दोस्त के साथ मिल कर होली पर बहन को चोदा-3
पिछली कहानी में आपने पढ़ा होगा कि विनय ने कैसे सपना का फायदा उठाया और, जब विनय सपना को कस कर अपने बाहों में भींचना चाहा, तो सपना धक्के देकर भागना चाही। पर वो तुरन्त पेट के बल गिर गयी और तुरन्त विनय सपना पर झपटा और उसकी सलवार के नाड़े को खींच कर खोल दिया। इसके आगे क्या हुआ अब सुनिए…. सपना: नाड़ा खुल जाने की वजह से जब मैं उठना चाही, तो मेरी सलवार आधी खुल गयी और मेरी ब्लैक पैन्टी विनय को दिख गयी। तो विनय भूखे भेड़िए की तरह मुझ पर टूट पड़ा, और मेरे ऊपर चढ़ कर बैठ गया, और लिप किस किया। इस वजह से मेरी आवाज़ ही नहीं निकली, और कुछ ही देर में विनय की ये हरकत मुझको मदहोश करने लगी। सपना: फिर मुझे पता ही नहीं चला कि कब विनय ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए, और जब मैं थोड़ी मदहोशी …