सहेली के पति ने पूरी रात हवस की प्यास बुझाई
दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द बांगरे है। यह कहानी मेरे भोले भाले दोस्त निखिल की है। जो दिल्ली में रहता है, अब मैं आपको उस औरत की कहानी सुनाता हूँ। यह कहानी एक औरत की ऐसी antarvasna sex story है। जिसकी हवस गैर मर्द ने बुझाई। जब कामुक स्त्री को अपने पति से सेक्स संतुष्टि नहीं मिलती तो वह अपनी सहेली के पति के साथ पूरी रात रात भर अपनी हवस की प्यास बुझाई। एक दिन निखिल अपनी पत्नी की सहेली काम्या के घर खाना खाने गया। वहां काम्या ने उसे अपने घर में रहने के लिए मना लिया। अगले दिन सुबह काम्या ने रंजना से कहा- मैंने जीजाजी को यहीं रुकने के लिए मना लिया है, तुम भी बताओ. कहा बाहर खाना खाना है, रात के समय बाहर खाना भी ठीक नहीं है। रंजना बोली- तुम्हें दिक्कत होगी, एक दो दिन की बात नहीं है। पता नहीं कितने दिन लग जायेंगे। काम्या …