मेरा नाम आरती है, मेरी उम्र बयालीस है, मुझे एक बेटा है उसकी उम्र बिस है, मेरे पति नही है मैं ओर बेटा साथ मे ही रहते है मैं काफी बोल्ड हु गाली तो मेरे जुबान पर होती ही है मेरा बेटा काफी डरता है मुझे । मेरी ऊंची पांच फीट तीन इंच है मैं दिख ने में गोरी नही हु सावली हु मेरे स्तन चालीस लटकते हुवे कमर बत्तीस की ओर गांड अड़तालीस की है अब आप समझ ही जाओ मेरी मूसे गालिया आना याने सोचो कई सालोंसे मुझे किसी ने चोदा नही याने मैं कितनी निराश हु। मैं हमेशा चाहती हु के कोई तो मुझे चोदे लेकिन वो कभी नही हुआ मेरे बेटे का नाम प्रकाश है काफी बहुत पतला है, छे फिट ऊंची है उसकी और कॉलेज में है वो।
फिर एक दिन सुबह.
मैने प्रकाश से कहा “प्रकाश आज का प्लान क्या है?” प्रकाश ने कहा “कुछ नही अम्मा. मैने कहा क्यों गर्लफ्रैंड के साथ कुछ प्लान है क्या, प्रकाश ने कहा “अम्मा क्या आप भी मेरी कोई गर्लफ्रैंड नही है” मैन कहा “अरे गर्लफ्रैंड नही पटायेगा तो चोदे गा किसे अब तो तेरी चोदने की उम्र है तो क्या फिर अपनी अम्मा को चोदेगा” उसके चेहरेपे अजीब सा भाव था, मेरी बाते सुन के वो ताज्जुब था फिर मैंने उसे कहा “ठीक है आज के बाद मैं तेरी गर्लफ्रैंड आज के बाद तू मुझे चोदेगा” हम किचन में थे इसकी चाय हो गयी थी सुबह के आठ बजे थे मैने मेरी साडी का पल्लू निकाला वो मुझे देख ही रह गया, मैने उसे एक तमाचा मारा उसका असर ऐसा हुआ के वो जादा उत्तेजित होगया ओर पूरी ताकद से मेरा ब्लाउज फाड़ दिया। मेरे सावले बडे चालीस के मम्मे उसके सामने लटक ने लगे, उसने तुरंत ही अपने दोनों हाथ मेरे मम्मों पे रखे ओर जोर से दबाये मुझे गले लगाके चूमा मैने भी उसे चूमा ओर वो मुझे बाथरूम में लेके गया तुरंत ही वो नंगा हो गया और मेरी भी साडी पूरी उतार दी, मुझे भी नंगा कर दिया शॉवर चालू किया मुझे सीधा जमीन पर लिया मेरे पैर फैलाये अपना लंड मेरे चूत में घुसा दिया ओर जोर जोर से पेलने लगा पूरी ताकद के साथ अब मैने भी मेरी गांड उछलना शुरूकिया, और उसे साथ देने लगी उसके झटके बढ़ रहे थे हमारी सासे भी तेज हो रही थी, उसने मेरे लटकते ममो को कसके पकड़ा और जोर से दबाके काटा मैबोली “अरे मादरचोद इतना जोर कहा से आया तुझे?” अहह क्या मस्त चोद रहा है मुझे, कहा से सीखा ये सब, बहुत ही ताकद है तुझमे?”
वो बोला “अरे मेरी प्यारी अम्मा ये भी कोई सिखानेकी चीज है,?” मैं बोली “हा वो ठीक है, लेकिन फिर भी”। अब उसने मेरे पैर अपने खंदो पर लिए ओर आपने हातोसे मेरे मम्मों को जोर जोर से दबाने लगा निचेसे पेलने भी लगा, पक पक पक पक ऐसी आवाजे आने लगी हमारी चुदाई जोर जोर से होने लगी, तभी वो बोला “अम्मा लंड निकालू क्या बाहर? मेरा पानी निकलने वाला है” मैने कहा “नही बेटा डाल पानी अंदर” अब हम उस सिमा पे पहुचे ओर शांत हो गये उसका पूरा पानी मेरे चूत में घुस गया वो मैं महसूस कर रही थी और मेरा भी पानी निकल गया अब हम लोग शांत हो गए।
थोडी देर में प्रकाश बाहर चला गया उस दिन शनिवार था, मै भी नहा धोके घरेलू काम मे लग गयी, फिर मै शॉपिंग करने चली गयी मुझे मालूम था प्रकाश अपने दोस्तों के साथ हमेशा नाकेपे होता है और मेरा रास्ता भी वोही था, मैं साड़ी पे थी घर आते वक्त देखा तो वो वोही खडा था नाकेपे ओर मुझे सेक्सी नजर से देख रहा था,
मैने भी एक सेक्सी नजर दी उसको, वही पे थोड़ी शॉपिंग की अब तो घर जाके खाना बनाना था,
शॉपिंग करते वक़्त उसे टॉकसप मेसेज किया
मैं, कुछ स्वीट लू खाने मे
बेटे ने रिप्लाय किया
बेटा, हा लो
मे, ठीक है रसगुल्ले लेती हु
बेटा, ठीक है मैं भी आता हूं थोड़ी देर में एक स्पेशल स्वीट लाता हु
मै, ओह अछा ठीक है
उसे ओर एक सेक्सी नजर दे के मैं घर आगयी, अब मे मेरे घरेलू काम मे लग गयी.
फिर से मेसेज आया
बेटा, अम्मा साड़ी अछि लग रही है
में, अछा साड़ी ओर मैं कैसी हु, मैं तो सावली हु ना दिखने में,
बेटा अम्मा आप काली हो लेकिन कामुक और सेक्सी हो
मैं, चल हट कुछ भी बोलता है
थोड़े ही देर में बेटा भी घर आगया
उसने एक ग्लास लाया ओर कहा
अम्मा ये पिलो।
मैने कहा “ये क्या”
उसने कहा “ये ठंडाई है, मस्त है ये पियो” मैंने एक नही तो दो ग्लास फूल पिये. थोड़ी ही देर में हमने खाना भी खाया. अब दोपहर के दो बजकर तीस मिनिट हुए थे, खाना काफी ज्यादा हुआ ओर ठंडाई के कारन कुछ अजीब सा होने लगा, अब हम मेरेही बेडरूम में थे, काफी देर हम पड़े रहे, उसने मुझे वीडियो दिखाये सेक्स के, बीच बीच मे हम मीठा भी खा रहे थे, तभी थोड़ी देर में बेल बजी, उसने ओर ठंडाई मंगाई थी, मीठा खाओ, ठंडई पियो, वीडियो उसमे कुछ वीडियो ऐसे भी थे जिसमें आदमी ओरत गांड मार रहा है, इसमे शाम कब हुई पता भी नही चला, अब शाम के करीब छे बजे थे। वो बीच बीच मे मेरे मम्मों को भी दबा रहा था मैं साडि पे थी और वो नंगा नही टॉवेल पे था।
तभी वो निचे गया उसने मेरी साड़ी उपरकी मेरी पेन्टी उतारी ओर मेरे बुर को चाट ने लगा अपनी जीभ डालने लगा, मुझे मजा आरहा था सेक्स का ओर ठंडाई का नशा भी था।
मैं बोली “आआ क्या मस्त चाट रहा है, ओ आ मजा आरहा है” इसमे ही हमारा काफी वक्त गया, हमने उल्टा पुल्टा भी किया मैंने उसका लंड चूसा ओर उसने मेरी बुर, फिर वो मेरे ऊपर चढ़ा ओर कहा आज रात सुहागरात करते है। अब शाम के सात बजे थे वो उसके दोस्तों के पास गया और में शॉपिंग के लिए गयी।
उसका मेसेज तैयार रह ना आज रात हमे कही जाना है दस बजे।
एक शादी की साड़ी लायी ओर नॉट ब्लाउज लाया, बीच बीच मे मैं ठंडाई पी रही थी, ठंडाई का नशा छा रहा था। वो तुरंत ही आया। उसने एक गद्दी निकाली हमने कुछ जरूरी सामान लिया और निकल पडे। कार से गये करीब सत्तर किलोमीटर का रास्ता होगा। हम एक सुनसान जगह पे आये, जंगल ही था वो। उसने सामान उठाया और कहा चलो अब। मैंने कहा, ये कहा आगये हम, उसने कहा “चलो तो सही”।
फिर कुछ ही देर में हम वहा पहुच गये, वाह क्या जगह थी वो। पूरा जंगल ओर एक तालाब था, ओर वो जंगल पूरे जुगनुओं से चमक रहा था।
मैरे तो होश ही उड़ गये वो जगह देख के। रात को चांद के उजाले में वो जंगल, तालाब ओर जुगनुओं से चमकते हुये पेड़ काफी सुंदर लग रहे थे।
फिर मैंने शादी की साड़ी पहनी। वो मुझे एक झाड़ियो में लेके गया। गद्दी बिछायी हुयी थी। हम दोनोने एक दूसरे के गले मे हार पहनाये, उसने मेरा घुंगत ऊपर किया मुझे चूमा, तुरंत ही मेरे मम्मोंको ज़ोर से दबाया निचोड़ ना शुरू किया, उसने मेरी चूत के बालो को सहलाना शुरू किया, मैने अपनी आंखे बंद कर ली और जोर जोर से सासे खींचने लगी, इसके बाद उसने मेरे बेटेनें ने मेरी चूत को अपने दोनो हाथो से फ़ैलाया और बोला ये तो बहुत ही सख्त है, जैसे कि अभी तो बिलकुल कुवारीहै, फिर उसने सरसो का तेल की बोतल खोली ओर मेरी चूत को तेल लगाने के बाद आपने भी लंड पे तेल लगाया, फिर मेरी जांघे फैलाई अपने
लण्ड को एक हाथ से पकड़ के मेरी चूत पर सटाया और दूसरे हाथ से मेरी के चूत को फ़ैलाया, उसने अपने लण्ड को मेरी चूत के होल पे रख के अपने कमर को हलका सा आगे के तरफ़ किया तो मेरी मुह से हल्की सी सिसकी निकिली।
मुझे लगा के उसके लंड का अगला टोपा अंदर गया लेकिन वैसा नही था, वो खाली खेल रहा था और मेरी चुत भी काफी तनी हुई नही थी वो सुकेड गयी थी, मेरी चुत अब उसके लिए छोटी थी।
उसने अपने लण्ड को मेरी चूत के छेद पर रख के जोर से झटका मारा तो मैं अपने जगह से दो इन्च ऊपर घसक गई। उसने ध्यान से देखा तो पाया कि उसका लण्ड मेरे में चला गया था। अब उसने अपने कमर को धीरे धीरे हिलाने लगा और मैंभी उनके हर झटके के साथ हिलने लगी। अचानक अब उसने मेरी के ऊपर लेट गया और हम दोनों एक दूसरे को अपने बांहों में कस लिया, उसने ने मेरे होटो को चूमा एक निचेसे झटका मारा तो मैं चिल्ला उठी। उसने पूछा दर्द कर रहा है?
तो मेंने कराहते हुये जवाब दिया
हां आ आउच, उई माँ
अब उसने मेरी दोनों कलाईयों को पकड़ कर एक जोर से झटका मारा तो मैं तो जैसे पूरी तरह से कांप गई। अब उसने मेरे मम्मों के चूचियों को मुँह से पकड़ के धीरे धीरे पीने लगा और अपने कमर को धीरे धीरे हिलाने लगा। मैं अब पूरी मस्ती के साथ आहे भरने लगी। अब उसने अपने लवड़े को मेरे अन्दर घुसने के लिये जोर जोर से दो तीन चार झटके मारे तो मैं पूरी तरह से कांपते हुये आ औऊच, आ आ ओह आवाज निकाल रही थी और उधर वो अपने कमर को जोर जोर से हिला रहा था।
तभी मैंने बोला आजी थोड़ा धीरे धीरे अन्दर डालिये जी आआआआ ओह्ह उफ, उसने मुझे बोला कि अम्मा अभी तो आधा ही अन्दर गया है। आज तो तेरे इस चुत को पूरी तरह से भर दुंगा अम्मा।
मैने बेटे से कहा “हाजी लेकिन मुझे अम्मा मत बोलना मुझे आरती बोलना।
ये कहते हुये उसे मेरे बेटे को जोश आया उसने ने जोर जोर से तीन चार झटके लगाये तो मैं ओरभी
आआआआऔऊऊच की आवाज के साथ जैसे धीमी आवाज में चीख पड़ी।
उसने कहा ओह आरती तुम क्या हॉट हो dear i love you आरती my darling। मैंने कहा अछाजी अब आपका ये सामान मेरे में घुसने के लिए ऊऊच इतनी तकलीफ हो रही है ओआ लेकिन सुबह जब आप ने मुझे बाथरूम में चोदा तो आप का सामान कैसे अंदर गयाजी। तब उसने कहा आरती सुबह मैंने मेरे सामान को साबुन लगाया था डार्लिंग। मैंने कहा ओआ आछाजी आप तो बड़े ही चलख हो।
फिर उसने अपने लण्ड को थोड़ा बाहर निकाल दिया और मेरे दोनो चूंचीयों को फ़िरसे मसलना काटना शुरू कर दिया कुछ देर के बाद उसने अपने कमर को जोर जोर से हिलाना शुरू कर दिया और मेरी भी आआआआआआ आउच्च की आवाज आने लगी। जब उसने देखा कि अब रुकना नहीं है तो अपने होठों को मेरे होठो को कस लिया और जोर जोर से झटके मारने लगा।
तब मैन अपने होठों को अजाद करते हुये पूछा कि अब और कितना बाहर है जी। उसने बोला कि थोड़ा है आरती डाल दूं पूरा तो मैने हामी में अपने सर को हिलाया। उसने अपने कमर को जोर के झटके के साथ अपने लण्ड को पूरा अन्दर कर दिया। कुछ देर तक जोर के झटके मारने के बाद मैने जब फ़ील किया कि मेरी चूत में उसका अब पूरा घुसनेवाला है तो उसने एक तरफ़ से मेरी चूंचीयों को जोर से मसलना काटना शुरू किया तो दूंसरी तरफ़ मेरे होठों को चूसना शुरू किया। अब मैंभी उसके सुर के साथ अपना ताल मिलाने लगी थी। उसने पूछा मजा आ रहा है डिअर तो मेंने सर हां में हिलाया। कुछ देर के बाद उसने एकहि जोर का झटका मारा अपने लंडको पूरा चूतमें घुसाके मेरी चुत को गीला करने लगा तो मैं आआआ ईईईईई ऊऊऊउ करके अपने दोनो हाथो को उसके पीठ पर रगड़ते हुए पूरी तरह से उसके अगोश में आ गई।
कुछ देर तक वैसे ही पड़े रहने के बाद उसने धिरे धीरे लंड को मेरी चुत निकाला, चुत काफी टाइट थी मेरी लंड निकलते वक्त थोड़ी तकलीफ हो रही थी। मैं चुपचाप कुछ देर तक वैसे ही लेटी रही फिर उठ के अपने कपड़े पहनके में वही बैठ गयी मुसकुराते हुए उसके मेरे बेटे के तरफ़ देखती रही।
एक बार हम दोनोने एकदूसरे को फिर से चूमा। मैने कहा याद है ना अब तुमुझे मेरे नाम से बोलेगा, उसने कहा हा आरती आज से मैं तुझे तेरे नाम सेही बोलूंगा। तब से हम पतिपत्नी जैसे है रहने लगे।
ऐसी हुयी हमारी पहली सुहागरात जंगल मे।
फिर हम वाहा से निकले, घर जाते वक्त मैने पूछा
“बेटे, क्या बताऊं, मेरी कई सालोसे चुदाई नही हुई, मैने किसी को भी अपने बदन को हाथ भी लगाने नही दिया, ऊपर से मैं दिख ने में काली, इसलिए मैं हमेशा frusted रहती हु और घुसा करती हु”
बेटे ने कहा “अम्मा, मैं ये सब समझ ता हु, आप टेंशन ना लो, आप दिख ने में काली जरूर है लेकिन आप बहुत कामुक और सेक्सी है, आज के बाद हम दोनो मां बेटे incest चुदाई करेगे, गर्लफ्रेंड ब्वॉयफ्रेंड जैसे चुदाई करेगे और पति पत्नी बन के भी चुदाई करेंगे”
मैने कहा ” Ohh अच्छा, ठीक है”
बेटे ने कहा “अम्मा लेकिन एक बात है, मुझे तुम्हे अम्मा बोलके ही चोदने में मजा आयेगा, incest में जादा मजा है”
मैने कहा “ठीक है बेटे, जैसे तुम्हारी मर्जी”
फिर उस रात हम घर आए, घर आने के बाद उसने मेरी गांड की भी चुदाई की और गांड की सील तोडी.
अब हम एक दूसरे से हमेशा चुदाई करने लगे.
आपकी कोमल मॉम ( . )( . )
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