नमस्कार मेरे मित्रगणों और सुनाइए कैसे आप सब, मेरा नाम सूपनखा है और मेरी उम्र 25 साल है और मैं चुदाई की बहुत बड़ी दीवानी हु. मैं बहुत चुदासी हु और मैंने बहुत से लंड को चूसा है और उनसे अपने चूत और गांड के छेद की प्यास को बुझवाया है. मैंने ग्रुपचुदाई भी किया है. मुझे बड़ा मज़ा आता है, जब मुझे 3 – 5 लड़के मिलकर चोदते है और मेरे सारे छेदों की हवस को शांत करते है. मुझे चुदकड़ विडियो देखने का और चुदकड़ कहानी पढ़ने का बहुत शौक है और उसके बाद अपने बड़े – बड़े मुम्मे दबाकर अपनी चूत में ऊँगली करने में भी बड़ा मज़ा आता है. आज मैं आपको अपने पहले चुदाई के बारे में बता रही हु, कि किस तरह मुझे मेरे अन्दर की ठरक का पता चला. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.
लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों मैं स्कूल में थी तब और मुझे एक दीदी बायोलॉजी पढ़ाने के लिए घर पा आती थी. वो दीदी उम्र से तो नहीं थी, क्योंकि वो ३५ साल की थी, लेकिन उन्होंने शादी नहीं की थी. वो मुझे बाद में पता चला, कि उन्हें लडको में नहीं लडकियों में इंटरेस्ट था और वो एक लेस्बियन थी. इसलिए उन्होंने अपने घर वालो को शादी के लिए साफ़ मना कर दिया था. वो शहर की बेस्ट बायोलॉजी टीचर थी, लेकिन वो सिर्फ लडकियों को उनके घर पर ही पढ़ाती थी और एक बार में सिर्फ एक या दो लडकियों को ही. ज्यादा भीडभाड उन्हें पसंद नहीं थी. उनकी पड़ोसन मेरी मम्मी की दोस्त थी, इसलिए उन्होंने मुझे पढ़ाने के लिए हाँ बोल दिया. मेरे मित्रगणों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया.
मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है कुछ दिन तो ठीक लगा. लेकिन, उसके बाद उन्होंने मुझे कुछ टिप्स देनी शुरू कर दी. मैं एक बहुत ही सिंपल गर्ल थी और हमेशा सूट ही पहनती थी. उन्होंने मम्मी से बात करके मेरे लिए जीन्स और टॉप मंगवाई और मुझे थोड़ा पर्सनालिटी डेवलपमेंट के बारे में भी बताया. एक दिन, उन्होंने मुझे अपने साथ ही रुकने को कहा और मेरे घर पर भी फ़ोन कर दिया, कि आज वो मुझे रात को टेबल मेंनेर और कुछ चलने के बारे में टिप देंगी. और वो रात में ही हो सकता था. उन्होंने मुझे रात . तैयार किया और मुझे एक बहुत चुदकड़ सी नाइटी पहना दी और एक उसके नीचे बहुत चुदकड़ सी और टाइट ब्रा और पेंटी भी पहनने को दे दी. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.
ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा मैं बहुत शरमा रही थी और उनके सामने नहीं आ रही थी. लेकिन उन्होंने लाइट म्यूजिक चालू कर दिया और फिर उन्होंने मुझे चलना सिखाया. उन्होंने मुझे बोला, कि एक गलती करने पर मुझे एक कपड़ा उतारना होगा. अब तो मुझे सही करना ही था. मैं एक स्टेप रखते ही गिर गयी और मुझे नाइटी के ऊपर वाले पार्ट से हाथ धोना पड़ा. फिर मैंने और गलती की, तो नीचे वाला गया. एक – एक करके मेरे शरीर पर सिर्फ ब्रा और पेंटी ही रह गयी. मैंने उनको बोला – दीदी अब तो कुछ भी नहीं बचा. वो मुस्कुरायी और बोली – अभी दो चीज़े और है. मैं भागने लगी रूम में. लेकिन उन्होंने मुझे पकड़ लिया और उनके हाथ में मेरे बूब्स आ गये और उन्होंने एकदम से मेरे बूब्स को दबा दिया और मेरे मुह से आआआआआ हह्ह्हह्ह्ह्ह करके बहुत जोर से चीख निकल गयी. उस समय घर में सिर्फ हम दोनों ही थे और मेरी चीख सुनने वाला कोई भी नहीं था, तो उन्होंने मेरे बूब्स को और भी जोरो से दबाना शुरू कर दिया. मेरे मित्रगणों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है .
क्या बताऊ मेरे मित्रगणों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये मैं पागल होने लगी थी और कुछ ही मिनटों में मेरी चीखे अब सिस्कारियो में बदल चुकी थी अहहाह अहहाह अहहाह अहहाह अहहः… मुझे लग रहा था, कि कोई नशा मेरे दिलोदिमाग में चढ़ रहा था और मुझे मेरी चूत पर एक मीठी सी खुजली भी होने लगी थी. अब मैंने विरोध छोड़ दिया थे और मेरा शरीर मस्ती से मचल रहा था. मैडम ने अब मेरी बैचेनी को समझ लिया और एक ही झटके में मेरी ब्रा को खोल दिया था. मेरे बूब्स एकदम से बाहर आ गये. मेरे बूब्स कोई ज्यादा बड़े तो नहीं थे, लेकिन गोल थे और तने हुए थे और उनपर भूरे निप्पल एकदम पॉइंट थे. मैडम ने मेरे निप्पलो को अपने हाथ में पकड़ लिया और उनको मस्ती में दबाने लगी. मेरे मुह से कामुक सिसकिया पुरे कमरे में गूंजने लगी थी अहहाह अहः अहहाह मैडम प्लीज मत करिए.. कुछ कुछ हो रहा है… प्लीज… मेरे हाथ अपने आप ही मेरी चूत के ऊपर थे और मैं उसको सहला रही थी. मेरे मित्रगणों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.
मेरे मित्रगणों क्या मलाई वाला माल लग रहा था मैडम मेरी बैचेनी समझ गयी थी और उन्होंने एकदम से मेरी पेंटी को बीच में से फाड़ दिया और मेरे चूत के दाने पर एक ऊँगली रख कर उसको दबा दिया. मुझे ऐसा लगा, कि जैसे किसी ने मेरे अन्दर दबे हुए लावा को बाहर निकालने के लिए ढक्कन खोल दिया. उन्होंने फिर अपनी ऊँगली मेरी चूत के दाने पर फिरानी शुरू की और मैं अपने बदन को हिलाते हुए, अपने पेरो को इधर उधर फ़ेंक रही थी. फिर उन्होंने एकदम से अपनी एक ऊँगली मेरी चूत में डाल दी और मुझे लगा, जैसे की मेरे शरीर के अन्दर लावा फुट पड़ा हो और मैं अपने शरीर को और भी जोर से हिला रही थी और कुछ ही देर में मुझे लगा, कि मेरे अन्दर से कुछ जोर से बाहर आने वाला है और एक ही झटके के साथ मैं ने अपना लावा एकदम से बाहर छोड़ दिया और मैं एक जोर दार चीख से चिल्लाई और फिर एकदम से शांत हो गयी और मेरा शरीर ढीला पड़ गया. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.
साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है अब मैं शांत हो गयी थी. फिर मैडम ने एक ब्लूफिल्म चला दी और वो एक लेस्बियन फिल्म थी और फिर मैं मूवी देख कर गरम हो गयी और मैंने उस फिल्म की तरह मैडम को नंगा किया इर उसके कामुक अंगो से खेला और उनकी चूत को चाट कर उनके लावा को बाहर निकाला और फिर मैं उनके लावे को पूरा का पूरा पी गयी. उन्होंने ने भी अपनी जीभ से चाटकर मेरा माल बाहर निकाला और फिर मेरा सारा माल चाट गयी और इस तरह मैंने अपना पहला चुदाई जो कि लेस्बियन था किया.. उसके बाद तो मैडम ने मुझसे कई बार चुदाई किया. लेकिन, मेरी रूचि तो लडको में ज्यादा थी और मैंने अपने बॉयफ्रेंड से चुदवाया और उसके बाद तो मुझे चुदाई की हवस बढती गयी और अब लडको से चुदवा – चुदवा कर मेरे बूब्स तो 45 के हो गये है और मेरी चूत और गांड का भोसड़ा बन चूका है. क्या आप को मेरी छेद में अपना लंड हिलाना है? अब सुनिए चुदाई की असली कहानी मेरे मित्रगणों एक बार चोदते चोदते मेरा लंड घिस गया.