बेटी की कमसिन जवानी – 1 Bap Beti CHudai
वासना की इस कहानी में आपका स्वागत है. पद्मिनी की माँ का उस समय ही देहांत हो गया था, जब पद्मिनी कच्ची उम्र की थी. उसका कोई भाई बहन न होने के कारण पद्मिनी अपने पिता की बड़ी दुलारी थी. एक ही औलाद होने के कारण छोटी उम्र से वह अपने पिता के साथ ही सोती थी. पिता को पद्मिनी से बहुत प्यार था और अपने दिल के टुकड़े को वो हमेशा अपने साथ रखता था. उस पिता को अपनी बेटी को लेकर कभी कोई बुरा ख्याल नहीं आया था. सब ठीक से चल रहा था और मोहल्ले के सभी बच्चों की तरह पद्मिनी भी स्कूल जा रही थी. स्कूल के बाद पद्मिनी ने अपने पिता से ही खाना पकाना सीखा. जब वो छोटी थी, तब से ही वो घर के सभी काम भी अच्छी तरह से करना सीख गई थी. पद्मिनी अपनी माँ के मरने के बाद अपने घर की …