुझ पर पूरी तरह से शक होने लगा था.

लेकिन वो मुझसे कुछ नहीं कह सकी और फिर दो दिन तक सब ऐसे ही चलता रहा. फिर मैंने थोड़ा सा और आगे की तरफ बड़ने की सोची और जब वो एक दिन बाथरूम वाले कमरे में सफाई करने आने वाली थी तो मैंने वहां पर उससे पहले ही जाकर टॉयलेट का दरवाजा खोल दिया और अपने 8 इंच लंबे लंड को खड़ा करके मुठ मारने लगा. जैसे ही वो आई और मुझे मेरा लंड पकड़े हुए देखकर एकदम चौंक गयी और शरमाकर बाहर चली गयी.

तो मैंने सोचा कि कहीं वो मेरी मम्मी से शिकायत ना कर दे इसलिए में उसके पास गया तो मैंने देखा कि वो थोड़ा डर सी गयी. मैंने उससे कहा कि प्लीज़ तुम यह बात किसी को मत बताना वरना मेरी बहुत डांट पड़ेगी. तो वो थोड़ा धीरे आवाज़ में बोली कि प्लीज़ मुझे कुछ नहीं करना, में किसी को भी नहीं बोलूँगी. में समझ गया था कि वो अब पट चुकी है और मेरे लंड की भूखी है और मैंने उस दिन उसके साथ कुछ नहीं किया, लेकिन रोशनी दो दिन तक काम पर नहीं आई और फिर जब वो तीसरे दिन आई तो उसके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी, लेकिन उस समय मम्मी भी घर पर थी और कुछ देर बाद जब मम्मी चली गई तो मुझमें थोड़ी हिम्मत आई और फिर जब वो मेरे रूम में आई तो मैंने उसे पीछे से जाकर पकड़ लिया और मैंने उससे कहा कि रोशनी में तुम्हे बहुत प्यार करता हूँ और अगर तुम वो सब करोगी जो में कहूँगा तो में तुम्हे 500 रूपये दूँगा (दोस्तों वो वैसे भी एक ग़रीब लड़की थी तो उसे पैसो का लालच तो आ ही गया था) फिर उसने 20 सेकण्ड तक मुझसे कुछ नहीं कहा और फिर में धीरे धीरे अपना लंड उसकी गांड पर रगड़ने लगा और उसके निप्पल को मसलने लगा.

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उसने कहा कि प्लीज़ अभी मुझे कुछ मत करो वरना हमें कोई देख लेगा, में कल थोड़ा और जल्दी आ जाउंगी और तब तुम्हे जो कुछ भी करना हो कर लेना. दोस्तों उसके मुहं से यह बात सुनकर तो मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा और फिर मैंने उसका चेहरा अपनी तरफ किया और उसे एक किस किया. उसने भी मेरा साथ दिया, लेकिन फिर वो जल्दी से वहां से चली गई. लेकिन दोस्तों उस पूरी रात में बिल्कुल भी चैन से सो नहीं पाया में बार बार उसके बारे में सोचकर मुठ मारता रहा और फिर आख़िरकार वो दिन आ ही गया जिसका में बहुत बेसब्री से इंतजार कर रहा था. उस दिन में अपनी ट्यूशन भी नहीं गया.

फिर जब वो आई और जब मैंने उसे देखा तो रोशनी आज एकदम पटाखा बनकर आई थी और मेरा लंड तो पहले से ही उसके बारे में सोच सोचकर खड़ा था, अब वो मेरी पेंट को फाड़कर बाहर निकल जाने को तैयार था और वो जैसे ही अंदर आई तो मैंने दरवाजा बंद कर लिया. रोशनी बेडरूम में जाकर बैठ गयी.

फिर में रूम में घुसते ही उस पर टूट पड़ा और उसे पागलों की तरह किस करने लगा, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी और हम दोनों चार पांच मिनट तक लगातार किस करते रहे. फिर मैंने उसके निप्पल को बिना कपड़े खोले पकड़ लिया और ऊपर से ही धीरे धीरे दबाने और सहलाने लगा. तो उसने मेरा हाथ पकड़ा और कहा कि प्लीज़ थोड़ा ज़ोर से दबाओ. फिर में जोश में आकर ज़ोर ज़ोर से दबाने और चूसने लगा.

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रोशनी को भी मज़ा आने लगा और वो लगातार सिसकियों की आवाजें निकाल रही थी ऊईईईईई आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़. मेरा जोश और भी बड़ गया और मैंने उसे धीरे धीरे नंगा करना चालू किया. जैसे ही उसने अपनी ब्रा उतारी तो में जन्नत में पहुंच गया और उसके निप्पल बड़े बड़े और एकदम गोरे थे कि में आपको क्या बताऊँ?

मैंने उन्हे एक एक करके चूसना चालू कर दिया, जिसकी वजह से रोशनी को और भी ज़्यादा मज़ा आने लगा, लेकिन अब मुझसे और कंट्रोल नहीं हो रहा था, मेरे लंड में तो जैसे आग लग गयी थी. मैंने झट से अपना लंड बाहर निकाला और उसके हाथ में पकड़ा दिया तो वो उसे पकड़कर हल्के हल्के हाथ से सहलाने लगी, जैसे कि वो इस काम में खिलाड़ी हो और दो मिनट तक मसलने के बाद मैंने उससे कहा कि रोशनी चलो अब मेरा लंड थोड़ा गीला कर दो.

फिर वो एक बार में मेरा कहा समझ गई और में बिल्कुल सीधा बैठ गया. वो मेरा लंड एक लोलीपोप की तरह चूसने लगी और कहने लगी कि वाह यह तो मेरी उम्मीद से भी बड़ा और मोटा निकला, इसे चूसने में तो बहुत मज़ा आएगा और वो पूरा का पूरा लंड मुहं में लेकर चूसने लगी. दोस्तों मुझे इतना मज़ा अपनी जिंदगी में कभी नहीं आया था. तीन चार मिनट के बाद मेरा माल निकलने वाला था इसलिए मैंने उससे कहा कि रोशनी अब मेरा वीर्य बाहर आने वाला है दूर हट जाओ. लेकिन उसने नहीं सुना और मैंने एक जोरदार पिचकारी के साथ अपना सारा वीर्य उसके मुहं में डाल दिया और वो उसे पी गयी.

दोस्तों अब मेरी बारी थी और मैंने जब उसकी पेंटी उतारी तो देखा कि उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं है. उसने कहा कि जानू में तुम्हारे लिए हर एक रास्ता साफ करके आई हूँ जिससे तुम आज मेरी चूत को अच्छी तरह से चोद दो और मुझे पूरे मज़े दो. तो मुझसे अब उसकी बातें सुनकर रुका नहीं जा रहा था. उसकी बातें मुझमें और भी जोश भर रही थी.

फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत की दीवार पर रखा और एक हल्का सा धक्का मारा, लेकिन मेरा मोटा लंड आराम से अंदर नहीं जा रहा था इसलिए मैंने थोड़ा सा तेल लेकर अपने लंड और उसकी चूत पर लगाया और एक ही झटके में आधा लंड घुसा दिया. वो दर्द के मारे चीख पड़ी और मैंने उसी समय उसके होंठो को अपने होंठो से दबा लिया. उसने दर्द के मारे मेरी कमर को कसकर पकड़ लिया और मेरी पीठ पर अपने नाखून तक गड़ा दिए, मैंने हल्के हल्के से अपना लंड अंदर बाहर किया.

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उसे अब मज़ा आ रहा था और में भी जोश में आ गया और मैंने अगले ही धक्के में पूरा लंड अंदर कर दिया वो ज़ोर से चिल्लाई ऊईईईई माँ मर गई अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह थोड़ा धीरे करो और रोने लगी. तो मैंने कहा कि पहली बार में ऐसा ही होता और जब मैंने नीचे की तरफ देखा तो उसकी चूत से खून निकल रहा था. में लंड को अंदर की तरफ रखकर उसे वापस से किस करता रहा और निप्पल को चूसने लगा. फिर दस मिनट के बाद वो शांत हो गयी और हम दोनों वापस चालू हो गये. में धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर करता रहा और उसकी सिसकियों की आवाजें आ रही थी ऊईईइ आआहह अह्ह्ह हाँ चोद डाल मुझे उह्ह्ह्ह आज मेरी चूत फाड़ दे, हाँ और ज़ोर से अंदर तक डाल दे.

उसके मुहं से यह सब शब्द सुनकर में और भी जोश में आ गया और मैंने फिर से अपनी रफ़्तार तेज कर दी, पांच सात मिनट तक उसे चोदने के बाद मैंने महसूस किया कि रोशनी झड़ गयी, लेकिन में फिर भी चालू था और थोड़ी सी देर बाद मेरा भी माल बाहर आने वाला था तो मैंने अपना लंड चूत से बाहर निकाला और उसके मुहं में डाल दिया और उसके मुहं में ही धक्के देकर झड़ गया और अब हम दोनों थककर बेड पर लेट गये.

फिर हम दोनों दस मिनट तक किस करते रहे और में उसके निप्पल को दबाने लगा. मैंने कहा कि रोशनी में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और में अब तुम्हे हर रोज इसी तरह प्यार करना चाहता हूँ तो उसने कहा कि अब में तुम्हारी रंडी हूँ और तुम मेरे साथ जो चाहे करो, में कभी मना नहीं करूँगी और फिर हम दोनों वापस जोश में आ गये और उसके बाद हमने दो बार और सेक्स किया और एक बार डोगी स्टाइल भी ट्राई की और मैंने उसकी गांड भी मारी. मेरा लंड बार बार झांटों को चीर के उसकी बुर को भेदने लगा.

उस दिन में बहुत तक गया और फिर हम दोनों ने स्नानघर में जाकर एक दूसरे को साफ किया और थोड़ी शरारत की और फिर कपड़े पहनकर वापस किस करने लगे. फिर 6 बज गये और वो चली गयी. दोस्तों तब से लेकर हम दोनों को जब भी मौका मिलता है तो हम चुदाई करते है और वो अब सच में मेरी रखैल बन चुकी है.

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