नया मेहमान-2
मैं घर चला आया, मेरा दूसरा कदम भी कामयाब रहा। घर जाकर बेड पर लेट गया पर नींद नहीं आ रही बार बार रेखा का नग्न शरीर जो बाथरूम में देखा था, नजर के सामने आ जाता, अंत में बाथरूम में जाकर रेखा भाभी की याद कर हस्तमैथुन किया तब राहत हुई। अचानक साले साहब का फोन आ गया, पूछा- कोई परेशानी तो नहीं हो रही? कहो तो मैं आ जाऊँ? मैंने कहा- सब ठीक है, रेखा भाभी अच्छे से तुम्हारी दीदी की देखभाल कर रही हैं, खुद अस्पताल में रुक गई और मुझे घर भेज दिया आराम करने के लिए ! ‘ठीक है, जरुरत हो तो फोन कर देना।’ फिर फोन कट गया। अगले दिन के लिए तीसरे और अंतिम कदम पर विचार करने लगा, मेरे दिमाग में रेखा के कहे ये शब्द ज्यादा खटक रहे थे ‘पैकेट अपने साथ ले जाओ, यहाँ मेरे किस काम के !’ नींद …