नमस्कार मेरे मित्रगणों और सुनाइए कैसे आप सब , मेरा नाम लक्की जोशीला है और ये मेरी बिल्कुल नयी कहानी है. ये कहानी मेरे स्कूल टाईम की है जो कि मेरे साथ हुई थी. ये मेरी ग्रुप चुदाई की कहानी है जिसमें यानी की लक्की जोशीला और 2 लड़कियां है और उन दोनों का नाम प्रिय चौदस और करिश्मा प्रकाश है. ये दोनों लड़कियां स्कूल में मेरी जूनियर्स थी और दोनों लड़कियां सुंदर है और उनके चूचिया भी बड़े-बड़े और मस्त है. करिश्मा प्रकाश और प्रिय चौदस जो मेरी जूनियर्स थी और वो हमेशा मुझे घूरा करती थी, जब में स्कूल में में भाषण दिया करता था तो वो दोनों मुझे एक अजीब सी नज़रों से देखा करती थी, लेकिन तब मैंने इतना ध्यान नहीं दिया. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.
क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी फिर मेरे स्कूल का फेरवेल नज़दीक आ रहा था और अब स्कूल को गुड बाय कहने का दिन आ रहा था तो एक दिन खाली क्लास में मैंने स्कूल की छत पर जाने का सोचा. में कई बार खाली क्लास में स्कूल की छत पर जाकर फोन पर अपनी गर्लफ्रेंड से बात करने जाता था तो उस दिन जब में छत पर गया तो में हमेशा की तरह वहाँ कोने में जाकर बैठ गया. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.
मेरे मित्रगणों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया मैंने देखा कि छत की दूसरी तरफ कोई है, मुझे ऐसा एहसास हुआ और फिर मैंने जाकर देखा तो प्रिय चौदस और करिश्मा प्रकाश दोनों ही वहाँ बैठी थी और एक दूसरे के चूचिया चूस कर रही थी और दबा रही थी और उन दोनों के चूचिया शर्ट के बाहर निकले हुए थे, प्रिय चौदस के चूचिया एकदम गोरे थे और उसके पिंक कलर के निप्पल थे और करिश्मा प्रकाश के चूचिया भी सफ़ेद थे, लेकिन उसके निप्पल ब्राउन कलर के थे. वो दोनों ही गर्म हो चुकी थी तो उनके चूचिया और निप्पल एकदम टाईट हो गये थे, में चुपके से उनको देखने लगा और मैंने अपने मोबाईल में उनकी वीडियो क्लिप ले ली. फिर मैंने सोचा कि बाद में अपने दोस्तों को दिखाऊंगा, लेकिन तब में ये नहीं सोच पाया कि तब अगर में उनको रंगे हाथों पकड़ लेता तो मेरे चुदाई का इंतजाम हो जाता. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर क्लास की घंटी बजी और सब अपनी अपनी क्लास में चले गये, में स्कूल का हेड बॉय था तो में ग्राउंड चेक करने के बाद लास्ट में क्लास में जाता था. उन दोनों की क्लास मेरी क्लास के बिल्कुल सामने थी और विंडो से में उन दोनों को देख सकता था, में जब भी अपनी सीट पर बैठा होता था और जब भी में बाहर देखता तो वो दोनों मुझे ही देख रही होती थी. तब मुझे लगा कि वो दोनों मुझसे पट सकती है और अब तो मेरे पास उनकी वीडियो क्लिप भी थी, अगर कोई लफड़ा होता है तो में फंस नहीं सकता. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा.
मेरे मित्रगणों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है स्कूल की छुट्टी होने के बाद में अपनी बाईक लेकर स्कूल के बाहर उन दोनों का इंतजार कर रहा था और वो दोनों स्कूल से पैदल जाते हुए कोचिंग जाती थी और वहाँ से ऑटो में घर जाती थी. फिर जैसे ही वो दोनों पैदल जाते हुए कोचिंग जाने लगी तो में मेरी बाईक से उनके पास गया और मैंने बाईक उनके आगे रोक ली तो वो दोनों मुझे स्माईल दे रही थ. फिर मैंने उनसे कहा. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.
में : तुम दोनों को कहीं ड्रॉप कर दूँ?
प्रिय चौदस : नहीं हम कोचिंग जा रहे है, यही पास में है चले जायेंगे.
(उतने में करिश्मा प्रकाश झट से बोली)
करिश्मा प्रकाश : हाँ, वैसे भी में तो थक गई हूँ, क्या तुम हमें छोड़ दोंगे?
में : हाँ.
प्रिय चौदस : (थोड़ी भारी आवाज में) ठीक है करिश्मा प्रकाश तू जा, में पैदल चल कर आती हूँ.
करिश्मा प्रकाश : अच्छा ठीक है, तू मेरा नीचे इंतजार करना.
में : प्रिय चौदस तू भी बैठ जाना, में तुम दोनों को ड्रॉप कर दूँगा.
प्रिय चौदस : आर यू शॉर? ट्रिपल.
में : हाँ, अगर तेरे को अच्छा ना लगे तो उतर जाना.
प्रिय चौदस : अच्छा ठीक है.
मेरे मित्रगणों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है फिर मैंने बाईक स्टार्ट की और पीछे वाले रास्ते से यानी की लम्बे रास्ते से उनको ड्रॉप करने चला गया, रास्ते में उनसे खुलकर बात कर सकूँ, इसलिए मैंने लंबा रास्ता लिया था. अब रास्ते में ब्रेक भी लगा रहा था, जिससे करिश्मा प्रकाश के चूचिया मुझको टच हो रहे थे, करिश्मा प्रकाश ने उसके हाथ मेरी जांघो पर रखे हुए थे और प्रिय चौदस ने अपने हाथ करिश्मा प्रकाश से चिपका लिए थे. मेरे मित्रगणों क्या मलाई वाला माल लग रहा था.
चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए करिश्मा प्रकाश इतनी चालाक थी कि वो चालू बाईक पर मेरी जांघो पर हाथ फेर रही थी, वो में महसूस कर रहा था और इससे मेरा लंड जागने लगा, अब मुझको लगा कि यही सही टाईम है उन दोनों से छत वाली बात करने का तो मैंने करिश्मा प्रकाश से कहा. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.
में : करिश्मा, तू खाली क्लास में कहाँ जाती है?
करिश्मा प्रकाश : (शॉक्ड) कहाँ जाती है मतलब?
अब सुनिए चुदाई की असली कहानी में : मतलब खाली क्लास में तू केम्पस में नहीं दिखती तो कहाँ जाती है? तू और प्रिय चौदस दोनों खाली क्लास में कहाँ होते हो?
करिश्मा प्रकाश : कही नहीं, हम क्लास में ही रहते है.
में : ओहह, में भी क्लास में ही होता हूँ, लेकिन मैंने कभी तुम दोनों को नहीं देखा.
प्रिय चौदस : (बात को कट करते हुए) अरे हम कभी-कभी क्लास में होते है और कभी-कभी ग्राउंड पर होते है.
में : शशश चल अब तुम दोनों झूठ मत बोलो. मैंने तुझे छत पर देखा है.
प्रिय चौदस : (घबराते हुए) क्या? कब?
में : घबरा मत, मुझे तुम दोनों के बारे में सब पता है.
करिश्मा प्रकाश : क्या पता है?
में : हाँ, वही जो तुम दोनों खाली क्लास में छत पर जाकर करते हो.
प्रिय चौदस : तू ये सब किसी से मत कहना प्लीज.
करिश्मा प्रकाश : हाँ यार देख तुझको पता है ना हम क्या करते है? बता हम क्या करते है?
में : हाँ करिश्मा प्रकाश तू और प्रिय चौदस ऊपर क्या करते हो, मुझे सब पता है? तुम एक दूसरे के चूचिया .
मेरे मित्रगणों एक बार चोदते चोदते मेरा लंड घिस गया
इतना ही बोलते हुए करिश्मा प्रकाश ने मेरे मुँह पर हाथ रख दिया और बोली कि बस बस अब ये बात और किसी से मत कहना, ये बात अपने तीनों के बीच में सीक्रेट रहेगी, ओके? फिर मैंने कहा ठीक है चल में किसी को नहीं बताऊंगा, लेकिन बदले में मुझे क्या मिलेगा?
प्रिय चौदस : देख लक्की जोशीला , तुझको कुछ मिले या ना मिले, लेकिन हमारी वाट लग जायेगी तो तू अपना मुँह बंद रखेगा.
करिश्मा प्रकाश : अरे बेबी चल देख हम दोनों को जो चाहिए, वो इसे भी चाहिए क्यों लक्की जोशीला ?
में : हाँ, तू तो बड़ी समझदार है.
प्रिय चौदस : ठीक है, लेकिन कुछ भी हो जाए, ये सब बातों का किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए.
में : अरे हाँ यार प्रिय चौदस तुम मुझ पर विश्वास करो, में किसी को भी कुछ नहीं बताऊंगा.
प्रिय चौदस : (मेरी जांघो पर हाथ फेरते हुए) हाँ तो ठीक है.
वहा का माहौल बहुत अच्छा था मेरे मित्रगणों में समझ गया था कि भले प्रिय चौदस इतनी समझदार नहीं है, लेकिन अंदर से उसके अंदर का जानवर भी करिश्मा प्रकाश जितना ही बड़ा था. अब दोनों की कोचिंग आ गई तो वो दोनों बाईक से उतर गई और करिश्मा प्रकाश ने प्रिय चौदस के कान में कुछ कहा. मैंने कहा क्या हो रहा है? तो वो बोली बस 2 मिनट देखते जाओ. फिर प्रिय चौदस ऊपर गई और 5-10 मिनट के बाद नीचे आ गई. तब तक में और करिश्मा प्रकाश नीचे खड़े थे, असल में प्रिय चौदस कोचिंग से छुट्टी लेने गई थी और कोई बहाना बनाकर नीचे आ गई थी, में समझ गया था कि ये दोनों इतनी चालाक है. मेरे मित्रगणों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.
वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों फिर दोनों वापस बाईक पर बैठ गई और मुझसे कहा कि कहीं सुनसान जगह पर ले चल, इस बार प्रिय चौदस बीच में बैठी थी और करिश्मा प्रकाश पीछे बैठी थी. फिर प्रिय चौदस मुझसे चिपक कर बैठ गई थी, मुझको बहुत मज़ा आ रहा था. फिर में वहाँ से थोड़े दूर मेरे एक दोंस्त के रूम पर बाईक ले गया और उसको मैंने बाईक पर ही फोन करके बात कर ली थी. अब हम मेरे दोंस्त के रूम पर पहुँच चुके थे, लेकिन मैंने उसे नहीं बताया था कि में उन दोनों की चुदाई करने वाला हूँ, बस मैंने कहा था कि मुझे थोड़े नोट्स लिखने है तो रूम खाली चाहिए और किस्मत अच्छी थी कि वो फ्रेंड भी कहीं बाहर जा रहा था तो वो चाबी अपने रूम के नीचे वॉचमेन को देकर गया था. मेरे मित्रगणों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.
ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों फिर मैंने एक जगह बाईक रोक दी और मेरे बैग में से कुछ बुक निकाल ली और उनके हाथ में दी, ताकि ऐसा लगे की हम पढाई के काम से आए है, वैसे दुनिया के लिए हम बच्चे थे, लेकिन हम काम बड़ो वाला करने जा रहे थे. फिर हम तीनों रूम में पहुंचे और मैंने अंदर से रूम लॉक कर दिया. मेरा फ्रेंड 4-5 घंटो तक आने वाला नहीं था तो में आराम से उन दोनों के साथ बैठकर टाईम बिता सकता था, उनका कोचिंग भी 3 घंटे का होता है तो घर पर भी उन्हें जल्दी जाने की कोई प्रोब्लम नहीं थी. मेरे मित्रगणों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया.
उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों गजब करिश्मा प्रकाश और प्रिय चौदस दोनों अंदर आकर बैठ गई और में भी उन दोनों के साथ बैठ गया. अब हम वापस स्कूल की छत वाले टॉपिक पर बात करने लगे. अब वो दोनों मेरे आस पास बैठ गई और मुझे यहाँ वहाँ छूने लगी. में कुछ कहता उससे पहले ही करिश्मा प्रकाश ने मेरे होंठ पर अपने होंठ रख दिए और मुझे स्मूच करने लगी. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों .
क्या बताऊ मेरे मित्रगणों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया अब प्रिय चौदस मेरी पेंट की चैन को खोलने लगी और मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे में कोई सपना देख रहा हूँ, में करिश्मा प्रकाश को कसकर चूम रहा था और हम दोनों के होंठ एक दूसरे के होंठ को ऐसे चूस रहे थे, जैसे कि बरसो से प्यासे हो. अब करिश्मा प्रकाश एकदम से गर्म हो गई थी और करीब 10 मिनट तक उसने मुझे लगातार स्मूच किया. अब प्रिय चौदस मेरी पेंट की चैन खोलकर मेरे लंड को चूस रही थी. कुछ भी हो माल एक जबरजस्त था .
उसको देखकर किसी का मन बिगड़ जाये दोस्तों इतना चुदाई मुझे कभी नहीं चढ़ा था तो में 15 मिनट में ही झड़ गया और मेरा सारा वीर्य प्रिय चौदस ने टिश्यू पेपर से सॉफ किया और वापस मेरे लंड से खेलने लगी. अब मैंने करिश्मा प्रकाश का टॉप निकाल दिया और उसकी स्कर्ट भी निकाल दी और अब प्रिय चौदस ने अपना टॉप खुद ही निकाल दिया था और वो दोनों ही ब्रा और पेंटी में थी. में करिश्मा प्रकाश और प्रिय चौदस दोनों के चूचिया को मेरे हाथ से दबाने लगा और वो दोनों ही पागलों की तरह मौन करने लगी आअहह उम्म्म्म उफफफ्फ़ आआआहह ओंहहह्ह्ह्ह, ये सुनकर मेरा लंड फिर से एकदम खड़ा और टाईट हो गया. मेरे मित्रगणों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.
उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है फिर मैंने प्रिय चौदस को मेरी बाहों में ले लिया और उसे चूमना स्टार्ट कर दिया, प्रिय चौदस को चूमने में ज़्यादा मज़ा आ रहा था, प्रिय चौदस को फ्रेंच किस करनी बहुत अच्छे से आती थी तो में करीब 5 मिनट तक उसको चूमता रहा और उसके चूचिया को दबाता रहा, उधर करिश्मा प्रकाश मेरे लंड और अंडो के साथ खेल रही थी. फिर मैंने थोड़ा म्यूज़िक चालू कर दिया और गर्मी बढ़ रही थी .तो ए.सी. भी चालू कर दिया. अब हम तीनों खड़े हो गये और मैंने कहा चलो डांस करते है तो म्यूज़िक पर मैंने उनको स्ट्रिपर्स की तरह डांस करने को कहा. मेरे मित्रगणों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया.
मेरे मित्रगणों चोदते चोदते कंडोम के चीथड़े मच गए धीरे-धीरे मैंने मेरी पेंट उतारी और फिर मैंने अपनी टी-शर्ट भी उतार दी और फिर मैंने उनकी भी ब्रा और पेंटी उतार दी, अब हम तीनों पूरी तरह से नंगे हो गये थे और डांस कर रहे थे. फिर करिश्मा प्रकाश मेरे आगे आ गई और नीचे झुक गई और अपनी गांड से मेरे लंड को टच करने लगी. फिर अपनी गांड से डॉगी पोज़िशन में मेरे लंड को हिलाने लगी और डांस कर रही थी और प्रिय चौदस मेरे बदन पर हाथ फेरकर मुझे गर्म कर रही थी. ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है.
एक बार मैंने अपने मौसी की लड़की को जबरजस्ती चोद दिया फिर में करिश्मा प्रकाश की गांड पर थप्पड़ मारने लगा और ज़ोर-ज़ोर से करिश्मा प्रकाश की गांड पर थप्पड़ मारे और उसे बहुत मज़ा आने लगा और फिर प्रिय चौदस को भी थप्पड़ मारे, करिश्मा प्रकाश मेरे आगे थी और प्रिय चौदस मेरे पीछे चिपक कर नाच रही थी. फिर मैंने अपने एक हाथ से करिश्मा प्रकाश की गांड दबा रखी थी और अपने दूसरे हाथ से कभी प्रिय चौदस की चूत में उंगली कर रहा था तो कभी उसकी गांड को मुट्ठी में लेकर दबाने लगता, उसे इन सब में बहुत मज़ा आ रहा था और वो भी अपने दांतों से मेरे पेट पर और कंधो पर काट रही थी और वो मेरी पीठ को चूम रही थी और वो बिल्कुल मदहोश हो गई थी. फिर मैंने प्रिय चौदस से कहा कि वो सोफे पर बैठ जाए और फिर मैंने करिश्मा प्रकाश को डॉगी स्टाईल में खड़ा कर दिया और उसकी चूत. चाटी तो वो एकदम से उछल पड़ी और आहह करने लगी. है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.
मेरे मित्रो मामा की लड़की की चुदाई में बड़ा मजा आया फिर मैंने करिश्मा प्रकाश से कहा कि वो प्रिय चौदस की चूत को चूसे और फिर में पीछे से करिश्मा प्रकाश की चूत में अपने लंड को डालने लगा. करिश्मा प्रकाश प्रिय चौदस की चूत को एकदम आइसक्रीम की तरह चाट-चाटकर खाने लगी थी और उन दोनों की मौन की आवाज़े सुन-सुनकर मेरा लंड एकदम ही गर्म होकर टाईट हो गया था. मेरा लंड इतना टाईट पहले कभी नहीं हुआ था और में पीछे जाकर करिश्मा प्रकाश की चूत में अपने लंड को रगड़ने लगा, उसकी चूत इतनी गीली हो गई थी कि ल्यूब्रिकेशन .मेरे मित्रगणों कई बार जबरजस्ती शॉट मरने में चुत से खून निकल गया की ज़रूरत ही नहीं पड़ी और मेरे लंड को में उसकी चूत के लिप्स पर घुमा-घुमाकर टच कर रहा था और उसे तड़पा रहा था और वो आअहह उम्म्म्मममम कर रही थी. उसकी चूत टाईट थी तो मैंने धीरे-धीरे अपने लंड को उसकी चूत के छेद में डालने की कोशिश की, लेकिन उसकी चूत एक वर्जिन चूत थी तो वो बहुत ही टाईट थी. उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था मेरे मित्रगणों .
उसकी बूब्स देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी फिर मैंने 1-2 बार धीरे-धीरे कोशिश की और थोड़ा-थोड़ा करके मेरे लंड को उसकी चूत में डाला तो मेरे लंड का सिर्फ़ आगे का हिस्सा उसकी चूत में जाते ही वो एकदम ज़ोर से चीखी और चिल्लाई. फिर मैंने प्रिय चौदस से कहा कि उसको लिप किस करे और उसकी आवाज़ को दबाये तो प्रिय चौदस झट से करिश्मा प्रकाश को स्मूच करने लगी और उसकी चीखने की आवाज़ को कम करने लगी. फिर मैंने धीरे से मेरे आधे लंड को उसकी चूत में डाल दिया और में थोड़ी देर तक बिना हिले ऐसे ही खड़ा रहा, जब तक करिश्मा प्रकाश शांत हुई. मेरे मित्रगणों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु .
उसको पेलने की इच्छा दिनों से है मेरे मित्रगणों मैंने धीरे-धीरे मेरे लंड को आगे पीछे करना शुरू किया और करिश्मा प्रकाश को थोड़ा दर्द हो रहा था तो वो आआहह कर रही थी, वो दर्द भी एक मीठा दर्द था तो उसे भी मज़ा आ रहा था. फिर थोड़ा आगे पीछे करते हुए मैंने देखा कि उसकी सील टूट गई है और मेरे लंड पर उसकी चूत का खून लगा हुआ है. फिर मैंने टिश्यू पेपर लिया और मेरे लंड को और उसकी चूत को साफ किया और वापस से मेरे लंड को उसकी चूत में डाल दिया, अब करिश्मा प्रकाश को मज़ा आ रहा था और वो ज़ोर-ज़ोर से मौन कर रही थी, फक मी लक्की जोशीला , फक मी पुसी, अहह प्लीज फक मी, ऊओह अहमम्म्ममम उहमम्म्मममम. अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता मेरे मित्रगणों .
मेरे मित्रगणों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार फिर मैंने धीरे-धीरे अपने चोदने की स्पीड को थोड़ा तेज किया और एक रफ़्तार में आकर उसको चोदने लगा और ऐसे ही चोदते-चोदते वो चिल्लाई आहह में आ रही हूँ, रुकना नहीं उहमम्म्मममममम उफ़फ्फ़ अहह और एकदम से अपने पूरे बदन .को हिलाती हुई और वो एकदम से ढीली पड़ गई और झड़ गई. उसकी चूत के पानी से मेरा लंड पूरा भीग गया था और में अभी भी उसे चोद रहा था तो अब उसकी चूत के पानी की वजह से चोदने की आवाज़ आने लगी, पच पच पच और 5 मिनट तक ऐसे ही चोदते हुए मेरा भी पानी निकलने वाला था. फिर मैंने कहा कि मेरा भी होने वाला है तो बोल करिश्मा प्रकाश में अपना पानी कहा डालूँ? करिश्मा प्रकाश आहह अहह आई एम कमिंग बेबी, अहह और ऐसे ही मैंने उसकी चूत में से अपने लंड को निकाला और उसकी पीठ पर झड़ गया. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मेरे मित्रगणों जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.
उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मेरे मित्रगणों उसकी पीठ मेरे पानी से पूरी भर गई थी और में अपने लंड को उसकी पूरी गांड पर रगड़ने लगा और प्रिय चौदस हमारी चुदाई देख रही थी और अपनी चूत से खेल रही थी. वो भी ऐसे करते-करते एक बार झड़ चुकी थी. फिर में ढीला पड़ गया और उसे एक किस करते हुए में वहीं सोफे पर प्रिय चौदस के बाजू में बैठ गया. फिर प्रिय चौदस ने मेरे लंड को चूसा और मेरे लंड को साफ कर दिया. फिर थोड़ी देर तक हम ऐसे ही बैठे रहे और अब प्रिय चौदस मेरे लंड से खेल रही थी और मानो मेरे लंड से कह रही हो कि अब मेरी बारी है. फिर थोड़ी ही देर में मेरा लंड फिर से टाईट हो गया और अब वो प्रिय चौदस की चुदाई करने के लिए एकदम तैयार था. फिर मैंने प्रिय चौदस को चोदा और कपड़े पहनकर बहार आ गये. फिर हमने दोस्त का रूम लॉक किया और चाबी वाचमेन को देकर अपने घर चल दिये. एक बात और मेरे मित्रगणों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम चुदकड़ अंदाज है मेरे मित्रगणों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.