ऑफिस वाली का काम लगाया

क्या हाल चाल मेरे मित्रगणों  कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे और चुदाई के जुगाड़ में होंगे , मेरा नाम उमेश शर्मा  है और में पंजाब  से हूँ. मेरी उम्र 25 साल है और में PRAVATE  संस्था  कंपनी में जॉब करता हूँ और में आपको यह भी बता दूँ कि में चुदाई  का बहुत भूखा हूँ. मेरे 5 गर्लफ्रेंड थी और मैंने उन सबको चोदा है. अब में आपको ज़्यादा बोर नहीं करूँगा और अब में सीधा कहानी पर आता हूँ जो में आपको यहाँ बताने जा रहा हूँ वो 100% सच है और कुछ भी झूठ नहीं है. मेरे मित्रगणों  क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.

में BCA  पूरी करके पंजाब  आ गया था और जो मेरी तब की गर्लफ्रेंड सुकन्या  थी, उसकी शादी फिक्स हो गयी थी इसलिए हम लोगों ने लास्ट टाईम जी भर कर चुदाई  किया. मैंने एक दिन में उसको 8 बार चोदा. हम लोगों ने जी भरकर चुदाई  किया. उस दिन के बाद वो मुझे कभी नहीं मिली सुनने में आता है कि, वो अब अपने पति के साथ खुश है. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला  लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.

 मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है अब सुकन्या  के जाने के बाद मेरी ज़िंदगी में कोई नहीं थी. मेरी हमेशा से एक इच्छा रही है कि में एक शादीशुदा लड़की के साथ रिश्ता रखूं. शायद भगवान ने मेरी सुन ली थी. मेरी कंपनी में एक लड़की आई, उसका नाम सुभद्रा  है और वो दिखने में बहुत हॉट और चुदकड़  है. सच दोस्तों अगर कोई उसके चूचिया  देख ले तो अपना लंड उसके चूचिया  पर रगड़ने को दिल करे. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना  लड खड़ा ही हो जायेगा.

मेरे मित्रगणों  चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है     सुभद्रा  शादीशुदा है और उसकी शादी हुए 2 साल हुए है. उसके कोई बच्चा नहीं था और वो हमारे फ्लोर पर जॉब करती थी. पहले पहले तो में उसे इग्नोर करता था, लेकिन मेरे दोस्तों ने मुझे बताया कि वो मुझे बहुत घूरती है, लेकिन मैंने उनकी बात पर विश्वास नहीं किया. अब वो रोज़ ऑफिस आते ही मेरी तरफ देखती थी और में उसे इग्नोर करता था, क्योंकि वो शादीशुदा थी तो में कोई परेशानी नहीं लेना चाहता था. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों   उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.

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 मेरे मित्रगणों  मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है फिर एक दिन यह हुआ कि वो डीप कट वाला सलवार पहनकर आई थी, जिसमें से उसके क्लीवेज साफ साफ दिख रहे थे और में पीने का पानी भरने के लिए आया था और वहां पर कोई नहीं था. तब वो भी अपनी बोतल लेकर वहां आई और केम्पर का टेप ओपन करने के लिए झुकी तो मुझे पहली बार उसके दो बड़े-बड़े पहाड़ यानी चूचिया  दिखे. दोस्तों मेरा लंड तो कड़क हो गया था और अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि ये क्या हो रहा है? और मेरी हालत जब ख़राब हुई जब उसका दुपट्टा गिर गया. मेरे मित्रगणों  क्या मलाई वाला माल लग रहा था.

 चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए दोस्तों में आपको क्या बताऊँ? अब तो उसके पूरे पिंक निप्पल तक दिख रहे थे. अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था. तभी वो उठी और जिस केम्पर से में पानी भर रहा था. वो टेप उसने बंद किया और चली गयी. अब में अंदर ही अंदर खुश था और में चुदाई  का बहुत भूखा था, क्योंकि मेरा ब्रेक-अप हुए 2 महीने हो गये थे और में तब से सिर्फ़ मुठ ही मारता था. फिर में जब पानी लेकर वापस अपनी जगह पर आया तो मुझे उसका मैसेज आया, वो देखकर में हैरान था. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.

सुभद्रा  – हाय, तुम्हें मेरा शो कैसा लगा?

में – ओके ओके, मज़ा तब आयेगा जब पूरा दिखेगा.

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 अब सुनिए चुदाई की असली कहानी उसी वक़्त उसने मेरा नम्बर पूछा और हमने नम्बर एक्सचेंज किए. अब उस दिन से हम दोनों चुदाई  चैट करने लगे थे. अब जब भी मेरा मन होता था तो में उसको अपना नंगा फोटो भेजने के लिए कहता था. पहले-पहले तो वो मना करती थी, लेकिन बाद में उसने अपने कई सारे नंगे फोटो भेजे, जिसे देखकर में मुठ मारा करता था. हमसे अब रहा नहीं जा रहा था. वो भी मेरे लंड की प्यासी थी और में उसके चूचिया  और चूत का .और वो वक़्त आ गया जब हमारी छुट्टी थी और हमने मूवी देखने का प्लान बनाया. मेरे मित्रगणों  एक बार चोदते  चोदते  मेरा लंड घिस गया.

 वहा का माहौल बहुत अच्छा था  मेरे मित्रगणों   फिर में सोचकर ही हम ऐसे थियेटर में गये जहाँ मूवी फ्लॉप हो गई थी. वहां सिर्फ 6 लोग थे और मैंने पूरा ऊपर का और कॉर्नर वाला सीट लिया था. वो शर्ट और जीन्स पहनकर आई थी और 2 मिनट के बाद मूवी स्टार्ट हो गई और जैसे ही लाईट ऑफ हुई तो हम दोनों एक दूसरे के ऊपर टूट पड़े. मेरे मित्रगणों  उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.

 वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों   अब हम दोनों ज़ोर-ज़ोर से लिप किस करने लगे थे. में उसके लिप ज़ोर-ज़ोर से चूस रहा था और उसकी सांसे तेज़ होने लगी थी. अब मेरा लंड तो एकदम कड़क हो गया था. फिर मैंने बिल्कुल भी टाईम वेस्ट नहीं किया और धीरे-धीरे से उसकी शर्ट को खोल दिया और साथ ही अंदर की ब्रा को भी खोल दिया. दोस्तों क्या बताऊँ? अब, वो मेरे सामने पूरी तरह से टॉपलेस थी और उसके 34 साईज़ के चूचिया  और उसके गुलाबी निप्पल मेरे हाथो में थे, अब में उसके राईट चूचिया  को ज़ोर-ज़ोर से मसल रहा था और लेफ्ट चूचिया  को मुँह में लेकर चूस रहा था और वो अह्ह्ह और ज़ोर से चूसो प्लीज और ज़ोर से दबाओ और मेरा दूध पीयो कहती जा रही थी. अब उसने मेरी जीन्स को खोल दिया और मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगी, जैसे कि वो उसे खाने वाली है. फिर उसने 10 मिनट तक मेरा लंड चूसा और मेरा सारा पानी अपने मुँह में ले लिया. मेरे मित्रगणों  चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.

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 ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों   फिर मैंने झट से उसकी पेंट को पूरा उतार दिया और उसकी चूत में उंगली करने लगा. अब वो मेरा लंड हिला रही थी और अब हम उसी स्टाईल में फ्रेंच किस करने लगे. अब हमें बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा था कि हम कहाँ है? फिर मैंने पहले तो उसकी चूत में सिर्फ़ एक उंगली डाली, लेकिन बाद में 2 और उंगलियों को अंदर बाहर करने लगा. अब वो पूरी गर्म हो गयी थी और आह्ह्ह्ह आह्ह्ह और अंदर और अंदर, पूरा डालो प्लीज जानू और यस यस, हाँ हो गया और करो प्लीज प्लीज चिल्ला रही थी. अब में उसकी आवाज को रोकने के लिए उसे किस करने लगा और उसने मेरा लिप ज़ोर से काट लिया और झड़ गयी. अब हम दोनों पूरे पसीने में .. .मेरे मित्रगणों  एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया भीग गये थे. अब हम वहां से निकलकर उसके घर गये और वहां पर मैंने दो बार चुदाई की. अब जब भी हमें मौका मिलता है और उसका पति घर पर नहीं होता तो हम चुदाई करने से बिल्कुल भी नहीं चूकते है. उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों  गजब .

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