मॉम बेटा बुवा और उसकी बेटी

नमस्कार,

मेरे सभी चुद्दकड़ चाहने वालों के लंडों को इस चुद्दकड़ संस्कारी कोमल मम्मी की तंग कसी हुई योनि का नमस्कार!

मेरा नाम कोमल है, अभी मेरी उम्र 42 साल की है। ये कहानी मेरी और मेरी बेटे की चुदाई की कहानी है। इस कहानी शुरूआत चार साल पहले हुई थी। मेरे पति तो काफी साल पहले गुजर गए थे। उसके बाद मैने तो शादी नही की।

वैसे तो वो मेरा बेटा नही है मेरे भाई का बेटा है, याने मेरा भांजा है। लेकिन उसकी मम्मी गुजर जाने के बाद मैने ही उसका बेटे जैसा खयाल रखा। मै उसकी बुआ हु, वो तो कभी कभी मुझे मॉम भी बुलाता था।

उसका नाम का समीर है वो २४ साल का है। वो अलग शहर रहता था लेकिन उनसे कॉलेज में यहां मेरे शहर में एडमिशन लिया था इसलिए वो मेरे ही साथ रहता था।

हम लोग काफी रईस हैं, हमारी अलग अलग जगह प्रॉपर्टी हैं। हम जिस घर में फिलहाल रहते थे, वहां अब बिल्डिंग बनने वाली थी, इसलिए ठेकेदार ने हमें कुछ समय रहने के लिए एक अलग जगह पर मकान दिला दिया। बिल्डिंग बन जाने के बाद में हम लोग फिर से हमारे इसी घर में ही रहने वाले थे।

यह जो नया घर था, वो ठेकेदार ने दिलाया था. पर ये रहने के काफी छोटा था। इसमें एक रूम और रसोई ही था. लेकिन ठीक है, हम दोनों ही तो थे मैं और मेरा बेटा।

जैसे मैने आप को कहा, मेरी उम्र ४२ साल की थी और बेटे की २४ साल थी. मै वैसे दिखने में कुछ खास नहीं हु, लेकिन बुरी भी नहीं थीं। मै थोड़ी मोटी हु. मेरी गांड कुछ ज्यादा ही बड़ी है। मारे मम्मे भी काफी बड़े है, मै हमेशा साड़ी ही पहनती हु, रात को भी मैं साड़ी पहन कर ही सोती हु।

थोड़ा मेरे बारेमे बताती हु, मै चूबि हु, मेरी फिगर 

ऊंची 5 फिट 3 इंच, फिगर 40-25-45

स्तनों की फूल साइज 40, कमर 25 और चूतड 45

हांजी, मेरे स्तनों की साइज 40 है इसलिए मैं 36 C साइज का ब्रा पहनती हु। मेरी फिगर एकदम साउथ इंडियन एक्ट्रेस नित्‍या मेनन जैसी चूबी है।

इस का उदाहरण इसलिए दे रही हु ताके तुमको मेरी फिगर का अंदाजा आए।

मै साड़ी हमेशा पल्लू से कवर करके ही रहती थीं, मेरे स्तन तो एकदम लटकते हुवे पपाया जैसे बड़े थे इसलिए जब मैं बाहर जातीं तो साडीका पल्लू हमेशा सामने ही रखतीं, एकदम संस्कारी महिला हु मै।

कुछ दिन ऐसे ही गुजर गए. मै जब घर का काम करतीं, तब वो याने मेरा बेटा मेरी हर हलचल देखता रहता। मै जब नहा कर बाहर आतीं, तब मैं साड़ी रसोई में ही बदलती थीं।

लेकिन न जाने क्यों उस दिन मैंने बाहर वाले कमरे में साड़ी बदल ली और वहीं से इस की शुरूवात हो गयी, वही अब तुम देख रहे हो।

एक दिन दोपहर में ऐसा हुआ कि वो चादर ओढ़े सो रहा था. मैने ने कहा “बेटे मैं थोड़ी देर के लिए शीला चाची के पास जा रही हूँ, तू सो जा, मैं अभी आती हूँ”

वो नींद में चादर से ही हां बोल दिया।

उसने चादर अपने मुँह से ओढ़ी हुई थी. तभी उसे चूड़ियों के खनकने की कुछ आवाज आया. उसकी चादर में एक छेद था, मुझे मालूम था के वो मुझे चुपकेसे साड़ी बदलते हुवे देख रह है।

अब तो मैं उसके सामने ही साड़ी बदल रही थीं। वो सोने की एक्टिंग कर रहा था और मैं चादर के छेद से ही मुझे साड़ी बदलते हुवे देख रहा था।

शायद उसे लगा होगा के मुझे कुछ मालूम नही, मैने अपना पल्लू निकाला, साड़ी नीचे गिरा दी। जैसे ही मैंने ने अपना पल्लू हटाया, मेरे बड़े बड़े झूलते हुवे स्तन वो देख रहा होगा जो ब्लाउज के आधे बाहर थे।

मेरे मम्मे असल में बहुत बड़े थे, जिसके कारण ब्लाउज का एक बटन नहीं लग रहा था।

अब धीरे धीरे करके मैने ने साड़ी उतार दी, मेरी फैली हुई गांड, तो मेरे मम्मों से बहुत बड़ी थी।

वो देख कर शायद उसका लंड उठ गया होगा ऐसा मुझे लगा। फिर मैने ब्लाउज खोला, मेरी ब्रा भी वैसे छोटी थी।जिसमें से मेरे मम्मे तो ऐसे बाहर निकल रहे थे, जैसे कि वो कभी भी उछल कर बाहर आ सकते ऐसा लग रहा था।

वो अभी भी सब चादर के छेद से मुझे साड़ी बदलते हुवे देख रहा था।

फिर मैने दूसरी साड़ी पहनी, दूसरा ब्लाउज पहना। उस ब्लाउज को पहनते वक्त मैने नीचे से बटन लगाए और ऊपर का बटन नहीं लगाया। दरअसल वो लग भी नहीं सकता था, मेरे ब्लाउज बड़ा टाईट था।

मैने ने अपना पल्लू आगे लिया और दरवाजा खोल कर चली गईं। मुझे मालूम था इतना सब देख ने के बाद मेरे जाने के बाद उसे रहा नहीं गया होगा और उसने मेरे के नाम से मुठ मारी होगी।

थोड़े दिन ऐसे ही गुजर गए, वो हमेशा चादर से नींद के बहाने चादर के छेद से मुझे साड़ी बदलते देखने लगा।

बाकी मुझे जब भी उसे मिलता, वो मुझे देखता रहता, रात को मैं जमीन पर सोती थीं और वो मैं बेड पर।

हम बाथरूम की लाइट को ऑन रखते थे, तो हल्का सा उजाला आता था।

एक दिन रात को वो बेड पर सोया था, उसकी मेरी अचानक नींद खुली। उसने देखा तो मैं सोयी हुई तो थीं।

हां जी, मै सोई थी लेकिन थोड़ी जगी हुई थी, मुझे भी देख ना था के वो क्या करता है मुझे ऐसे सोते हुवे देख कर। इसलिए मैने अपनी साड़ी ऊपर ली हुई थी और मेरा हाथ मेरी चुत पर था। मै अपनी एक उंगली चुत में डाल कर सोयी थीं। हां जी, मुझे रात को उंगली चूत में डाल के सोने की आदत थी।

मुझे यह देख कर उसका लंड फिर जाग उठा होगा और उसने फिर चादर में ही मुठ मारी होगी।

अब ये हमेशा होने लगा, मेरा साड़ी बदलना और रात को उंगली चुत में डाल कर सोना। मुझे मालूम था के वो  हमेशा सोने की एक्टिंग करके मुझे देखता होगा।

एक रात ऐसा हुआ मेरी नींद खुली देखा तो मुझे मालूम था समीर याने मेरे बेटे को नींद नही आ रही थी, वो 

करवटें ले रहा था।

तभी मैंने उसे आवाज दी और कहा “क्या हुआ समीर, बेटे,आज तुझे नींद नहीं आ रही? आजा आज तू मेरे बाजू में सो जा”

वो तुरंत ही मेरे बाजू में आकर सो गया, उसने मेरे ऊपर हाथ रखा. हम उस रात एक दूसरे से चिपक कर सो गए।

फिर रोज ऐसा ही होने लगा, रात को हम चिपक कर सोने लगे। वो तो अपना मुँह मुंह मेरे स्तनों के बीच में ही रख कर सोता था. कई बार तो उसका का हाथ मेरे पँटी के तरफ जाके मेरी योनि  को भी लगता और तो कई बार उसका लंड मेरी की गांड को भी लग जाता था, ये तब होता था जब मै उसकी तरफ पीठ करके सोती थीं।

वैसे मैं बातें करने में काफी फ्री थीं, खुल कर बातें करती थीं।

एक दिन ऐसा हुआ, सोते वक्त उसका हात मेरे पेट पर आया और अपनी एक उंगली मेरी नाभि में घुसा दी। मै थोड़ी मोटी थीं. मेरा पेट थोड़ा बड़ा था, इसलिए मेरी नाभी भी गहरि थी।

मुझे मालूम था के मेरी गहरी नाभी में  उंगली करने में उसे मजा आता होगा। मैने भी इसका कोई विरोध नहीं किया, बल्के मुझे भी मजा आरा था उसकी उंगलियां मेरी गहरी नाभी के घुसते वक्त। अब ये रोज होने लगा, अब तो वो मेरी गहरी नाभि में उंगली डाल कर सोता सोने लगा।

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ऐसे ही तीन चार दिन बीत गए।

फिर एक दिन उसे रहा नहीं गया।

उसने मेरे के कान में धीरे से कहा “मॉम, मैं नंगा हो जाता हूँ”

मै कुछ नहीं बोलीं।

उसे लगा कि मै सोयी हु, उसने एक बार फिर से मेरे कान बोला “मॉम, मैं नंगा होता हू, मुझे नंगा सोना है”

मैने खाली “Humm” किया और “बाथरूम का लाइट बंद कर बेटे” ऐसे कहा।

उसने तुरंत ही बाथरूम का लाईट को बंद किया और नंगा होकर मेरे के बाजू में आके सो गया। थोड़ी देर के बाद

मुझे महसूस हुआ के उसकी उंगली फिर से मेरी गहरी नाभि में घुस रही है।

उसी वक्त मैने उसका हाथ पकड़ा और अपनी साड़ी और पेंटी के अन्दर घुसा कर उसकी उंगली अपनी चुत में घुसा दी।

फिर क्या उसने भी मेरा हात पीछे लेके अपना मोटा लंड मेरे हात में दिया। अब वो मेरी की चुत में उंगली डाल कर सोया था और मैं उसका लंड पकड़ कर सोयी थीं।

थोड़ी देर में उसने मेरे कान में धीमे से कहा “मॉम, मेरी नल्ली भर गयी है, पाइप फुल हो गया है”

मैने ने भी हल्के से कहा “हां मेरी भी बावड़ी भर कर तुंब हो गयी है, अपना पाइप वाला पंप डाल के उसका पानी निकाल दे”

बस फिर क्या था, वो मेरे ऊपर चढ़ गया। मैने भी मेरी साड़ी नीचे से ऊपर उठाई, अपनी निकर नीचे की और मैने उसका लंड पकड़कर अपनी चुत पर रख लिया, उसने तुरंत ही झटके देना शुरू कर दिया।

अम्मा को मानो अब कामुकता का नशा चढ़ गया था

मैने भी कहा “ओह आह घुसा अपने पाइप को और अन्दर घुसा, मेरी बावड़ी के अंत तक घुसा मेरे चैम्बर में और घुसा डाल तेरा लंड घुसा बेटे तेरा मोटा पाइप मेरी इस गहरि बावड़ी में”।

उसने कहा “हां मॉम, मैं आज आप का बोर बेल का काम पूरा करके ही रहूँगा” जोर से झटके देके उसने अपनी चुदाई की स्पीड और भी बढ़ा दी।

उसने कहा “मॉम, क्या मैं अभी आपको नाम से बोल सकता हूँ?”

मैने ने कहा “हां बेटे, क्यों नहीं लेकिन मैं मॉम ही सुनना पसंद करूंगी, तू ऐसा समझ मेरा नाम मॉम ही है, तुम मुझे मॉम ही बोला करो”।

वो और जोर जोर से ठोकने लगा, पूरा लंड घुसेड़ने लगा मेरी चूत में।

वो बोला “मॉम, तेरे मम्मे तो एकदम खरबूजे जैसे बड़े हैं, इनको तो मैं पूरा निचोड़ दूँगा, तेरी ये बड़ी बावड़ी जैसी बड़ी गांड के चूतड मैं मेरा पाइप पेलूंगा, तुझे एकदम चुदक्कड़ बना कर रखूंगा”

मैने ने कहा “हां बेटे, मेरे मोटे दूधिया स्तन खूब चूसना काटना उनको पूरा निचोड़ देना, मेरी गांड मारके उसे पूरी ढीली कर देना, आह और तू क्या मुझे चुदक्कड़ बनाएगा, मैं ही तुझे पूरा चुदक्कड़ बना दूंगी। बेटे तुझे क्या लगता है, एक बार चोद कर तू मेरी प्यास बुझा पाएगा? अभी तो ये शुरूआत है, हां बेटा चोद और चोद पूरा घुसा अपना पाइप मेरी फुद्दी में आज तू मादरचोद बन जा पूरा आह ओओ आ कुछ शरम मत कर चोद दे अपनी मॉम को चोद और जोर से चोद बेटे”

समीर ने और जोर जोर से चोदना चालू रखा. मेरे मुँह से कामुक आवाजें आने लगीं “Ohh, बेटे समीर, चोदो मुझे पूरी ताकद से पेलो मुझे बेटे, तुम्हारा ये मोटा पाइप मुझे दर्द दे रहा है लेकिन मेरी चूत को मजा भी आरहा है”

हां जी, इस जोर दार ठुकाई में मुझे मजा आ रहा था।

“Ohh, Uff आ, humm” मेरी इस कामुक आवाजों से समीर ने अपनी मुझे चुदाई की स्पीड बढ़ा दी।

चुदाई के वक्त समीर बोला “मॉम, मैं तुझे अपनी चुत में उंगली डाल के सोते हुए देखता था”

मैने कहा  “हां, बेटे  तू चादर में ही मुठ मारता था ना? मुझे अपनी फुद्दी उंगली डाल के देख कर तू अपना पाइप हिलाता था और तो और जब मैं अपनी साड़ी बदलती थी तब भी तू मुझे चादर के छेद से देखता था, ये सच है ना समीर बेटे”

समीर ने कहा “ओह मॉम तो ये तुझे मालूम था?”

मैने ने कहा “हां बेटे, नहीं तो क्या? मैं पहले ही समझ गयी थी, जब पहली बार देखा था। मैं चुत में उंगली डाल कर तो हमेशा ही सोती हूँ,  लेकिन तुझे देखने को मिले इसलिए मैं अब मेरे ऊपर चादर नहीं लेती थी, तुझे ये सीन देखने को मिल और इसलिए बाथरूम का लाईट चालू रखती थी। बेटे समीर, वो तो तेरे लिए एक इशारा था कि अब तो आके चोद दे मुझे”

यह सुनते ही समीर अपने धक्के और बढ़ा दिए।

मै भी अपनी गांड नीचे से उछालने लगीं और समीर बेटेको ठुकाई के लिए प्रतिसाद देने लगी, अब तो मुझे एक जोरदार समीर के लंड का झटका मेरी फुद्दी में महसूस हुआ, मै समझ गई के वो अब आखरी क्लाइमैक्स में है। 

अब समीर आखिरी झटका दिया मेरे फुद्दी पे।

उसके इस आखरी झटके से ही मै चिल्लाई

 “ओऊऊच, उम्म्हअहह हयओह मर गई।”

उसका पूरा पानी मेरी की चुत में घुसने लगा. मेरी 

फुद्दी पूरी भर गयी और वीर्य बाहर बहने लगा.l।

फिर हम दोनों याने मै और समीर शांत होकर एक दूसरे से चिपक कर लेटे रहे।

फिर उसने मेरे के होंठों को चूमा, बल्के लिपलॉक किस करना शुरू किया। फिर हम दोनों ने काफी वक्त तक खुल कर बातें भी की। वो तो एकदम ब्वॉयफ्रेंड की तरह बात कर रहा था मेरे साथ,  मै भी उसके साथ एकदम गर्लफ्रेड बॉटफ्रेंड की तरह बात कर रही थी, जैसे मानो की कई सलोसे हम गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड है।

फिर मैं उठ कर बाथरूम में गईं और चुत साफ करके आईं। फिर समीर भी बाथरूम में आकर लंड साफ करके फिर से बेड पर आ गया। हम फिर से बेड पर लेटे रहे और प्यार भरी बात करने लगे।

मैने कहा “बेटे समीर, एक बात बताऊं क्या तू वो करेगा?”

उसने कहा “हां मॉम तेरे लिए कुछ भी करूंगा”

मैने ने कहा “बेटे मैं वो अनुभव लेना चाहती हूँ, जिसमें औरत आदमी का लंड और आदमी औरत की चुत चाटता है. वो करना चाहती हूँ”

समीर ने तुरंत ही जवाब दिया “मॉम, बस इतनी सी बात उसको 69 की पोजीशन बोलते हैं”

“ठीक है चलो करते है फिर” समीर ने आगे कहा।

फिर मैं वो मेरे ऊपर चढ़ कर उसका मेरा लंड मेरे के मुँह में डाला और उसने मेर की चुत चाटना शुरू किया। वैसा काफी वक्त चला, नीचे मैं फिर से झड़ गई। मैने भी उसका उसके लंड का गाढ़ा वीर्य को चाट, चूस कर पी लिया।

फिर हम दोनों वैसे ही नंगे पड़े रहे, प्यार भरी बातें करते रहे।

अब वैसे भी सुबह के 4 बजने वाले थे, मैने समीर के कान में कहा “समीर बेटे” वो भी सोया नही था, उसने भी तुरंत जवाब दिया “बोलो मॉम”।

मैने कहा “Ohh, समीर बेटे, मुझे लगा के तुम सो रहे होंगे” 

समीर ने कहा “मॉम, जब तुम्हारे जैसी हॉट माल बाजू मै है तो निंद कैसे आएगी”

फिर हम दोनो हसे।

जैसे के मैने कहा के आ सुबह के 4 बजने वाले थे।

मैने ने कहा “चल अब सुबह का मीठा वाला सेक्स करते हैं, चल बाथरूम में करेंगे”

हमारे इस घर का बाथरूम छोटा था, घर की सब लाईट ऑफ थीं, बाथरूम की भी बंद लाइट बंद करके बाथरूम का दरवाजा भी बंद किया। हां जी, अब मैं और समीर बाथरूम में थे, पूरे घर में और बाथरूम में इतना अंधेरा किया के मै और मेरा बेटा समीर एक दूसरे को देख नही सकते थे।

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फिर मैने कहा “समीर बेटे, अब मैं तुझे सेक्स का असली मजा देती हूँ”

समीर ने कहा “मॉम वो कैसे?

बाथरूम में पूरा अंधेरा था, हम एक दूसरे को देख नही पा सकते थे।

मैने कहा “बेटे, मै अपने घुटनों पर बैठ कर कुतिया बन जाती हूँ तू भी कुत्ते जैसे मेरे ऊपर चढ़ जा और मेरी गांड में अपना लंड पेल दे”

उसने भी वैसे ही किया, पहले शॉवर ऑन किया और लंड में साबुन लगा कर मेरी की गांड में लंड पेल दिया।

साबून के चिप चिपे हुवे लंड के वजह से पहले ही झटके में समीर का लंड मेरी चूतड में घुस गया।

मै पहले तो चिल्लाईं और बोलने लगीं ” Ohhuu, उम्म्ह अहहहय ओह मर गई रे”

कुछ देर मुझे दर्द हो रहा था, मै चिल्ला रही थी लेकिन बाद में मुझे भी थोड़ा मजा आने लगा।

अब मैं भी चिल्ला के कामुक आवाज से कह रही थी

” Ohh बेटे समीर, आ और जोर से मजा आ रहा है और जोर से घुसा अपना लंड मेरी गांड में, मार बेटा आज अपनी मॉम की टाइट गांड मार। Ohh, मजा आ रहा है मुझे आह और जोर घुसा दे बेटा, और जोर से मार दे मेरी गांड, कर दे मेरी गांड ढीली बेटा और अपने बड़े मोटे लंड से, जोर से चोद बेटे”

अब मैं क्याही बताऊ मेरा समीर इतना फनी है, 

हमने चुदाई के वक्त कुत्ते की पोजिशन ली थी, चुदाई एक तरफ वो मेरी गांड चोद रहा था और दूसरी तरफ वो कुत्ते जैसे  भोंक रहा था, मुझे पहले तो हसी आरही थी, फिर क्या मैं भी कुत्ते की तरह भोंक ने लगी।

हांजी समीर एक तरफ मेरी गांड चोद ते वक्त बोला

 “मॉम, आज मैं पूरा लंड तेरी गांड में घुसा कर ही रहूँगा।”

वो मुझे अपनी कमर हिला के जोर जोर से ठोके दे रहा था, उसका मोटा लंबा लंड मेरी चूतड़ों में घुसे जा रहा था।

फिर उसने कहा “एक सवाल करूं मॉम?”

मैने ने कहा “हां कहो बेटा”

उसने कहा “मॉम, तूने इतने सालों से सेक्स नहीं किया? सच बता और किसी से भी चुदवाया है?”

मैने ने कहा “नहीं बेटे, मैंने किसी से चुदाई नहीं की तेरे मोटे जवान लंड और मेरी प्यासी चुत की कसम खाकर कहती हूँ के मैंने कभी किसी से नहीं चुदवाया”

उसने कहा “मॉम फिर तू अपनी सेक्स की प्यास कैसे बुझाती थी?”

मैने ने कहा “जब मैं घर अकेली होती थी, तब अपनी चुत में उंगली डाल कर या गाजर मूली खीरा वगैरह डाल कर घंटों हस्तमैथुन करती थी. प्लीज़ अब तू बात मत कर, लंड को रोक मत. मेरी गांड मार ohh aah और जोर से गांड मार मेरी अपने इस मोटे लंबे पाइप से”

उसके ठोके और जोर जोर मेरी चूतड़ों बरस रहे थे, उसने कहा “मॉम मुझे देखना है कि तू हस्तमैथुन कैसे करती हो”

मैने ने कहा “हां बेटा, सब दिखाऊंगी लेकिन कल, अब तू रुकना मत और मेरी जम के गांड मार मैं काफी टाईम से सेक्स की प्यासी हूँ। मेरी प्यासी चुत और गांड काफी सालों से लंड की भूखी है, आज से तू मेरी चुत और गांड की भूख मिटा। मैं कल तुझे हस्तमैथुन का अच्छा शो दिखाऊंगी। बेटे प्लीज़, तू अब कुछ मत बोल और अपनी मॉम की गांड मार”

उसने और जोर से अपना लंड मेरी की गांड में पेलने लगा। मेरी की गांड बड़ी थी लेकिन बड़ी टाईट थी, मुझे मस्त लग रहा था, चुदाई के वक्त मेरी गांड जोरोसे हिल रही थी, मेरी गांड ने उसका लंड जकड़ कर रखा था”

फिर उसने आखिरी ठोका दिया, उसका लंड पूरा घुस गया मेरी गांड में। 

उसके आखरी झटके मै भी जोर से चिल्लाईं “Ooouch” 

उसके लंड ने मेरी गांड में गाढ़ा जूस छोड़ना शुरू कर दिया। मेरी गांड उसके लंबे लंड के जूस से पूरी भर गयी।

फिर हम दोनों खड़े हो गए, शॉवर लिया और बेड पर आकर नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए।

दूसरे दिन सब नॉर्मल था, वो मुझ को किस करता, बीच बीच में मेरे बड़े पपाया जैसे लटते स्तनों को दबाता।

उसे दिन दोपहर को खाना बिना खाया बाद में

दोपहर को, वैसे भी हमारे घर कोई आने वाला नही था।

मैने एक गद्दा जमीन पर बिछा था, मैने ने घर की सब खिड़कियां बंद की और परदे लगा दिए। मै जमीन पर बिछायी हुई गद्दी पर आ गईं, वो अभी भी बेड पर ही था। मैने ने साड़ी नहीं पहनी थी, मैने एक टीशर्ट पहनी थी, ये लंबी टाइट कसी हुई टी-शर्ट थी। उसमें से भी मेरे मम्मे उभर कर दिख रहे थे, मेरे स्तन बहुत बड़े थे। वो टी-शर्ट में थे, ब्लाउज जैसी दरार नहीं दिख रही थी, फिर भी मस्त लग रहे थे।

फिर मैने कहा “समीर बेटे, आज कुछ म्यूजिक लगा”

उसने एक सेक्सी सा म्यूजिक लगा दिया, जिसमें एक औरत सिसिया रही थी। फिर मैं भी मेरे बेटे के सामने लेटे लेटे अपने मम्मे हिलाने लगीं, कमर हिलाने लगीं। मैअपने मम्मों को शेक करने लगीं, सहलाने लगी, अपने हाथों से अपने ही मम्मे दबाने लगीं। मेरी टीशर्ट बड़ी थी, मेरी जाँघों तक थी। फिर मैने अपने पैर फैलाये, मैने नीचे निक्कर नहीं पहनी थी।

फिर मैने हल्के से टीशर्ट को ऊपर करके अपनी चुत समीर बेटे को दिखायी और टी-शर्ट को अपने मम्मों के ऊपर कर लिया। मै अपने बड़े स्तनों को दबाने लगीं और चुत में उंगली डालने लगीं। मै अपनी गांड नीचे से उछाल उछाल कर अपनी उंगली अपनी चुत में डाल कर दुरसी तरफ अपने बड़े पपाया जैसे स्तनों दबाने लगीं। 

ये करते वक्त मै उसे कामुक नजर से देखने लगीं।

फिर मैने टीशर्ट को और ऊपर कर लिया, अपनी उंगली अपनी चुत में डाल कर गांड को आगे पीछे करके जोर जोर से हस्तमैथुन करने लगीं।

वो देख कर उसका लंड में भी जोश आ गया, वो भी नंगा होकर अपना लंड हिलाने लगा।

थोड़ी देर में मैने नएक गाजर को निकाला और अपनी चुत में डालना शुरू कर दिया।

वो भी अपना लंड जोर जोर से हिलाने लगा, ये करते वक्त हम मॉम और बेटा एक दूसरे को कामुक नजरों से देख रहे थे।

फिर मैने एक मूली अपनी चुत में डाली और अन्दर बाहर करने लगीं। वो भी अपना लंड और जोर जोर से हिला कर मुझे कामुक निगाहों से देखने लगा और मैं भी कामुकता से मुझे देखने लगीं।

हम दोनो की अन्तर्वासना अब अलग ही मुकाम पर थी।

अब तो मैने और भी बड़ा खीरा निकाला और उसे अपनी चुत में डालना शुरू कर दिया। ये खीरा बहुत बड़ा था, मै उस खीरे को बड़ी नजाकत से चूत के अन्दर डाल रही थीं। कुछ ही देर में इतना लंबा और मोटा खीरा अब मेरी चुत में पूरा घुस गया था।

मैने ने फिर से खीरा बाहर निकाला और फिर से पूरा अन्दर अपने चुत में डाला साथ में उसे कामुक नजर से देखने लगीं।

काफी देर तक ऐसा ही होता रहा। मैने पूरा खीरा अपनी चूत में अन्दर बाहर डाल रही थीं। वो भी मुझे देख कर हैरान था कि इतना बड़ा खीरा मेरी की चूत में कैसे अन्दर जा रहा है।

अब मैने गाजर लिया और अपनी गांड में डालने लगी, हां जी, अब एक तरफ मैने बड़ा खीरा मेरी चूत में डाल कर आगे पीछे कर रही थी और दूसरी तरफ बड़ा गाजर मैने अपनी गांड में डालना शुरु किया।

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उसने और जोर से अपना लंड हिलाना शुरू कर दिया, उसे अब अपनी उत्तेजना सहन नहीं हो रही थी। तो वो झट से बेड से उतर कर जमीन में बिछायी हुई गद्दी पर आ गया।

एक दूसरे को कामुक नजर से देखते हुए वो अपना कड़क लंड हिला रहा था और मैं जोर जोर से खीरा चुत में अंदर बाहर डाल रही थीं। हम दोनों में अब हस्तमैथुन की मानो प्रतियोगिता सी हो रही थी।

वो जितनी जोर से लंड हिलाता, में उतनी ही तेजो खीरा को अपनी चुत में घुसा रही थीं।

अब हम एक दूसरे को उत्तेजित कामुक नजरों से देखते हुए हस्तमैथुन करने लगे थे।

फिर मैने खीरा जोर से बाहर निकाला, इसके साथ ही मेरी चुत से पानी निकलना शुरू हो गया। तभी उसके लंड ने भी वीर्य फेंकना शुरू कर दिया। मेरी चुत से पानी और मेरे बेटे लंड से वीर्य की पिचकारी छूट पड़ी।

फिर हमने एक दूसरे को उत्तेजित कामुक नजरों से देखते हुए किस किया और लिपट कर एक दूसरे को गले लगा कर लेट गए।

मैने कहा “समीर बेटे, आज से एक महीने तक हम खूब चुदाई करेंगे, तुम मुझे खूब चोदना, हमारा ये एक महीना यूं समझो कि अपना हनीमून है। मैं चाहती हूँ तू ये पूरा महीना मेरे लिए चुदाई के लिए रखे।

समीर ने  कहा “हां मॉम, हम इस महीने में खूब चुदाई करेंगे”

उस महीने में मैने दुल्हन जैसी साड़ी भी पहनी और शादी के हार भी लाया था। पति पत्नी की नई शादी में जैसे सुहागरात होती है, हमने वैसे हमारी सुहागरात चुदाई भी की, उस महीने में उसने मेरी की खूब गांड मारी।

फिर एक महीने के बाद हमारा सेक्स थोड़ा कम हुआ। अब हम हफ्ते में तीन बार चुदाई करते, लेकिन शनिवार की रात में पूरी रात हम दोनो में चुदाई होती।

मै उसे हफ्ते में दो बार अपनी गांड मारने देतीं थी। हम एकदम पति पत्नी और गर्लफ्रेंड ब्वॉयफ्रेंड के जैसे रहने लगे।

थोड़े दिन के बाद मुझे एक फोन कॉल आया वो समीर ने सुना।

मैने कहा  “अरे कोई बात नहीं आप आओ एक हफ्ते के लिए मैं सब सैट कर देती हूँ, आप चिंता मत करो, मैं जैसा बोलती हूँ, वैसा करो. मैं सब सैट कर देती हूँ”

मै किसी को बुला रही थीं, वो भी एक हफ्ते के लिए. ये जानकर समीर थोड़ा निराश हो गया था।

फिर मैने थोड़ी देर के बाद फोन रख कर उसे पास आके बैठ गईं।

मैने कहा “बेटे एक बात करनी है, थोड़ी अजीब सी है लेकिन तू ना मत बोलना”

मैंने कहा कहो “मॉम, क्या बात है?”

मैने ने कहा “अपनी बड़ी बीजी चाची थोड़े दिनों के लिए एक हफ्ते के लिए हमारे घर रहने आने वाली हैं”

उसने कहा “क्या मॉम, बुढ़िया को क्यों बुला रही हो?”

मैने कहा “एक बात बताऊं, उसे भी सेक्स चाहिए, काफी सालों से उसके पति बीमार हैं, वो भी लंड की प्यासी हैं”

उसने कहा “वो बड़ी हैं ना”

मैने ने कहा “हां वो 59 साल की हैं, लेकिन वो भी चुदक्कड़ हैं”

उसने कहा “अच्छा और वो कैसे?”

मैने ने कहा “वो जब हमारे ससुर जी थे, तब उनसे सेक्स करती थीं, एक दो बार तो तेरे पापा ने भी और उनके एक भाई ने भी उनको चोदा है, वो एक नंबर की चुदक्कड़ हैं। तुम्हें भी मजा आएगा, एक बात सुन, वो तुझे बराबर उत्तेजित करेंगी, तू नॉर्मल ही रहना। दूसरी बात उन्हें ऐसा सेक्स देना कि वो रो पड़ें, उन्होंने मुझे बहुत परेशान किया है। वो उस वक्त घर की बड़ी बहू थीं ना, एकदम सेठानी जैसी रहती थीं और मुझसे बहुत घर का काम करवाती थीं”।

मेरे के मुख से रिश्तों में चुदाई की बातें सुन कर उसने भी कहा “ठीक है, मॉम”

थोड़े ही दिनों में बड़ी बीजी घर आ गईं, अब तक तो सब नार्मल था।

फिर ऐसा हुआ कि एक दिन मैने ने कहा मैं थोड़ी देर के लिए बाहर जा रही हूँ मार्किट में होकर आती हूँ।

जाते जाते मैने बीजी से इशारा किया और कहा इसका नहाना बाकी है तुम दोनों नहा कर नाश्ता कर लेना।

मैने जाते जाते समीर को इशारा करके गईं।

तो आगे की कहानी मै बिजी के शब्दों से कहती हु।

फिर मैने ने कहा तुम नहा लो।

उसने कहा “ठीक है बिजी”

वो बाथरूम में गया, नहाते वक्त उसने जानबूझ कर दरवाजा थोड़ा खुला रखा और मुठ मारने लगा। उसे मूठ मरते वक्त मै देख रही थी।

तभी मैंने एक बाल्टी लाईं और कहा “अरे ये थोड़ा पानी और लेले”

वो उठ कर मेरे सामने नंगा खड़ा हो गया, मैने उसे नंगा  देख कर और उसका बड़ा लंड देख कर तो वो पागल हो गईं। मै वैसे ही खड़ी खड़ी उसका लंड देख रही थीं।

फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और बाथरूम में अन्दर कर लिया। मेरा पल्लू निकाला और मेरे मम्मों को दबाना शुरू कर दिया।

मेरी साड़ी ऊपर करके उसने मेरी निक्कर निकाली और सीधा अपना लंड मेरी चूत में घुसेड़ दिया।

काफी वक्त तक हमारा सेक्स चला, 

बीजी याने मैने ने कहा “मजा आ गया समीर बेटे तुमसे चुदाई करके”

इसके बाद एक हफ्ता तक हम दोनों ने लगातार सेक्स किया, उसने मेरी जम कर गांड मारी, फिर मै यानी बिजी अपने गांव चली गईं।

थोड़े ही दिनों में उनका फिर फ़ोन आया, उन्होंने इस बार अपनी बेटी को भेजा। फिर उसने उनके बेटी को पटा कर उसके साथ भी सेक्स किया। अब उनकी बेटी समीर की बीवी है।

आज मैं अपनी मेरी, भाई के बेटे के साथ को हुई चुदाई ,

और उसने कैसे मेरे बिजी आंटी और उनके बेटी को चोदा ये कहानी बताई।

समीर हम सब से बारी बारी सब से चुदाई कर था।

जब भी सासु मां मतलब बीजी आती हैं, समीर से जरूर चुदवाती हैं। लेकिन ये बात समीर की बीवी को मालूम नही है।

ऐसा हमारा फ़ैमिली सेक्स चल रहा है.

रिश्तों में चुदाई की मेरी गर्म कहानी कैसे लगी?

चलो आगे,

हांजी।

वैसे भी मुझे सेक्स चाहिए, पर मैं कई सालों से सेक्स के लिए भूखी हूँ। मेरे पति तो काफी सालों पहले गुजर गए है। अब तो समीर भी नही रहा वो आपने घर संसार में व्यार है। लेकिन मेरी चूत और गांड अभी भी चुदाई की प्यासी है, हां जी अब तो मुझे चुदाई की आदत ही हो गई है। हां जी, में अब सेक्स एडिक्ट बन चुकी हु।

मुझसे संपर्क करो, क्या तुम मुझसे संपर्क करोगे? अब तो मैं अपनी चूत और गांड चुदाई के लिए बेकरार हु।

मुझसे संपर्क करो, क्या तुम मुझसे संपर्क करोगे?

हां जी, ये संस्कारी स्त्री आप को मिलने के लिए बेकरार है।

मैं तुम्हें अपनी टाइट फुद्दी और टाइट गांड दूँगी। हाँ, तुम मेरी टाइट फुद्दी और टाइट गांड की खूब जितना आप का मान चाहे जोरों से चुदाई सकते हो। मै मेरी फुद्दी और गांड में आपका बड़ा मोटा लंड लेना चाहती हू। हां जी, आओ चलो सेक्स संभोग का भरपूर मज़ा लेते हैं!!!

क्या आप मुझसे संपर्क करोगे, आप मुझसे संपर्क करोगे ना?  मैं तुम्हारा इंतज़ार करूँगी!!!

आपकी कोमल मॉम ( . Y . )

komal_f40@rediffmail.com

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