सेठ जी की रखैल बन गई

मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया , में एक गांव की औरत हूँ और मेरी उम्र 27 साल है, मेरी शादी को दो साल हो गये है और मेरे हस्बैंड एक कम्पनी  में नौकरी करते है और उनकी नौकरी शिफ्ट में होती है, वो शराब के आदी भी है और शाम को कभी कभी तो पीकर भी नौकरी पर जाते है और वहां पर वो मशीन ऑपरेटर का काम करते है. उनकी पहचान के एक सेठ जी है जो कभी कभी हमारे घर पर आते है और वो दोनों एक साथ में बैठकर दारू पीते है. सेठ जी हमेशा मेरे जिस्म जो देखते है और जब भी में उनके सामने आती हूँ तो में हल्की सी स्माईल दे देती हूँ तो वो खुशी से फूले नहीं समाते. दोस्तों मेरी पढ़ाई BCA. तक हुई है, लेकिन फिर भी में कोई नौकरी नहीं करती और सेठ जी …

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शादी के दो दिन बाद ही रंडी बन गई

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम रजनी है और आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है. दोस्तों मैं बचपन से ही थोड़ी शरारती रही हूँ और मैं पहली बार अपने एक फिज़िक्स के टीचर से चुदी थी और जब में 17 साल की थी, टीचर धीरे धीरे चूत में ऊँगली अंदर बाहर कर रहा था और मैं आहाहह उउउ अहहाअ की आवाज कर रही थी. . मित्रगणों, आज में आप सभी को जो कहानी बताने जा रही हूँ, वो मेरे शादी होने के बाद की है और अब में सबसे पहले थोड़ा अपने बारे में बताती हूँ. में शुरू से ही बहुत खुले विचार की एक बहुत सुंदर लड़की हूँ और मुझे छोटे छोटे, लेकिन बिल्कुल टाईट कपड़े पहनने में कभी कोई शर्म नहीं आती. मेरे फिगर का आकार 38-28-34 है और बहुत सारे लड़के हमारी मोटी चूतर और बड़े बूब्स के शुरू से ही बहुत दीवाने थे और में जब 27 …

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मेरा बलात्कार-Hindi Sexy story

लेखिका : नेहा वर्मा संजय को हमारे घर पर आए हुए २ दिन हो चुके थे. संजय ३५ साल का था और इंदौर में नौकरी करता था. वो एक तरह से मेरे पापा का दोस्त था. वो दिखने में सुंदर और गोरे रंग का है. जब वो हमारे घर आया तो उसको देख कर मेरा मन मचल उठा. उसने भी जब मुझे देखा तो वो भी मेरी तरफ़ आकर्षित हो गया था. मैं दिखने में सुंदर हूँ. मेरे स्तन पूरा उभार ले चुके हैं. मेरा बदन गोरा और चिकना है. मेरे शरीर का कटाव, उभार और गहराइयाँ किसी को भी अपनी और खींच सकती हैं. खासकर मेरी चूतडों की गोलाईयां, और उसकी फांकें गोल और उभरी हुयी हैं. मेरी जींस उन गहराइयों में घुस जाती है. जो देखने में बहुत उत्तेजक लगती है।संजय भी मेरी जवानी के जलवों से बच नहीं पाया. वो मुझसे बार बार बातें करने के बहाने …

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मर्दानी बीवी का गांडू स्त्रैण पति

शीमेल सेक्स कहानी में लड़के के छोटे लंड के कारण उसमें लड़कियों वाले गुण थे. उसे गांड मरवाने में मजा आता था. डॉक्टर के कहने पर उसकी शादी एक शीमेल से करवा दी. दोस्तो, मैंने मेरी पिछली सेक्स कहानीनन्हे लंड वाले लड़के की यौन आनन्द की दास्तानमें लिखा था कि राहुल नामक युवा का खड़ा लंड सिर्फ 2 इंच का था.इस कारण वह उदास रहता था.राहुल दूसरे शहर में नौकरी करने लगा.उधर संजय से मुलाकात के बाद वह संजय के साथ उसकी बीवी बनकर रहने लगा.उसको जीवन का उद्देश्य मिल गया था. शाम को राहुल लड़कियों के कपड़े पहनता, मन से स्त्री बन जाता.उसने संजय से गांड मरवाने का खूब आनन्द लिया. संजय के दो दोस्तों अनिल व सुनील को यह बात पता चल गई थी, तो दोनों राहुल को भाभी कहने लगे थे. फिर संजय एक साल के लिए विदेश चला गया था. बाद में राहुल को पता चला …

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कुंवारी नौकरानी को साहब ने चोदा

हैल्लो साथियों, मेरा नाम मिराज है. में आज आप सभी  चाहने वालो को अपनी एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपनी नौकरानी को चोदकर उसके साथ मज़े लिए और उसकी कुंवारी चूत को अपने लंड का दीवाना बना दिया. उसको बहुत मज़े से चोदा और बहुत खुश किया और अब में अपनी घटना को सुनाने से पहले आप लोगो को अपने घर वालो का परिचय करवा देता हूँ. दोस्तों मेरे घर में मेरे भैया जिनका नाम विनोद, मेरी भाभी जिनका नाम फरजाना और हमारी एक नौकरानी जिसका नाम फरजानाशी  है. दोस्तों मेरे भैया की उम्र 22 साल, भाभी की उम्र 20 साल और मेरी 21 साल है और हमारी नौकरानी फरजाना की भी उम्र 21 साल है. हम सब उसे प्यार से नीलू कहकर बुलाते है, वो हमारे घर में पिछले दस साल की उम्र से ही काम करती आ रही है वो हमारे घर के सभी …

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सेठ जी की रखैल बन गई

मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया , में एक गांव की औरत हूँ और मेरी उम्र 27 साल है, मेरी शादी को दो साल हो गये है और मेरे हस्बैंड एक कम्पनी  में नौकरी करते है और उनकी नौकरी शिफ्ट में होती है, वो शराब के आदी भी है और शाम को कभी कभी तो पीकर भी नौकरी पर जाते है और वहां पर वो मशीन ऑपरेटर का काम करते है. उनकी पहचान के एक सेठ जी है जो कभी कभी हमारे घर पर आते है और वो दोनों एक साथ में बैठकर दारू पीते है. सेठ जी हमेशा मेरे जिस्म जो देखते है और जब भी में उनके सामने आती हूँ तो में हल्की सी स्माईल दे देती हूँ तो वो खुशी से फूले नहीं समाते. दोस्तों मेरी पढ़ाई BCA. तक हुई है, लेकिन फिर भी में कोई नौकरी नहीं करती और सेठ जी …

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कामवाली को उसका पति बन कर चोदा

मेरे मित्रगणों  मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है मेरे डैड का ट्रान्सफर एक छोटे से प्लेस से मेरठ  हुआ. हमारा घर सिटी से बहुत दूर था. तो वहां पर कोई काम वाली आने को तैयार नहीं थी. मेरे माँ ने हमारी पुरानी काम वाली को मेरठ  साथ में ले आई. उसका नाम कनक  था. वो थोड़ी सांवली थी. वो दिखने में अच्छी थी और उसकी हाइट मेरे जैसी ही थी 7.7 फिट. उसके बूब्स बहुत बड़े थे. अब मैं अपनी कहानी पर आता हु. ट्रान्सफर आर्डर मिलते ही, हम सब निकल पड़े इंदौर के लिए. तब हमारे पास एक डीसी मॉडिफाइड इन्नोवा थी. जिसको बेक सीटबी बिलकुल पीछे थी और एक केबिन जैसे था. डेड ड्राइव कर रहे थे और माँ उनके बगल में बैठी हुई थी. पीछे एक सीट पर मैं था और दूसरी पर हमारी कामवाली …

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नवीन ने मालिश करने के बाद चोदा

नमस्कार मेरे मित्रगणों  और सुनाइए कैसे आप सब शादी कर के मुझे अभी केवल 6 महीने ही हुए थे और मेरे सारे अरमान ख़ाक में मिल चुके थे. मैंने एक जबरजस्त हैंडसम  के सपने देखे थे लेकिन पति की गोरी चमड़ी के निचे एक राजकुमारी रहती थी क्यूंकि वह पुरुष के शरीर में महिला का दिल थे. मुझे गे समाज से कोई गिला नहीं है, भगवन ने उन्हें ऐसा बनाया है वह क्या करे, लेकिन शादी कर के मेरी जिन्दगी भी तो ख़राब न करते. जिस हिम्मत से वह मुझे कह सकते है की तुम अपने लिए कुछ देख लेना मैं तुम्हारी चूत के लिए योग्य नहीं हूँ. मेरे उपर तो जैसे की आभ फटा था उस दिन…पर जैसे उपर वाले की मरजी, मैं इसे छोड़ भी नहीं सकती थी क्यूंकि मेरे घरवालो के उपर शरम का पहाड़ लदा था जो मेरी जिन्दगी से भी बड़ा था. मैंने कुछ दिन …

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Drishyam, ek chudai ki kahani-4

हेल्लो दोस्तों, अब आगे की कहानी पढ़िए! उधर जैसे ही अर्जुन दूकान से चाचाजी के घर पहुंचा लगभग उसी समय कालिया अपने भरे हुए ट्रक में सामान डिलीवरी करने के लिए दूकान पर पहुंचा। ट्रक की आवाज सुनकर सिम्मी बाहर आयी तो उसने कालिया को सामान उतारते हुए देखा। सिम्मी अकेली थी। वह कालिया को देख कर डर गयी। उसने दूकान के चारों और देखा। उसे दूर दूर तक कोई नजर नहीं आया। कुछ नकली हिम्मत दिखाते हुए सिम्मी ने कालिया से पूछा, “इतने लेट क्यों सामान लाये हो? शामको आना। चाचाजी घर चले गए हैं।” सिम्मी के मुंह से यह शब्द निकल तो गए पर बाद में उसे पछतावा होने लगा। शायद उसने ना चाहते हुए भी कालिया को यह मैसेज दे दिया की वह उस वक्त दूकान में अकेली ही थी और आसपास और कोई नजर नहीं आ रहा था। कालिया ने भी अपने चारों और नजर दौड़ाई। …

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Drishyam, ek chudai ki kahani-1

मेरी यह कहानी सत्य तथ्यों पर आधारित है पर पूर्णतया सत्य भी नहीं है। इसमें साहित्यिक दृष्टि से और खास कर इस माध्यम और पाठकों के परिपेक्ष में जो कुछ भी उचित परिवर्तन, सुधार, संक्षिप्तीकरण विस्तृति करण बगैरह करना चाहिए वह करने के पश्चात यह कहानी पाठकों के सामने प्रस्तुत की जा रही है। मेरी हर कहानी साधारण तयः सरल और स्त्री पुरुष के जातीय प्यार और कुछ जातीय (सेक्सुल) नवीनीकरण या साहसिकता से भरी हुई होती है। पर यह कहानी थोड़ी सी अलग है। इसमें जातीय साहसिकता की सिमा लांघ कर मानसिक विकृति कई लोगों के दिमाग में कैसे घर कर जाती है यह दर्शाने की कोशिश की गयी है। मेरी हर कहानी की तरह यह शायद पाठकों को यह कहानी भी लम्बी लगे तो उसके लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूँ। मैं जानता हूँ की हर कहानी की तरह यह कहानी सिर्फ चुदाई की कहानी नहीं है। अतः ज्यादातर पाठकों …

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