हेलो दोस्तों, मेरा नाम सतेंद्र जैन है, मेरी उम्र 30 साल है और मेरा पटना बिहार में कपडे का कारोबार है। मेरी पत्नी मुझे 4 साल पहले छोड़ के चली गई और मैंने अकेले अपने बच्चों का पालन पोषण किया। मेरे एक लड़का और एक लड़की है | मेरे दो भाई है, नरेन्द्र जैन और सुरेंद्र जैन! नरेन्द्र 29 साल का है और अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहता है। छोटा भाई सुरेंद्र जैन इंजीनियर है और मैंने 2 साल पहले उसकी शादी कर दी थी। शादी के बाद नयी बहु मेरे घर आयी। बहु का नाम पारुल है और वो देखने में भी एकदम सेक्सी और बहुत ही आकर्षक है। शादी के बाद पास पड़ोस के लड़के तो जैसे उसे देखने के लिए व्याकुल रहते थे। हो भी क्यों न लम्बा कद, गोरा रंग और भरा हुवा बदन। पारुल की उम्र 26 साल थी। उसके बूब्स बहुत आकर्षक थे, उसकी गांड भी क़ाफी बड़ी थी। मोहल्ले के सारे लड़के उसकी गांड पे मरते थे। उसका फिगर शायद 32-28-36 होगा। पारुल भी दिल खोल के अपनी जवानी मोहल्ले के लड़कों पे लुटाती थे। नरेन्द्र अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहता था। उसको देख कर किसी की भी वास्तविक अन्तर्वासना जाग्रत हो जाती है| हम आपको उसकी रियल अन्तर्वासना कहानी सुनाते है|
मेरी आदत सुबह जल्दी उठने की है | मैं रोज सुबह पड़ोस के दलबीर के साथ मॉर्निंग वाक पे जाता हूँ। दलबीर मुझसे 5 साल बड़ा है, वो अक्सर पार्क में जवान खूबसूरत भाभी की जवानी को निहारता और साथ-साथ मुझे भी दिखाता। मैं भी चोर नज़रों से जवान भाभी के खुले अंगो को घूर लिया करता था। जब भी दलबीर कोई अच्छी भाभी देखता उसके बारे में मुझसे गन्दी-गन्दी सेक्सी बातें करता। वाइफ के जाने के बाद मुझे भी ऐसे बातें करना अच्छा लगता था।
एक दिन हल्की बारिश हो रही थी पारुल सज धज के मेरे पास आयी बोली तुम्हे कभी मेरी याद न आती | तभी मैंने पारुल का मन समझ लिया कि नरेन्द्र कई दिनों से घर पे नहीं है आज इसका चुदाई करने का मन कर रहा है | अब मेरा मन पारुल की चुदाई का करता था| और आज वह समय आ ही गया कि पारुल ने अपनी लाल पेंटी को दिखा ही दिया। तभी उसने अपनी एक बहुत मदहोश भरी कहानी सुनाई ।
पारुल ने कहा- एक दिन मेरे पति अपने कारोबार से उदास होके आये। मैं उन्हें ऐसे देख के पूछी तो उन्होंने बताया कि उन्हें एक महीने के लिए अहमदाबाद जाना है। ये बात उनके लिए अच्छी थी कि उनकी तरक़्क़ी होगी इससे लेकिन उन्हें 1 महीने के लिए हमसे दूर होना पड़ेगा। न उनको मुझसे दूर जाने का मन था न मेरा उनसे दूर होने के लेकिन काम के लिए उन्हें जाना पर गया। जाने के पहले उस मैं उनके साथ भरपूर सेक्स की लेकिन 1 महीने के कोटा तो पूरा नही ही हो सकता था। क्योंकि यहाँ यो रोज सेक्स करने का आदत हो गया था मुझे भी। तो ये बात आज से कुछ महीनो पहले की है। और सारी बातें शेयर करते हुए। बात करते करते हम एक दूसरे क सीक्रेट शेयर करने लगे।
फिर उसने मुझसे एक दिन बातों बातों में यह भी मुझे बतया की वो अपने पति क साथ सेक्स लाइफ में खुश नहीं है। उसके पति उसे संतुस्ट नही कर पते है। मुझे ये सुन क बुरा भी लग और सोचा काश मै उसका पति होता तो उसे ये कमी कभी महसूस नहीं होती।
मैं पारुल के पास बैठ गया और मोबाइल में उसकी तस्वीरें देखने लगा। बीच में उनकी सुहागरात की फोटो भी आई थी जिसमें वह और भी सेक्सी लग रही थीं क्योंकि उन्होंने वेस्टर्न ड्रेस पहनी हुई थी। इस फोटो से गया मूड में आ गया और मैंने बिना सोचे समझे पारुल को किस करना शुरू कर दिया। उसने भी मेरा विरोध नहीं किया और मेरा साथ देने लगी। कुछ देर बाद वह रुकी और बोली। सतेंद्र, यह मेरे लिए ठीक नहीं है, मैं शादीशुदा हूं और कुछ और करना ठीक नहीं होगा। मैंने कहा बोलै पारुल अभी सही गलत कुछ नहीं जो आज मेरे अंदर है वो मुझे लगता तुम्हरे अंदर भी है। तुम जो महीनो से कमी महसूस कर रही हो वो मै आज पूरा कर दूंगा। अगर किसी को पता चला तो बहुत प्रॉब्लम होगी।
अभी घर में मेरे और तुम्हारे सिवा यहा कोई नहीं है न मैं किसी बताने जा और नहीं तुम तो टेंशन किस बात की है। फिर मैंने उसे सोफे पे से उठया और उसके रूम में लेके गया और उसे बेड पे लिटा दिया और मैं भी उसके ऊपर लेट गया।
मै बेताब होकर उसके गलों को तो कभी बूब्स को चूसने लगा और वो मेरे साथ पूरा मज़ा दे रही थी। हम दोनों क अन्दर बराबर अन्तर्वासना उठ रही थी जिसे हम दोनों मिल कर शांत करना चाहते थे।
मैंने उसका नौटी खोल दिया पारुल मेरे सामने अब ब्रा और पेंटी में थी पारुल उसके गोरे गोरे बदन पे वो ब्लैक ब्रा और पेंटी एक मस्त लग रही थी। उसका वो लुक मुझे और उत्तेजित कर रहा था. मै उसे इस तरह देख पागल हो गया था. उसके पूरे बदन को मैंने चूमने लगा। वो मेरे चूमने से मदहोश होने लगी थी। उसके मुँह से उन्हह अह्ह्ह उन्हह अह्ह्ह निकल रही थी। मैं चूमते हुए उसकी ब्रा को खोल चुका था और उसकी पेंटी भी उतार दी।
उसके पूरे जिस्म को चूम चुका था। उसकी लाल चुत जिसपे हलके से बाल थे। उसके मुँह से उन्हह अह्ह्ह की आवाज आ रही थी। मै उसकी चूत पे चला गया और अपने लंड को उसकी चूत पे टिका दिया, और एक बार में अपना पूरा लंड अंदर पेल दिया। फिर 15 मिनट चुदाई के बाद उसकी गोरी जांघों से उतरा और अपना लंड उसकी मुँह में डाल दिया। इस तरह छोटे भाई की बीवी को एक महीने तक चोदता रहा।
दोस्तों आपको ये अंतर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरी कैसी लगी आप हमे जरूर बताये। अगर हमारी हिंदी सेक्स स्टोरी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करे।